एसआई भर्ती रद्द होने से नाराज सब इंस्पेक्टर्स ने किया प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट में तीखी बहस
उदयपुर में एसआई भर्ती रद्द होने के विरोध में सब इंस्पेक्टर्स ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया, भर्ती बहाली की मांग की और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने को लेकर पुलिस के साथ तीखी बहस भी हुई।

उदयपुर में मंगलवार को सब इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती 2021 रद्द होने के विरोध में पीड़ित उम्मीदवारों ने अपने परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज उम्मीदवारों ने भर्ती बहाल करने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर सड़क पर धरना दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने को लेकर भूपालपुरा सीआई आदर्श कुमार और एक महिला सब इंस्पेक्टर के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
कलेक्ट्रेट में तनावपूर्ण माहौल
प्रदर्शनकारी सब इंस्पेक्टर्स ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की मांग की। इस दौरान भूपालपुरा सीआई आदर्श कुमार ने केवल पांच प्रतिनिधियों को अंदर जाने की अनुमति दी, जिसे लेकर महिला सब इंस्पेक्टर ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित उम्मीदवार सामूहिक रूप से ज्ञापन देना चाहते हैं। इस पर सीआई ने चेतावनी दी कि अगर सभी अंदर गए तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इससे प्रदर्शनकारी और भड़क गए और उन्होंने पुलिस पर उनकी आवाज दबाने का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों की मांग: भर्ती बहाल हो, दोषियों को सजा मिले
प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पीड़ित सब इंस्पेक्टर्स का कहना था कि एकल पीठ के फैसले ने उनकी मेहनत और ईमानदारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार इस फैसले के खिलाफ डबल बेंच में अपील करे और उनका पक्ष मजबूती से रखे। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "भर्ती में अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो दोषियों को सजा दी जाए, लेकिन जिन्होंने ईमानदारी से मेहनत कर परीक्षा पास की, उन्हें क्यों दंडित किया जा रहा है?"
न्याय की गुहार, भविष्य अधर में
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भर्ती रद्द होने से उनके करियर और परिवार का भविष्य दांव पर है। उन्होंने सरकार से मांग की कि भर्ती प्रक्रिया को जल्द से जल्द बहाल किया जाए और निर्दोष उम्मीदवारों को न्याय मिले। प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा, लेकिन स्थिति को नियंत्रित करने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।