AAP विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा पुलिस हिरासत से फरार, करनाल में पुलिस पर फायरिंग, जवान घायल
AAP विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा करनाल में पुलिस हिरासत से फरार, पुलिस पर फायरिंग कर एक जवान को घायल किया। रेप केस में गिरफ्तारी के बाद सियासी बवाल।

पंजाब के आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा ने मंगलवार सुबह हरियाणा के करनाल में पुलिस हिरासत से फरार होकर सनसनी मचा दी। संनौर से विधायक पठानमाजरा को रेप और धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन थाने ले जाते समय उन्होंने और उनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया, और पठानमाजरा अपने सहयोगियों के साथ एक स्कॉर्पियो SUV में फरार हो गए। इस घटना ने न केवल पंजाब और हरियाणा पुलिस को सकते में डाल दिया है, बल्कि AAP के भीतर चल रही सियासी उथल-पुथल को भी उजागर कर दिया है।
AAP की दिल्ली नेतृत्व वाली टीम पंजाब में उनकी आवाज को दबाने की कोशिश
हरमीत सिंह पठानमाजरा को पंजाब के पटियाला में दर्ज एक FIR के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। यह मामला एक महिला की शिकायत से जुड़ा है, जिसने आरोप लगाया कि पठानमाजरा ने अपने वैवाहिक स्थिति के बारे में झूठ बोलकर उसे धोखा दिया और उसका यौन शोषण किया। FIR में बलात्कार, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी के आरोप लगाए गए हैं। पठानमाजरा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे "राजनीतिक साजिश" करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि AAP की दिल्ली नेतृत्व वाली टीम पंजाब में उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
गिरफ्तारी से पहले पठानमाजरा ने फेसबुक लाइव के जरिए अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा, "वे मेरे खिलाफ FIR दर्ज कर सकते हैं, मुझे जेल में डाल सकते हैं, लेकिन मेरी आवाज को दबा नहीं सकते।" उन्होंने AAP के दिल्ली नेतृत्व पर पंजाब में "गैर-कानूनी शासन" का आरोप लगाया और अपने समर्थकों से पटियाला के SSP कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने की अपील की थी।
करनाल में कैसे हुआ ड्रामा?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पठानमाजरा को करनाल के डबरी गांव में उनके एक रिश्तेदार गुरनाम सिंह लाडी के घर से गिरफ्तार किया गया था। गुरनाम हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (HSGMC) के निर्वाचित सदस्य हैं। लेकिन जैसे ही पुलिस उन्हें स्थानीय थाने ले जा रही थी, पठानमाजरा और उनके साथियों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस दौरान फायरिंग हुई, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। इसके बाद पठानमाजरा ने एक पुलिसकर्मी पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की और फिर एक स्कॉर्पियो SUV में अपने सहयोगियों के साथ फरार हो गए। पुलिस ने भागने में इस्तेमाल की गई एक फॉर्च्यूनर गाड़ी को बरामद कर लिया है, और अब दोनों राज्यों की पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
AAP में बढ़ती सियासी खींचतान
पठानमाजरा की गिरफ्तारी और उनके फरार होने की घटना ने AAP के भीतर चल रही सियासी उठापटक को और गहरा कर दिया है। हाल ही में पठानमाजरा ने पंजाब में बाढ़ राहत कार्यों में लापरवाही को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार और दिल्ली नेतृत्व की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने विशेष रूप से जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव कृष्ण कुमार पर निशाना साधा था, जिन्हें वे बाढ़ की स्थिति बिगड़ने का जिम्मेदार मानते हैं। इसके बाद उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी और उनके निर्वाचन क्षेत्र में सभी SHO और पुलिस पोस्ट प्रमुखों का तबादला कर दिया गया था।
पठानमाजरा ने दावा किया कि उनकी आवाज को दबाने के लिए यह सब "दिल्ली के इशारे" पर किया गया। उनके वकील सिमरनजीत सिंह सग्गू ने भी गिरफ्तारी को गैर-कानूनी बताया और कहा कि यह मामला पहले से ही पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में विचाराधीन था। सग्गू ने दावा किया कि शिकायतकर्ता ने कोर्ट में स्वीकार किया था कि वह पठानमाजरा के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी, और फिर भी उनके खिलाफ बलात्कार और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए।