लगातार दूसरे दिन भी CM पहुंचे जोधपुर ,मोहन भागवत और जेपी नड्डा के साथ कि अहम मुलाकात.

जोधपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बीच 20 मिनट की अहम मुलाकात हुई। यह मुलाकात RSS की समन्वय बैठक के दौरान हुई, जिसमें राजस्थान में भाजपा के संगठनात्मक ढांचे, रणनीति और नेतृत्व में बदलाव पर चर्चा की संभावना है। यह मुलाकात राजस्थान की सियासत में नई हलचल का संकेत दे रही है।

Sep 5, 2025 - 18:50
Sep 5, 2025 - 18:51
लगातार दूसरे दिन भी CM पहुंचे जोधपुर ,मोहन भागवत और जेपी नड्डा के साथ कि अहम मुलाकात.

जोधपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के नौ दिवसीय जोधपुर प्रवास के दौरान शुक्रवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उनकी एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। यह मुलाकात जोधपुर के लालसागर क्षेत्र में स्थित आदर्श विद्या मंदिर में हुई, जो करीब 20 मिनट तक चली। इस मुलाकात ने राजस्थान की राजनीति में नई अटकलों को जन्म दिया है।

मुलाकात का मकसद और संदर्भ

डॉ. मोहन भागवत 1 सितंबर को जोधपुर पहुंचे थे और वे 9 सितंबर तक शहर में रहेंगे। उनका यह प्रवास RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक (5 से 7 सितंबर) के लिए है, जिसमें संघ परिवार के 32 संगठनों के शीर्ष नेता और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई प्रमुख नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक समीकरण, आर्थिक चुनौतियों और संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार दूसरे दिन जोधपुर पहुंचे। गुरुवार को उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री रोहिताश शर्मा के अलवर स्थित निवास पर उनके दिवंगत बेटे को श्रद्धांजलि दी थी। शुक्रवार को उनकी यह मुलाकात RSS और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ होने के कारण विशेष रूप से चर्चा में है। सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में राजस्थान में भाजपा संगठन के ढांचे में संभावित बदलाव, पार्टी की रणनीति और आगामी राजनीतिक योजनाओं पर विचार-विमर्श हुआ। हालांकि, मुलाकात का विस्तृत ब्यौरा सार्वजनिक नहीं किया गया है।

राजस्थान की सियासत में क्यों है हलचल?

इस मुलाकात ने राजस्थान की राजनीति में हलचल मचा दी है, खासकर इसलिए क्योंकि हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी 3 सितंबर को मोहन भागवत से जोधपुर में मुलाकात की थी। उनकी मुलाकात को भी भाजपा के राष्ट्रीय और प्रादेशिक नेतृत्व में बदलाव की अटकलों से जोड़ा गया था। राजे की मुलाकात के बाद अब भजनलाल शर्मा और जेपी नड्डा की भागवत के साथ यह बैठक कई सवाल खड़े कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात राजस्थान में भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और आगामी चुनावों की रणनीति तैयार करने के लिए हो सकती है। इसके अलावा, जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो चुका है और वे वर्तमान में विस्तारित कार्यकाल पर हैं। ऐसे में RSS की इस समन्वय बैठक में नए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन पर भी चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।

जोधपुर बना सियासी केंद्र

जोधपुर इस समय RSS और भाजपा की गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। मोहन भागवत के प्रवास और समन्वय बैठक के कारण शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बैठक में भाग लेने के लिए भाजपा के संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष, सुनील बंसल, शिवप्रकाश, सौदान सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता भी जोधपुर पहुंचे हैं। इस बैठक में RSS के सहयोगी संगठन जैसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ और स्वदेशी जागरण मंच के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।

क्या हो सकते हैं नतीजे?

इस मुलाकात को राजस्थान में भाजपा के नेतृत्व और संगठन में बदलाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। भजनलाल शर्मा, जो 2023 के विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बने, को पार्टी हाईकमान और RSS का समर्थन प्राप्त है। उनकी यह मुलाकात पार्टी और संघ के बीच समन्वय को और मजबूत करने का प्रयास हो सकती है। साथ ही, यह भी माना जा रहा है कि RSS, भाजपा में वैचारिक रूप से समर्पित नेताओं को अधिक जिम्मेदारी देने की दिशा में काम कर रहा है।

मोहन भागवत, जेपी नड्डा और भजनलाल शर्मा की जोधपुर में हुई इस मुलाकात ने राजस्थान की सियासत को गर्म कर दिया है। हालांकि मुलाकात के एजेंडे को गोपनीय रखा गया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह बैठक न केवल राजस्थान बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा की भविष्य की रणनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। जोधपुर में चल रही RSS की समन्वय बैठक और इस तरह की उच्चस्तरीय मुलाकातें आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरणों को और स्पष्ट करेंगी।