जाट समाज के नेताओं को पैर छूने की आदत पर बेनीवाल की तंज, कहा- अपने समाज के नेताओं का करें सम्मान

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने जाट नेताओं के सचिन पायलट के पैर छूने पर तंज कसा और वसुंधरा राजे, अशोक गहलोत व भजनलाल शर्मा पर सियासी हमला बोला। उन्होंने जाट-सिख एकता की वकालत करते हुए कहा कि दोनों मिलकर देश की सत्ता हासिल कर सकते हैं।

Sep 2, 2025 - 14:33
जाट समाज के नेताओं को पैर छूने की आदत पर बेनीवाल की तंज, कहा- अपने समाज के नेताओं का करें सम्मान

नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के नेता हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान की सियासत में एक बार फिर तीखे बयानों से हलचल मचा दी है। उन्होंने जाट समाज के कुछ नेताओं पर सचिन पायलट के पैर छूने की आदत को लेकर तंज कसा और कहा कि जाट समाज में पायलट से कहीं अधिक समझदार नेता मौजूद हैं। बेनीवाल ने अपने बेबाक अंदाज में न केवल जाट नेताओं की आलोचना की, बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, अशोक गहलोत और वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी सियासी हमले किए।

जाट और सिखों का डीएनए एक, साथ आएं तो बदल सकती है सत्ता की तस्वीर

हनुमान बेनीवाल ने जाट और सिख समुदायों के बीच एकता की वकालत करते हुए कहा कि दोनों का डीएनए एक है। उन्होंने दावा किया कि अगर ये दोनों समुदाय एकजुट हो जाएं, तो देश की सत्ता पर कब्जा कर सकते हैं। बेनीवाल ने कहा, “हमारी जाति से 400-500 साल पहले कई पंथ बने। जाट समाज के 95-98% लोगों ने सिख धर्म अपनाया। विश्नोई, जोगी, नाथ, बंजारा, गवारिया जैसे कई समुदाय जाटों से टूटकर बने। हमारी कौम हर किसी का सम्मान करती है, लेकिन बार-बार हमें बहकाया जाता है कि इस बार आपका सीएम बनेगा, और फिर कोई और सीएम बन जाता है।”

पुरानी सियासत पर बेनीवाल का तंज: “बिजली आएगी तो करंट लगेगा”

बेनीवाल ने पुराने नेताओं की सियासत पर भी निशाना साधा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पहले के नेता लोगों को बेवकूफ बनाकर वोट लेते थे। “वे कहते थे कि बिजली आएगी तो करंट लगेगा, लड़कियां पढ़ेंगी तो भाग जाएंगी, नहर नहीं चाहिए क्योंकि उसमें गंदा पानी और लाशें आती हैं। लोग ताली बजाते थे, लेकिन अब समय बदल गया है। हमें इन हालातों से बाहर निकलना होगा।”

वसुंधरा राजे और भजनलाल पर सियासी प्रहार

हनुमान बेनीवाल ने अपनी सियासी जंग का जिक्र करते हुए कहा कि अगर उन्होंने 2003 में वसुंधरा राजे से टकराव नहीं किया होता, तो वे उस समय मंत्री बन गए होते। उन्होंने कहा, “मैंने कहा था- या तो मैं रहूंगा या मैडम। मैं तो रह गया, लेकिन मैडम चली गईं।” वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी बेनीवाल ने तंज कसा और कहा, “भजनलाल का समय ज्यादा लंबा नहीं चलेगा। जल्द ही आप उन्हें सब्जी मंडी में फल-सब्जी खरीदते देखेंगे।”

अशोक गहलोत की ‘जादूगरी’ पर भी सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए बेनीवाल ने कहा कि गहलोत खुद को बड़ा जादूगर मानते थे और दावा करते थे कि उनके बेटे को कोई नहीं हरा सकता। “मैंने चार रैलियां कीं और उनकी जादूगरी खत्म कर दी,” बेनीवाल ने कहा। उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि “वोट चोर-वोट चोर चिल्लाने से 300 सीटें नहीं मिलेंगी। देश में चाहे कितनी भी आंधी चले, कांग्रेस 130 सीटों को पार नहीं कर पाएगी। अगर भाई-बहन (सचिन पायलट और प्रियंका गांधी) मिलकर भी लड़ें, तो ज्यादा से ज्यादा 132 सीटें मिलेंगी।”

आरपीएससी और सब इंस्पेक्टर भर्ती पर उठाए सवाल

बेनीवाल ने कांग्रेस पर आरपीएससी की बदहाली और सब इंस्पेक्टर भर्ती में अनियमितताओं के मुद्दे पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस वोट चोर की बात करती है, लेकिन सब इंस्पेक्टर भर्ती का विरोध क्यों नहीं करती? आरपीएससी को ठीक करने की बात क्यों नहीं उठाती?”

हनुमान बेनीवाल ने जाट समाज से एकजुट होने और अपनी ताकत को पहचानने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जाट समाज को बार-बार ठगा जाता है, लेकिन अब समय है कि समाज अपने नेताओं पर भरोसा करे और अपनी ताकत को सही दिशा में इस्तेमाल करे। बेनीवाल के इन बयानों ने राजस्थान की सियासत में नई बहस छेड़ दी है, और आने वाले दिनों में इसके सियासी निहितार्थ देखने को मिल सकते हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .