आज से शुरू होगी RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक, राष्ट्रीय मुद्दों पर होगी गहन चर्चा.

जोधपुर में आज से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुरू हो रही है। लाल सागर के आदर्श विद्या मंदिर और डिफेंस अकैडमी परिसर में आयोजित इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, BJP अध्यक्ष जे.पी. नड्डा सहित 32 संगठनों के 320 पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। सुबह शाखा के बाद 9 बजे से बैठकों का दौर शुरू होगा, जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति, सामाजिक समरसता, शताब्दी वर्ष, और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। यह बैठक समन्वय, अनुभव साझा करने, और भविष्य की योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है।

Sep 5, 2025 - 11:49
आज से शुरू होगी RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक, राष्ट्रीय मुद्दों पर होगी गहन चर्चा.

जोधपुर, 5 सितंबर 2025: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय समन्वय बैठक आज से राजस्थान के जोधपुर में शुरू हो रही है। यह तीन दिवसीय बैठक 5 से 7 सितंबर तक लाल सागर क्षेत्र में स्थित आदर्श विद्या मंदिर और आदर्श डिफेंस एंड स्पोर्ट्स अकैडमी परिसर में आयोजित होगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में संघ के शीर्ष नेतृत्व और 32 सहयोगी संगठनों के लगभग 320 प्रमुख पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। बैठक का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता, और विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करना है।

बैठक का शुभारंभ और शाखा में सहभागिता

आज सुबह की बेला में बैठक की शुरुआत से पहले सभी प्रतिनिधियों ने लाल सागर परिसर में आयोजित RSS की शाखा में भाग लिया। यह शाखा संघ की परंपरा का हिस्सा है, जिसमें स्वयंसेवक शारीरिक और बौद्धिक गतिविधियों के माध्यम से संगठनात्मक एकता और अनुशासन को मजबूत करते हैं। इसके बाद प्रातः 9 बजे से औपचारिक बैठकों का दौर शुरू होगा।

प्रमुख नेताओं की उपस्थिति

बैठक में संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे और कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। उनके साथ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, सी. आर. मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार, अतुल लिमये, इंद्रेश कुमार, और कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनमोहन वैद्य भी मौजूद रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, संगठन महासचिव बी. एल. संतोष, वी. सतीश कुमार, और शिव प्रकाश भी इस बैठक में शिरकत करेंगे।

32 संगठनों के प्रतिनिधि होंगे शामिल

संघ से प्रेरित 32 संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री, और अन्य प्रमुख पदाधिकारी इस बैठक में भाग लेंगे। इनमें विश्व हिंदू परिषद (VHP), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भारतीय मजदूर संघ (BMS), भारतीय किसान संघ (BKS), राष्ट्र सेविका समिति, विद्या भारती, और सक्षम (दिव्यांगजनों के लिए कार्यरत संगठन) जैसे संगठन शामिल हैं। कुल मिलाकर 320 कार्यकर्ता इस समन्वय बैठक में अपने अनुभव, उपलब्धियां, और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करेंगे।

चर्चा के प्रमुख मुद्दे

बैठक में कई राष्ट्रीय और सामाजिक मुद्दों पर गहन विमर्श होगा। इनमें शामिल हैं:

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: विभिन्न संगठनों द्वारा इस नीति के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा और शिक्षा क्षेत्र में नई दिशा देने पर विचार। 

संघ का शताब्दी वर्ष: 2 अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाले संघ के शताब्दी वर्ष समारोह की रूपरेखा और देशभर में जनजागरण कार्यक्रमों की योजना।

सामाजिक समरसता और पंच परिवर्तन: सामाजिक एकता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवन, स्वावलंबन, और नागरिक कर्तव्य जैसे विषयों पर चर्चा।

क्षेत्रीय मुद्दे: पंजाब, पश्चिम बंगाल, असम, और पूर्वोत्तर के जनजातीय क्षेत्रों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर विचार-विमर्श।

राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक चुनौतियां: ट्रंप टैरिफ से उत्पन्न वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां, सीमा सुरक्षा, और अवैध प्रवास जैसे मुद्दों पर चर्चा।

जनसांख्यिकी मिशन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण में उठाए गए जनसांख्यिकी मिशन पर भी विमर्श संभावित है। 

समन्वय और अनुभव साझा करने का मंच

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह बैठक निर्णायक नहीं होती, बल्कि इसका उद्देश्य विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करना, अनुभव साझा करना, और कार्यों की समीक्षा करना है। प्रत्येक संगठन अपने वार्षिक कार्यवृत्त प्रस्तुत करेगा, जिसमें उनके द्वारा किए गए कार्यों, अनुभवों, और उपलब्धियों का विवरण होगा।

शताब्दी वर्ष की तैयारियां

संघ का शताब्दी वर्ष 2 अक्टूबर 2025 से शुरू होगा, जिसके तहत विजयादशमी के दिन नागपुर से विशेष आयोजन किए जाएंगे। देशभर में हिंदू सम्मेलन, गृह संपर्क, सद्भाव बैठकों, और युवा कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इन कार्यक्रमों की योजना और रोडमैप इस बैठक में तैयार किया जाएगा।

सुरक्षा और तैयारियां

बैठक के लिए जोधपुर में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। स्वयंसेवक पिछले कई दिनों से तैयारियों में जुटे हैं, और लाल सागर परिसर को बैठक के लिए पूरी तरह तैयार किया गया है। 1 से 4 सितंबर तक छोटी-छोटी तैयारियों वाली बैठकें हुईं, और अब 5 से 7 सितंबर तक मुख्य बैठक होगी।

राजनीतिक महत्व

यह बैठक BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले हो रही है, जिसके कारण इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, सुनील आंबेकर ने स्पष्ट किया कि BJP अपना नेतृत्व स्वयं चुनने में सक्षम है, और इस बैठक में इस विषय पर कोई चर्चा नहीं होगी। फिर भी, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मोहन भागवत के बीच हाल ही में हुई मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को जन्म दिया है।

जोधपुर में आयोजित यह अखिल भारतीय समन्वय बैठक RSS और इसके सहयोगी संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां राष्ट्रीय हित, सामाजिक परिवर्तन, और संगठनात्मक समन्वय पर गहन विचार-विमर्श होगा। यह बैठक न केवल संघ के शताब्दी वर्ष की तैयारियों को गति देगी, बल्कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे कार्यों को और प्रभावी बनाने में भी योगदान देगी।