वसुंधरा राजे का जोधपुर दौरा, RSS के शीर्ष नेताओं से की मुलाकात, SI भर्ती विवाद पर अभ्यर्थियों को दिलाया.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जोधपुर दौरे पर RSS के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और SI भर्ती परीक्षा विवाद में अभ्यर्थियों को न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने धार्मिक स्थलों का दौरा भी किया। उधर, RLD नेता जयंत चौधरी ने जोधपुर में संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए। दोनों दौरे राजस्थान की सियासत में अहम।

Sep 3, 2025 - 14:12
वसुंधरा राजे का जोधपुर दौरा, RSS के शीर्ष नेताओं से की मुलाकात, SI भर्ती विवाद पर अभ्यर्थियों को दिलाया.

जोधपुर:राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे का जोधपुर दौरा चर्चा का केंद्र रहा। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शीर्ष पदाधिकारियों से मुलाकात की, सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा विवाद को लेकर अभ्यर्थियों की बात सुनी, और धार्मिक-सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत की। साथ ही, राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी जोधपुर में संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा कर राजस्थान में पार्टी को मजबूत करने के निर्देश दिए।

वसुंधरा राजे का जोधपुर दौरा: RSS के साथ अहम बैठक

वसुंधरा राजे ने जोधपुर के लालसागर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में RSS के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। इस मुलाकात में संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, सी.आर. मुकुंदा, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार, अतुल लिमये और कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनमोहन वैध जैसे प्रमुख पदाधिकारी शामिल थे। यह मुलाकात 1 सितंबर से जोधपुर में शुरू हुई RSS की बैठकों के सिलसिले का हिस्सा थी। सूत्रों के अनुसार, 5 से 7 सितंबर तक होने वाली समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठकों में राष्ट्रीय स्तर के रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा होगी। राजे की इस मुलाकात को राजस्थान की सियासत और BJP की रणनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है।

SI भर्ती परीक्षा विवाद: अभ्यर्थियों को न्याय का भरोसा

वसुंधरा राजे ने जोधपुर में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 के रद्द होने से नाराज अभ्यर्थियों से मुलाकात की। मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा के नेतृत्व में अभ्यर्थियों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की। राजे ने एक-एक अभ्यर्थी की बात ध्यान से सुनी और कथित भर्ती घोटाले पर सिलसिलेवार फीडबैक लिया। उन्होंने अभ्यर्थियों को भरोसा दिलाया कि उनकी कोशिश रहेगी कि "गुनहगार बचे नहीं और बेगुनाह फंसे नहीं।" राजे ने कहा कि इस मामले में दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन निर्दोषों को भी नुकसान नहीं होना चाहिए। अभ्यर्थियों ने मीडिया से बातचीत में राजे पर पूरा भरोसा जताया और कहा कि वे उन्हें न्याय दिलाने में सहयोग करेंगी। 

धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत

जोधपुर के अजीत भवन में ठहरीं वसुंधरा राजे का बुधवार को सड़क मार्ग से पुष्कर जाने का कार्यक्रम है। BJP नेता घनश्याम वैष्णव ने बताया कि राजे सूरसागर स्थित बड़े रामद्वारे जाएंगी, जहां वे राम स्नेही संत रामप्रसाद महाराज के जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देंगी। इसके बाद वे जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर जाकर सेनाचार्य अचलानंद गिरी महाराज का आशीर्वाद लेंगी। इस दौरान BJP नेता मेघराज लोहिया, भोपाल सिंह बडला और डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़ उनके साथ रहेंगे। इसके बाद राजे पुष्कर के लिए रवाना होंगी। 

जयंत चौधरी का जोधपुर दौरा: RLD को मजबूत करने का संकल्प

राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी भी जोधपुर दौरे पर थे। वे मंगलवार को जोधपुर पहुंचे और विभिन्न संगठनात्मक कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने राजस्थान में RLD की गतिविधियों की समीक्षा की और पार्टी को जिला, संभाग, पंचायत और वार्ड स्तर तक मजबूत करने के निर्देश दिए। RLD प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र अवाना और उनकी टीम पिछले तीन दिनों से जोधपुर में डेरा डाले हुए थी। चौधरी बुधवार सुबह करीब 10 बजे विमान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। 

सियासी और सामाजिक महत्व

वसुंधरा राजे का जोधपुर दौरा और RSS नेताओं से उनकी मुलाकात को राजस्थान की सियासत में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासकर, जब हाल ही में उनके बयानों ने राजस्थान की राजनीति में हलचल मचाई थी। दूसरी ओर, SI भर्ती परीक्षा विवाद में उनकी सक्रियता से अभ्यर्थियों में उम्मीद जगी है। जयंत चौधरी का दौरा भी RLD की राजस्थान में बढ़ती सक्रियता को दर्शाता है, जो आगामी चुनावों में नई रणनीति का संकेत देता है। 

जोधपुर में वसुंधरा राजे और जयंत चौधरी के दौरे ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में खासी चर्चा बटोरी। राजे की RSS के साथ मुलाकात और अभ्यर्थियों को न्याय का भरोसा जहां BJP की रणनीति को मजबूत करने का संकेत देता है, वहीं चौधरी का दौरा RLD की संगठनात्मक ताकत बढ़ाने की दिशा में एक कदम है। दोनों नेताओं की गतिविधियां राजस्थान की सियासत में नए समीकरण बना सकती हैं।