इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर जेमी ओवरटन का टेस्ट क्रिकेट से अचानक लिया ब्रेक.

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज और ऑलराउंडर जेमी ओवरटन ने टेस्ट और रेड-बॉल क्रिकेट से अनिश्चितकालीन ब्रेक ले लिया है। 31 वर्षीय खिलाड़ी, जिन्होंने भारत के खिलाफ ओवल टेस्ट में आखिरी बार खेला, अब केवल सीमित ओवर क्रिकेट पर ध्यान देंगे। शारीरिक और मानसिक थकान के चलते लिया गया यह फैसला इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को भी चौंकाने वाला लगा। ओवरटन के शानदार फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड (99 मैच, 239 विकेट, 2410 रन) के बावजूद, वह अब 'द हंड्रेड' जैसे टी20 टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। इस फैसले से एशेज की तैयारियों पर असर पड़ सकता है।

Sep 1, 2025 - 18:35
इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर जेमी ओवरटन का टेस्ट क्रिकेट से अचानक लिया ब्रेक.

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज और ऑलराउंडर जेमी ओवरटन ने क्रिकेट जगत को हैरान करते हुए टेस्ट और रेड-बॉल क्रिकेट से अनिश्चितकाल के लिए ब्रेक लेने का ऐलान किया है। 31 साल के इस खिलाड़ी ने हाल ही में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया था, लेकिन अब उनका ध्यान केवल सीमित ओवर क्रिकेट पर होगा। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने सोमवार, 1 सितंबर 2025 को एक प्रेस रिलीज के जरिए इस फैसले की पुष्टि की।

भारत के खिलाफ रहा आखिरी टेस्ट

जेमी ओवरटन ने अपना आखिरी टेस्ट मैच भारत के खिलाफ ओवल में खेला था। इस मैच में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने 2 विकेट लिए और बल्ले से सिर्फ 9 रन बनाए। इंग्लैंड को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा था। अपने छोटे से टेस्ट करियर में ओवरटन ने केवल 2 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 4 विकेट लिए और 106 रन बनाए। हालांकि, टेस्ट में उनका योगदान सीमित रहा, लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

क्यों लिया ब्रेक?

ओवरटन ने अपने इस बड़े फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि वह अपने करियर के उस मोड़ पर हैं, जहां लगातार 12 महीने क्रिकेट खेलना उनके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा, "मैं अब अपने शरीर और दिमाग को लंबे समय तक क्रिकेट खेलने के लिए तैयार रखना चाहता हूं, और इसके लिए मुझे सीमित ओवर क्रिकेट पर ध्यान देना होगा।" उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट को अपने करियर की नींव बताते हुए इस प्रारूप के प्रति अपनी कृतज्ञता भी जताई।

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड

जेमी ओवरटन भले ही टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा नहीं चमके, लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने सरे और समरसेट के लिए काउंटी चैंपियनशिप में 99 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिनमें 239 विकेट लिए और 2410 रन बनाए। इसके अलावा, वह इंग्लैंड ए टीम का भी हिस्सा रहे। उनकी ऑलराउंड प्रतिभा ने उन्हें हमेशा चर्चा में रखा। इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली एशेज सीरीज के लिए वह मजबूत दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन उनके इस फैसले ने इंग्लैंड के चयनकर्ताओं के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है।

ECB का बयान

इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने ओवरटन के फैसले पर हैरानी जताई, लेकिन साथ ही उनके निर्णय का सम्मान करने की बात कही। ECB ने अपने बयान में कहा, "हम जेमी के फैसले को समझते हैं और उनका समर्थन करते हैं। वह एक शानदार खिलाड़ी हैं, और हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।"'द हंड्रेड' में दिखाएंगे दमहाल ही में जेमी ओवरटन 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट में लंदन स्पिरिट के लिए खेले थे। अब वह सीमित ओवर क्रिकेट में अपनी ऊर्जा और प्रतिभा को केंद्रित करेंगे। ओवरटन का मानना है कि टी20 और वनडे जैसे प्रारूपों में वह लंबे समय तक योगदान दे सकते हैं।

क्या होगा इंग्लैंड पर असर?

ओवरटन के इस ब्रेक से इंग्लैंड की टेस्ट टीम को झटका लग सकता है, खासकर तब जब वह एशेज जैसे बड़े टूर्नामेंट की तैयारी कर रही है। उनकी गैरमौजूदगी में चयनकर्ताओं को नए ऑलराउंडर की तलाश करनी होगी। हालांकि, ओवरटन का सीमित ओवर क्रिकेट में योगदान इंग्लैंड के लिए अब भी महत्वपूर्ण रहेगा।जेमी ओवरटन का यह फैसला न केवल उनके करियर के लिए बल्कि इंग्लैंड क्रिकेट के लिए भी एक बड़े बदलाव का संकेत है। क्रिकेट प्रशंसक अब उनके सीमित ओवर क्रिकेट में प्रदर्शन को देखने के लिए उत्सुक हैं।