शिखर धवन पर ED की कार्रवाई, 1xBet सट्टेबाजी ऐप प्रचार मामले में बुलावा
शिखर धवन को ED ने अवैध सट्टेबाजी ऐप 1xBet के प्रचार मामले में तलब किया है। इससे पहले सुरेश रैना, हरभजन सिंह और कई अभिनेताओं से भी इस मामले में पूछताछ हो चुकी है।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 1xBet के प्रचार से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। सूत्रों के मुताबिक, धवन ने सोशल मीडिया पर इस प्लेटफॉर्म का प्रचार किया था, जिसके बाद ED अब उनकी भूमिका को स्पष्ट करने के लिए उनसे जवाब-तलबी कर रही है। यह जांच धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) से जुड़े एक बड़े मामले का हिस्सा है, जिसमें कई मशहूर हस्तियां पहले ही जांच के दायरे में आ चुकी हैं।
सुरेश रैना, हरभजन सिंह भी जांच के घेरे में
यह पहली बार नहीं है जब ED ने क्रिकेटरों को इस तरह के मामले में तलब किया है। हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना और हरभजन सिंह से भी इस मामले में पूछताछ की जा चुकी है। दोनों ने ED के सामने अपने बयान दर्ज कराए थे। सूत्रों के अनुसार, रैना से करीब आठ घंटे तक पूछताछ हुई, जिसमें उनके 1xBet से जुड़ाव, प्रचार के लिए मिले भुगतान और अन्य वित्तीय लेन-देन के बारे में सवाल किए गए। हरभजन सिंह भी इस जांच के दायरे में हैं, और उनसे भी प्रचार के तौर-तरीकों और कानूनी स्थिति को लेकर सवाल-जवाब हुए।
बॉलीवुड और साउथ सितारों पर भी शिकंजा
पिछले एक साल से ED की नजर उन हस्तियों पर है, जो अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने में शामिल रहे हैं। क्रिकेटरों के अलावा बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नाम इस जांच के घेरे में हैं। इनमें विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज और उर्वशी रौतेला जैसे सितारे शामिल हैं। ED का कहना है कि ये हस्तियां 1xBet जैसे प्लेटफॉर्म्स को ‘1xBat’ जैसे छद्म नामों के जरिए प्रचारित कर रही थीं, जो भारतीय कानूनों का खुला उल्लंघन है। इन प्लेटफॉर्म्स पर क्यूआर कोड और वेब लिंक के जरिए यूजर्स को अवैध सट्टेबाजी साइट्स पर रीडायरेक्ट किया जाता था।
1xBet: अवैध सट्टेबाजी का बड़ा खेल
ED की जांच में सामने आया है कि 1xBet जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म खुद को ‘स्किल-बेस्ड गेम्स’ के रूप में पेश करते हैं, लेकिन इनके एल्गोरिदम को इस तरह डिजाइन किया गया है कि ये जुआ (गैंबलिंग) की श्रेणी में आते हैं, जो भारत में गैरकानूनी है। इन प्लेटफॉर्म्स ने मशहूर हस्तियों के जरिए व्यापक दृश्यता हासिल की और लाखों लोगों को ठगने का काम किया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत में अवैध सट्टेबाजी का बाजार 8.3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का है और यह हर साल 30% की दर से बढ़ रहा है।
कर्नाटक विधायक केसी वीरेंद्र का कनेक्शन
इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। ED ने अगस्त 2025 में कर्नाटक के कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र को सिक्किम से गिरफ्तार किया था, जहां वे एक कैसिनो को किराए पर लेने की योजना बना रहे थे। ED का दावा है कि वीरेंद्र और उनके दुबई में मौजूद सहयोगियों ने कई गेमिंग वेबसाइट्स के जरिए 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुटाई। इन वेबसाइट्स ने विभिन्न पेमेंट गेटवे और फिनटेक सर्विस प्रोवाइडर्स का इस्तेमाल कर अपनी अवैध गतिविधियों को वैध ई-कॉमर्स व्यवसायों की आड़ में छिपाया। वीरेंद्र फिलहाल ED की हिरासत में हैं।
केंद्र सरकार का सख्त रुख
केंद्र सरकार ने हाल ही में असली पैसे वाले ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए नया कानून लागू किया है। इस कानून का मकसद लोगों को वित्तीय और मानसिक नुकसान से बचाना है। ED का कहना है कि अवैध सट्टेबाजी ऐप्स की वजह से देश में 1,000 से ज्यादा आत्महत्याएं हुई हैं, जिनमें स्कूली छात्र भी शामिल हैं। अनुमान के मुताबिक, भारत में करीब 22 करोड़ लोग इन ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें से 11 करोड़ नियमित यूजर्स हैं।
क्या है शिखर धवन का पक्ष?
शिखर धवन से ED गुरुवार, 4 सितंबर 2025 को दिल्ली मुख्यालय में पूछताछ कर रही है। उनकी ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, अन्य हस्तियों जैसे राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज ने पहले कहा था कि उन्होंने केवल उन क्षेत्रों में प्रचार किया था, जहां स्किल-बेस्ड गेम्स कानूनी हैं, और अब वे ऐसे प्लेटफॉर्म्स का समर्थन नहीं करते। धवन से ED यह जानना चाहती है कि क्या उन्हें 1xBet की गैरकानूनी स्थिति की जानकारी थी और उनके प्रचार के लिए भुगतान कैसे और किसके जरिए हुआ।