जयपुर, अलवर के रास्ते दिल्ली तक चलेगी दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन,जल्द ही होगी शुरू....

जोधपुर से दिल्ली कैंट के बीच दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन जोधपुर पहुंच चुकी है। यह हाई-स्पीड ट्रेन जयपुर और अलवर के रास्ते चलेगी और 605 किमी की दूरी 8 घंटे 5 मिनट में तय करेगी। रेलवे ने उद्घाटन की तैयारियां तेज कर दी हैं, और सितंबर 2025 में इसका नियमित संचालन शुरू हो सकता है। यह ट्रेन यात्रा को तेज, आरामदायक बनाएगी और राजस्थान के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी।

Sep 3, 2025 - 12:00
जयपुर, अलवर के रास्ते दिल्ली तक चलेगी दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन,जल्द ही होगी शुरू....

जोधपुर, राजस्थान: पश्चिमी राजस्थान के यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी! जोधपुर से दिल्ली कैंट के बीच दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन जोधपुर पहुंच चुकी है। यह हाई-स्पीड ट्रेन जयपुर और अलवर के रास्ते दिल्ली कैंट तक चलेगी, जिससे यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। रेलवे प्रशासन ने इस ट्रेन के उद्घाटन और नियमित संचालन की तैयारियां शुरू कर दी हैं, और जल्द ही इसके संचालन की तारीख की घोषणा की जाएगी।

ट्रेन का रूट और स्टॉपेज

प्रस्तावित जोधपुर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन जोधपुर से शुरू होकर डेगाना, मकराना, फुलेरा, जयपुर जंक्शन, अलवर, रेवाड़ी और गुरुग्राम स्टेशनों पर रुकेगी, और इसका अंतिम पड़ाव दिल्ली कैंट होगा। यह ट्रेन 605 किलोमीटर की दूरी को मात्र 8 घंटे 5 मिनट में तय करेगी, जो पश्चिमी राजस्थान को देश की राजधानी से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

संभावित समय-सारणी

रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह ट्रेन जोधपुर से सुबह 5:30 बजे रवाना होगी और दोपहर 1:30 बजे दिल्ली कैंट पहुंचेगी। वापसी यात्रा में यह ट्रेन दिल्ली कैंट से दोपहर 3:10 बजे चलेगी और रात 11:15 बजे जोधपुर पहुंचेगी। यह ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। हालांकि, शुरुआत में इसकी रफ्तार 70-75 किमी/घंटा तक सीमित रहेगी, लेकिन भविष्य में इसे 160 किमी/घंटा की अधिकतम परिचालन गति तक बढ़ाया जा सकता है।

किराया और सुविधाएं

जोधपुर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस में दो श्रेणियां होंगी: एसी चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार। किराए की अंतिम सूची अभी जारी नहीं की गई है, लेकिन रेलवे सूत्रों के अनुसार, जोधपुर से दिल्ली जाने का किराया वापसी की तुलना में कम हो सकता है। वापसी यात्रा में यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद भी शामिल होगा। भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) इसकी खानपान व्यवस्था को अंतिम रूप दे रहा है।

उद्घाटन और ट्रायल रन

रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन को हरी झंडी दे दी है, और नई रैक जोधपुर पहुंच चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, अगस्त 2025 के अंत या सितंबर 2025 के पहले सप्ताह में इसका नियमित संचालन शुरू हो सकता है। संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13-15 सितंबर, 2025 के बीच इस ट्रेन का वर्चुअल उद्घाटन करें। उद्घाटन से पहले ट्रेन का ट्रायल रन भी किया जाएगा, ताकि सभी तकनीकी और परिचालन पहलुओं की जांच की जा सके।

राजस्थान में वंदे भारत का विस्तार

यह ट्रेन राजस्थान की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। वर्तमान में राजस्थान में चार वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं:

अजमेर-चंडीगढ़ वंदे भारत (12 अप्रैल, 2023 से शुरू) 

जोधपुर-साबरमती वंदे भारत (7 जुलाई, 2023 से शुरू)

जयपुर-उदयपुर वंदे भारत (25 सितंबर, 2023 से शुरू)

उदयपुर-आगरा वंदे भारत

जोधपुर-दिल्ली कैंट वंदे भारत के शुरू होने से जयपुर को तीसरी वंदे भारत ट्रेन की सेवा मिलेगी, जिससे यह शहर हाई-स्पीड रेल कनेक्टिविटी का एक प्रमुख हब बन जाएगा।

यात्रियों और अर्थव्यवस्था को लाभ

इस नई ट्रेन के शुरू होने से पश्चिमी राजस्थान के यात्रियों को दिल्ली तक तेज और आरामदायक यात्रा का विकल्प मिलेगा। यह न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्रों को भी बढ़ावा देगा। जोधपुर, जयपुर और अलवर जैसे शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी से स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई गति मिलने की उम्मीद है।

रेलवे की तैयारियां

उत्तर पश्चिम रेलवे ने इस ट्रेन के संचालन के लिए सभी जरूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की हालिया मुलाकातों के बाद इस परियोजना को और तेजी मिली है। रेलवे बोर्ड ने जोधपुर और बीकानेर से दिल्ली के लिए दो नई वंदे भारत ट्रेनों को मंजूरी दी है, जिसमें जोधपुर-दिल्ली ट्रेन इस योजना का हिस्सा है।

वंदे भारत की खासियत

वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की पहली स्वदेशी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है, जिसे चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनाया गया है। यह ट्रेन 180 किमी/घंटा की अधिकतम गति के लिए डिज़ाइन की गई है, हालांकि परिचालन गति 160 किमी/घंटा तक है। इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे स्वचालित दरवाजे, वाई-फाई, जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली, बायो-वैक्यूम शौचालय और आरामदायक सीटें शामिल हैं। यह ट्रेन 'मेक इन इंडिया' पहल का एक शानदार उदाहरण है, जो भारत की रेल तकनीक में आत्मनिर्भरता को दर्शाती है। 

जोधपुर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से राजस्थान के लोगों को न केवल तेज और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प मिलेगा, बल्कि यह ट्रेन क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। रेलवे प्रशासन की तैयारियां और सरकार का समर्थन इस बात का संकेत है कि यह ट्रेन जल्द ही पटरी पर दौड़ती नजर आएगी। यात्रियों को इस नई सेवा का बेसब्री से इंतजार है, जो उनके सफर को और भी आसान और सुखद बनाएगी।