जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी:अकीदत भरे जुलूस और भव्य आयोजन...

जोधपुर में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी का पर्व आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोग विभिन्न क्षेत्रों से जुलूस-ए-मोहम्मदी में उत्साहपूर्वक शामिल हैं, जो पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में निकाले जा रहे हैं। जालौरी गेट चौराहे पर पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश के निर्देशन में डीसीपी विनीत बंसल, शाहीन सी, और एसीपी प्रदीप गोयल, छवि शर्मा, नितिन दवे, शकील अहमद, जुल्फिकार अली ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। यह पर्व न केवल उत्सव का, बल्कि पैगंबर की शिक्षाओं को याद करने का भी दिन है।

Sep 5, 2025 - 11:37
जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी:अकीदत भरे जुलूस और भव्य आयोजन...

जोधपुर, 5 सितंबर 2025: आज जोधपुर शहर में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी का पर्व पूरे हर्षोल्लास और अकीदत के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से मुस्लिम समुदाय के लोग उत्साहपूर्वक जुलूस-ए-मोहम्मदी में शामिल हो रहे हैं। यह पर्व इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की यौम-ए-पैदाइश (जन्मदिन) के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो न केवल एक उत्सव का दिन है, बल्कि पैगंबर की शिक्षाओं, उनके जीवन (सीरत) और उनके लाए गए पैगाम को याद करने का अवसर भी है।

शहर में जुलूस और तैयारियां

जोधपुर के विभिन्न मोहल्लों और क्षेत्रों से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाले जा रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हैं। मस्जिदों, मदरसों और मुस्लिम बाहुल्य इलाकों को रंग-बिरंगी लाइट्स, इस्लामी झंडों, तोरणों और आकर्षक पंडालों से सजाया गया है। जुलूस के दौरान लोग सलातो सलाम पढ़ते हुए, नात-ए-नबी और धार्मिक नारे लगाते हुए पैगंबर के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। जगह-जगह शरबत, पानी और लंगर की व्यवस्था की गई है, ताकि जुलूस में शामिल लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो।

पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था

जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जोधपुर पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए हैं। पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश के निर्देशन में जुलूस के रास्तों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। डीसीपी विनीत बंसल और शाहीन सी. जुलूस के मार्गों और व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा, एसीपी प्रदीप गोयल और छवि शर्मा भी विभिन्न क्षेत्रों में व्यवस्थाओं को संभाल रहे हैं। जालौरी गेट चौराहा, जो जुलूस का एक प्रमुख केंद्र है, वहां एसीपी नितिन दवे, शकील अहमद और जुल्फिकार अली के नेतृत्व में विशेष पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। संवेदनशील रास्तों पर पुलिस की कड़ी निगरानी है, और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर भी नजर रखी जा रही है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।

जश्न का महत्व

ईद मिलादुन्नबी का यह पर्व केवल उत्सव तक सीमित नहीं है। यह दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जीवन, उनकी शिक्षाओं और उनके द्वारा लाए गए अमन, भाईचारे और इंसानियत के पैगाम को याद करने का अवसर है। इस दिन लोग नमाज, फातिहा खानी, नात-ए-नबी और तकरीर जैसे कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग इस अवसर पर गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करते हैं, खैरात बांटते हैं और देश में शांति व सौहार्द की दुआएं मांगते हैं। 

जोधपुर में जुलूस-ए-मोहम्मदी विभिन्न मार्गों जैसे जालौरी गेट, चांदनी चौक, और अन्य प्रमुख क्षेत्रों से होकर गुजर रहा है। जुलूस में शामिल लोग साफ-सुथरे कपड़े, टोपी या पगड़ी पहनकर और इत्र लगाकर पैगंबर की शान में नारे लगाते हुए चल रहे हैं। आयोजकों ने डीजे, नाच-गाना और हुड़दंग जैसे गतिविधियों पर रोक लगाने की अपील की है ताकि जुलूस शांतिपूर्ण और अकीदत के साथ संपन्न हो।

सामाजिक सौहार्द की मिसाल

जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में सामाजिक सौहार्द की झलक भी देखने को मिल रही है। विभिन्न समुदायों के लोग जुलूस के मार्ग पर फूल बरसाकर और शरबत-पानी की व्यवस्था करके स्वागत कर रहे हैं। यह पर्व जोधपुर की गंगा-जमुनी तहजीब को और मजबूत करता है।

जोधपुर में आज जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी का आयोजन न केवल धार्मिक उत्साह का प्रतीक है, बल्कि यह शहर की एकता और शांति का भी संदेश देता है। पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी, समुदाय की भक्ति और आयोजकों की मेहनत ने इस पर्व को एक ऐतिहासिक और शांतिपूर्ण आयोजन बना दिया है। यह दिन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शिक्षाओं को अपनाकर समाज में अमन और भाईचारा कायम किया जाए।