जयपुर-कोटा राजमार्ग पर कंटेनर ने बाइक को कुचला, पति-पत्नी की मौके पर हुई मौत.

जयपुर-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनास पुल के पास एक दर्दनाक हादसे में कंटेनर ने बाइक को कुचल दिया, जिससे पति-पत्नी सोहेल (30) और मुस्कान (25) की मौके पर मौत हो गई। उनकी दो साल की बेटी अनाया और दोस्त नौशाद घायल हुए। रोडवेज बस के अचानक ब्रेक लगाने से हुआ यह हादसा दिल दहलाने वाला है, जिसमें एक मासूम का भविष्य अनाथ हो गया।

Sep 5, 2025 - 18:12
जयपुर-कोटा राजमार्ग पर कंटेनर ने बाइक को कुचला, पति-पत्नी की मौके पर हुई मौत.

जयपुर-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोंक के पास बनास पुल पर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें बाइक सवार पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। इस भयानक दुर्घटना में उनकी दो साल की मासूम बेटी और एक दोस्त घायल हो गए। यह हादसा इतना दुखद है कि सुनने वालों का दिल पसीज जाए। मृतक दंपती अपने परिवार के साथ जयपुर में खुशी-खुशी समय बिताने जा रहे थे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।

हादसे का विवरण

पुलिस के अनुसार, यह हादसा शुक्रवार को बनास पुल पर हुआ। मृतक, जयपुर के बासबदनपुरा निवासी सोहेल (30) और उनकी पत्नी मुस्कान (25), अपनी दो साल की बेटी अनाया और दोस्त नौशाद के साथ बाइक पर जयपुर की ओर जा रहे थे। टोंक के सदर थाना प्रभारी जयमल सिंह ने बताया कि हादसे का कारण एक रोडवेज बस थी, जिसने पुल पर कंटेनर और बाइक को ओवरटेक किया। रोडवेज बस ने अचानक ब्रेक लगाए, जिसके कारण पीछे से आ रहा कंटेनर चालक अपनी गाड़ी को नियंत्रित नहीं कर सका। कंटेनर ने बाइक को जोरदार टक्कर मारी और फिर रोडवेज बस से जा टकराया। इस टक्कर में सोहेल और मुस्कान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी अनाया और दोस्त नौशाद सड़क किनारे गिरने के कारण बच गए।

घायलों की स्थिति

हादसे में घायल नौशाद और कंटेनर चालक सुरजीत सिंह यादव (फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश) को तुरंत टोंक के सआदत अस्पताल ले जाया गया। सुरजीत सिंह की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जयपुर रेफर किया गया। मासूम अनाया को मामूली चोटें आईं, लेकिन वह इस भयावह हादसे में सुरक्षित बच गई।

मृतक दंपती का परिचय

सोहेल और मुस्कान टोंक के कालीपलटन इलाके में पिछले तीन साल से किराए के मकान में रह रहे थे। सोहेल नाश्ता बनाने का काम करता था और मेहनत-मजदूरी से अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। शुक्रवार को वह अपनी पत्नी, बेटी और दोस्त के साथ जयपुर घूमने के लिए निकले थे। परिवार के लिए यह एक खुशी का मौका था, लेकिन यह यात्रा उनकी आखिरी सैर बन गई। परिजनों का कहना है कि सोहेल और मुस्कान अपनी बेटी अनाया को बहुत प्यार करते थे और उसका भविष्य संवारने के सपने देखते थे। इस हादसे ने नन्ही अनाया को अनाथ कर दिया, और परिवार में मातम छा गया।

पुलिस की कार्रवाई

सदर थाना पुलिस ने हादसे के बाद तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए सआदत अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस ने कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में रोडवेज बस के अचानक ब्रेक लगाने को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। पुलिस इस मामले में रोडवेज चालक की भूमिका की भी जांच कर रही है।

स्थानीय लोगों का दर्द

हादसे की खबर फैलते ही आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। स्थानीय लोगों ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए। बनास पुल पर अक्सर तेज रफ्तार वाहनों के कारण हादसे होते रहते हैं, और लोग प्रशासन से इस मार्ग पर सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और मासूम अनाया की मासूमियत देखकर हर किसी की आंखें नम हो रही हैं।

सड़क सुरक्षा पर सवाल

यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाता है। जयपुर-कोटा राजमार्ग पर तेज रफ्तार वाहन और ओवरटेकिंग के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक सिग्नल और नियमित पुलिस गश्त जैसे उपायों से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। स्थानीय लोग भी प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस राजमार्ग पर निगरानी बढ़ाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से बचा जा सके।

नन्ही अनाया का अनिश्चित भविष्य

इस हादसे ने दो साल की अनाया के सामने अनिश्चितता का पहाड़ खड़ा कर दिया है। माता-पिता को खोने के बाद उसका भविष्य अब परिजनों और समाज के सहारे पर टिका है। स्थानीय लोग और परिजन अनाया के लिए सहायता की मांग कर रहे हैं ताकि उसकी परवरिश और शिक्षा का ख्याल रखा जा सके।यह हादसा न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि सड़क पर लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। इस दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है