डोनाल्ड ट्रंप की सांकेतिक अंतिम यात्रा: 50% टैरिफ के खिलाफ अनोखा विरोध

भोपाल में भारतीय गणवार्ता पार्टी ने डोनाल्ड ट्रंप की सांकेतिक शवयात्रा निकालकर 50% टैरिफ का विरोध किया और 13 दिन बाद 'मृत्युभोज' आयोजित करने की घोषणा की। यह प्रदर्शन स्वदेशी अपनाने और विदेशी उत्पादों के बहिष्कार का संदेश देता है।

Sep 2, 2025 - 13:23
डोनाल्ड ट्रंप की सांकेतिक अंतिम यात्रा: 50% टैरिफ के खिलाफ अनोखा विरोध

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने के फैसले के विरोध में भोपाल में भारतीय गणवार्ता पार्टी ने अनोखा प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने बोर्ड ऑफिस चौराहे से ज्योति टॉकीज तक ट्रंप की सांकेतिक शवयात्रा निकाली और उनका पुतला दहन किया। इस प्रदर्शन के जरिए कार्यकर्ताओं ने न केवल टैरिफ के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया, बल्कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का संदेश भी दिया।

प्रदर्शन का अनोखा अंदाज

 भारतीय गणवार्ता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस विरोध को और प्रभावशाली बनाने के लिए सांकेतिक रूप से ट्रंप की 'तेरहवीं' का कार्ड बांटा और घोषणा की कि 13 दिन बाद 'मृत्युभोज' का आयोजन भी किया जाएगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकांत शुक्ला ने कहा, "ट्रंप ने भारत के साथ दोस्ती के नाम पर गद्दारी की है। अमेरिका के साथ हमारे रिश्ते हमेशा अच्छे रहे हैं, लेकिन ट्रंप की नीतियां पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।"

टैरिफ का विरोध और स्वदेशी का संदेश

 प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने "अमेरिका मुर्दाबाद" और "स्वदेशी अपनाओ, विदेशी बहिष्कार करो" जैसे नारे लगाए। बोर्ड ऑफिस चौराहे पर ट्रंप का पुतला जलाने के बाद कार्यकर्ताओं ने शोक संदेश भी बांटे। शिवकांत शुक्ला ने कहा, "हम 13 दिन बाद ट्रंप की तेरहवीं करेंगे और मृत्युभोज खिलाएंगे। यह विरोध भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम है।" उन्होंने लोगों से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने और विदेशी कंपनियों का बहिष्कार करने की अपील की।

अमेरिकी टैरिफ का पृष्ठभूमि

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने का फैसला लिया, जिसे उन्होंने भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के जवाब में उठाया गया कदम बताया। इस फैसले ने भारत में व्यापक नाराजगी पैदा की है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस टैरिफ की आलोचना करते हुए स्वदेशी को बढ़ावा देने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि दबाव में व्यापार नहीं किया जा सकता।

भारत की जवाबी रणनीति

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस टैरिफ को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों का उल्लंघन बताया और जवाबी टैरिफ लगाने की बात कही। भारत ने इस मुद्दे को WTO में उठाया है और अमेरिका से आयात होने वाले सेब, बादाम, और शराब जैसे उत्पादों पर जवाबी टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है। इसके साथ ही, भारत निर्यात के लिए नए बाजार तलाशने और घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहा है।

प्रदर्शन का प्रभाव

भोपाल में यह प्रदर्शन न केवल स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना, बल्कि इसने राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान खींचा। भारतीय गणवार्ता पार्टी का यह अनोखा विरोध देशभर में स्वदेशी आंदोलन को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह प्रदर्शन सिर्फ टैरिफ के खिलाफ नहीं, बल्कि भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

आगे की योजना

पार्टी ने घोषणा की है कि 13 दिन बाद भोपाल में 'मृत्युभोज' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लोगों को स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष कार्यक्रम होंगे। इस आयोजन के जरिए पार्टी का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोग विदेशी उत्पादों का बहिष्कार करें और 'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा दें।

Yashaswani Journalist at The Khatak .