सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ उछाल, चांदी भी स्थिर; क्या है इस तेजी का राज?
सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी, 10 ग्राम की कीमत 1,08,400 रुपये पहुंची, जबकि चांदी 1,26,200 रुपये प्रति किलो पर स्थिर। वैश्विक अस्थिरता के चलते कीमतों में और उछाल की संभावना।

भारतीय सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों ने नया इतिहास रच दिया है। पिछले पांच दिनों में सोने के दाम में 5,000 रुपये से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। राजस्थान में 10 ग्राम स्टैंडर्ड सोने की कीमत अब 1,08,400 रुपये तक पहुंच गई है, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। दूसरी ओर, चांदी की कीमत 1,26,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर बनी हुई है।
वैश्विक अस्थिरता ने बढ़ाया निवेशकों का भरोसा
सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में हाल के दिनों में अनिश्चितता का माहौल रहा है। इस वजह से दुनिया भर के बड़े देश सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं में निवेश को सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं। जयपुर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश खंडेलवाल ने बताया, "वैश्विक बाजारों की अस्थिरता ने निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ा दिया है। यही कारण है कि सोने की कीमतों में रिकॉर्ड-तोड़ तेजी देखने को मिल रही है।"
अगले कुछ दिनों में और बढ़ेंगी कीमतें
विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजी अभी थमने वाली नहीं है। खंडेलवाल के अनुसार, सितंबर के दूसरे सप्ताह तक सोने और चांदी की कीमतों में और उछाल देखने को मिल सकता है। अनुमान है कि सोना 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 1,30,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को छू सकती है।
आम आदमी पर क्या होगा असर?
सोने की कीमतों में इस तेजी का असर आम आदमी की जेब पर भी पड़ रहा है। शादी-विवाह के सीजन से पहले कीमती धातुओं की बढ़ती कीमतें खरीदारों के लिए चिंता का विषय बन रही हैं। हालांकि, निवेश के नजरिए से सोना अभी भी सबसे भरोसेमंद विकल्प माना जा रहा है।
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?
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वैश्विक मांग: दुनिया भर में निवेशक अनिश्चित आर्थिक माहौल में सोने को सुरक्षित निवेश मान रहे हैं।
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मुद्रा मूल्य में उतार-चढ़ाव: अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर और अन्य मुद्राओं की अस्थिरता ने सोने की मांग बढ़ाई है।
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सीमित आपूर्ति: सोने और चांदी की आपूर्ति में कमी भी कीमतों को बढ़ाने का एक बड़ा कारण है।