मां के अपमान पर PM मोदी का भावुक संदेश: 'यह सिर्फ मेरी मां का नहीं, हर मां-बेटी का अपमान है'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दरभंगा में राहुल गांधी की रैली में अपनी मां के अपमान पर दुख जताया और बिहार की जनता से इसका जवाब मांगने की अपील की। उन्होंने जीविका दीदियों के लिए 105 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार के लोगों को वर्चुअल संबोधन में एक भावुक अपील की। उन्होंने 27 अगस्त को दरभंगा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान अपनी मां के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी पर गहरा दुख जताया। पीएम ने कहा कि यह अपमान न केवल उनकी मां का, बल्कि देश की हर मां, बहन और बेटी का अपमान है। यह संबोधन बिहार राज्य जीविका निधि शाखा सहकारी संघ लिमिटेड के उद्घाटन के मौके पर हुआ, जहां पीएम ने 105 करोड़ रुपये की राशि जीविका दीदियों के खातों में ट्रांसफर की।
'मां का अपमान बिहार की संस्कृति के खिलाफ'
पीएम मोदी ने कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि बिहार की धरती पर ऐसा होगा। मेरी मां, जिसका अब शरीर भी नहीं है, जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, उनके लिए ऐसी गालियां दी जाएंगी। यह सिर्फ मेरी मां का नहीं, बल्कि देश की हर मां-बेटी का अपमान है।" उन्होंने बिहार की संस्कृति का जिक्र करते हुए कहा, "बिहार में मां को देवी से भी ऊपर माना जाता है। मां के बिना कोई जिंदगी नहीं बन सकती। यह अपमान बिहार के संस्कारों पर चोट है।"
'गरीब मां का बेटा हूं, मेहनत से देश की सेवा की'
अपने संबोधन में पीएम ने अपनी मां के संघर्षों को याद किया। उन्होंने कहा, "मैं एक गरीब परिवार से आता हूं। मेरी मां ने कठिनाइयों में भी हमें कभी कुछ कमी नहीं होने दी। बारिश में छत टपकती थी, फिर भी वो घर को संभालती थीं। बीमार होने पर भी काम करती थीं, ताकि हमें कपड़े मिल सकें। मेरी मां ने मुझे देश की सेवा के लिए भेजा, न कि अपने लिए कुछ मांगने के लिए।"
पीएम ने भावुक होते हुए कहा, "मुझे दुख है कि मेरी मां के लिए ऐसी बातें कही गईं। यह दर्द बिहार के हर बेटे-बेटी के दिल में है।"
'नामदारों को गरीब का बेटा सत्ता में देख बर्दाश्त नहीं'
पीएम ने कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा, "ये नामदार लोग, जो सोने-चांदी के चम्मच लेकर पैदा हुए, गरीब मां के बेटे को सत्ता में देख नहीं पाते। उन्हें लगता है कि कुर्सी उनकी विरासत है। बिहार के लोगों ने मुझे इस लायक बनाया, और यही बात उन्हें पच नहीं रही।" उन्होंने पहले भी अपने खिलाफ की गई टिप्पणियों जैसे 'गंदी नाली का कीड़ा' और 'जहर वाला सांप' का जिक्र करते हुए कहा कि अब उनकी मां को भी निशाना बनाया जा रहा है।
'बिहार के बेटों-बेटियों, मां का अपमान नहीं सहेगा'
पीएम ने बिहार की जनता से अपील की कि वे इस अपमान का जवाब दें। उन्होंने कहा, "20 दिन बाद नवरात्र शुरू होगा, फिर छठ मइया की पूजा होगी। भारत की धरती मां का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करती। बिहार के हर बेटे-बेटी की जिम्मेदारी है कि जहां भी कांग्रेस और आरजेडी के नेता जाएं, उनसे जवाब मांगा जाए। हर गली से आवाज उठनी चाहिए - 'मां का अपमान नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे!'"
जीविका दीदियों को मिला 105 करोड़ का तोहफा
कार्यक्रम में पीएम ने जीविका दीदियों के लिए 105 करोड़ रुपये की राशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की। उन्होंने कहा, "जीविका दीदियां बिहार की ताकत हैं। ये राशि उनके सशक्तिकरण के लिए है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।"
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मौके पर कहा, "2005 में हमारी सरकार बनने के बाद से हमने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। 2006 में विश्व बैंक से लोन लेकर स्वयं सहायता समूह बनाए, जिन्हें हमने 'जीविका' का नाम दिया। आज जीविका दीदियों के लिए 1000 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें से 105 करोड़ रुपये आज उनके खातों में भेजे जा रहे हैं।"
'मां की ताकत को कोई नहीं रोक सकता'
पीएम ने अपने संबोधन को मां की ताकत के साथ जोड़ते हुए कहा, "मां की ताकत और आशीर्वाद से ही मैं यहां तक पहुंचा हूं। बिहार के लोग इस अपमान का जवाब जरूर देंगे। यह सिर्फ मेरी मां की बात नहीं, बल्कि हर उस मां की बात है, जो अपने बच्चों के लिए दिन-रात मेहनत करती है।"