सोनपालसर में जमीन धंसी से बना 60 फीट चौड़ा रहस्यमयी गड्ढा,ग्रामीण दहशत में.
राजस्थान के चूरू जिले के सोनपालसर गांव में अचानक जमीन धंसने से 60 फीट चौड़ा और 50 फीट गहरा रहस्यमयी गड्ढा बन गया। यह घटना गोसाई जी महाराज के बीहड़ क्षेत्र में हुई, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। स्थानीय निवासी उम्मेदसिंह राठौड़ ने प्रशासन को सूचित किया, और बताया कि जमीन अभी भी धीरे-धीरे धंस रही है। प्रशासन ने इलाके को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं और जांच शुरू की है। यह घटना राजस्थान में पहले भीलवाड़ा और बीकानेर में हुई ऐसी घटनाओं की याद दिलाती है।

चूरू(1 September 2025):राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर क्षेत्र में सोनपालसर गांव के पास एक अजीबो-गरीब घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। सोमवार सुबह अचानक जमीन धंसने से करीब 60 फीट चौड़ा और 50 फीट गहरा एक रहस्यमयी गड्ढा बन गया। यह घटना गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर गोसाई जी महाराज के बीहड़ क्षेत्र में हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन अभी भी धीरे-धीरे धंस रही है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इस अनहोनी ने न केवल सोनपालसर गांव बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी सनसनी फैला दी है।
क्या है पूरा मामला?
सोमवार सुबह सोनपालसर गांव के पास अचानक जमीन धंसने की खबर ने पूरे गांव में हड़कंप मचा दिया। ग्रामीणों के अनुसार, सुबह के समय अचानक एक बड़ा हिस्सा जमीन का धंस गया, जिससे विशाल गड्ढा बन गया। इस घटना की जानकारी सबसे पहले स्थानीय निवासी उम्मेदसिंह राठौड़ ने दी, जिन्होंने तुरंत स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया। उम्मेदसिंह ने बताया कि गड्ढा इतना गहरा है कि यह देखकर हर कोई हैरान है, और सबसे डरावनी बात यह है कि जमीन अभी भी धीरे-धीरे धंस रही है। गड्ढे की गहराई और चौड़ाई को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत एहतियाती कदम उठाए। ग्रामीणों को गड्ढे के पास जाने से मना किया गया है, और वरिष्ठ नागरिकों की मदद से लोगों को सुरक्षित दूरी पर रखा जा रहा है। प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचने की तैयारी में हैं ताकि इस रहस्यमयी घटना के कारणों का पता लगाया जा सके।
ग्रामीणों में डर, प्रशासन की जांच शुरू
सोनपालसर गांव के लोग इस अप्रत्याशित घटना से सहमे हुए हैं। गड्ढे के आसपास का क्षेत्र अब भी अस्थिर बताया जा रहा है, जिसके कारण ग्रामीणों को अपने घरों और खेतों की सुरक्षा की चिंता सता रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गोसाई जी महाराज का बीहड़ क्षेत्र पहले से ही सुनसान और रहस्यमयी माना जाता है, और इस घटना ने उनकी आशंकाओं को और बढ़ा दिया है। उम्मेदसिंह राठौड़ ने बताया, "सुबह जब हमने गड्ढा देखा, तो ऐसा लगा जैसे जमीन अचानक खुल गई हो। यह बहुत डरावना है, और हमें डर है कि अगर यह सिलसिला जारी रहा तो और नुकसान हो सकता है।" ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द इसकी जांच करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
क्या हैं जमीन धंसने के संभावित कारण?
जमीन धंसने की इस घटना के पीछे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसके कई संभावित कारण हो सकते हैं। भूगर्भीय गतिविधियां, भूजल का अत्यधिक दोहन, मिट्टी की अस्थिरता, या पुरानी खदानों का होना इस तरह की घटनाओं को ट्रिगर कर सकता है। चूरू का क्षेत्र रेगिस्तानी इलाका है, जहां मिट्टी और पानी की स्थिति पहले से ही चुनौतीपूर्ण है।
स्थानीय प्रशासन और भूवैज्ञानिक विशेषज्ञों की टीमें जल्द ही मौके पर पहुंचकर मिट्टी और क्षेत्र की जांच करेंगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर यह गड्ढा क्यों और कैसे बना। कुछ ग्रामीणों का मानना है कि यह प्राकृतिक आपदा हो सकती है, जबकि कुछ इसे पुरानी भूगर्भीय संरचनाओं से जोड़कर देख रहे हैं।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह कोई पहली बार नहीं है जब राजस्थान में जमीन धंसने की घटना सामने आई हो। पिछले साल 2024 में भीलवाड़ा और बीकानेर में भी इसी तरह की घटनाएं हुई थीं, जहां अचानक जमीन धंसने से बड़े गड्ढे बन गए थे। इन घटनाओं ने भी स्थानीय लोगों में डर पैदा किया था, और विशेषज्ञों ने तब भूजल दोहन और मिट्टी की अस्थिरता को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था।
प्रशासन का रुख और भविष्य की चिंता
प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और जल्द से जल्द जांच शुरू करने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वे गड्ढे के आसपास न जाएं और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें। इस घटना ने न केवल सोनपालसर गांव बल्कि पूरे चूरू जिले में एक नई बहस छेड़ दी है कि क्या भूजल और मिट्टी की स्थिति को लेकर और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
चूरू के सोनपालसर गांव में बने इस रहस्यमयी गड्ढे ने एक बार फिर प्रकृति की अनिश्चितता को सामने ला दिया है। ग्रामीणों में डर और उत्सुकता का माहौल है, और हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर इस गड्ढे का रहस्य क्या है। प्रशासन और विशेषज्ञों की जांच से उम्मीद है कि जल्द ही इस घटना के कारणों का पता चलेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। तब तक, सोनपालसर के लोग सतर्कता और सावधानी के साथ इस अनहोनी का सामना कर रहे हैं।