उज्जैन में जुलूस के दौरान आग का खतरनाक खेल, दो युवक बुरी तरह झुलसे.

उज्जैन में 3 सितंबर 2025 की रात डोल ग्यारस जुलूस के दौरान दो युवक आग के गोले निकालने का करतब दिखाते समय हादसे का शिकार हो गए। पेट्रोल मुंह में डालकर करतब करने के दौरान अचानक आग भड़क उठी, जिससे एक युवक 35% झुलस गया और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक की हालत नाजुक है। हादसे से जुलूस में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने जांच शुरू की, और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह घटना आग के साथ करतब के खतरों को उजागर करती है।

Sep 5, 2025 - 13:48
उज्जैन में जुलूस के दौरान आग का खतरनाक खेल, दो युवक बुरी तरह झुलसे.

उज्जैन, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के उज्जैन में 3 सितंबर 2025 की रात डोल ग्यारस के जुलूस के दौरान एक भयावह हादसा हो गया। जुलूस में शामिल दो युवक आग के गोले निकालने का खतरनाक करतब दिखा रहे थे, जब अचानक आग भड़क उठी और दोनों युवक उसकी चपेट में आ गए। इस हादसे में एक युवक करीब 35 प्रतिशत तक झुलस गया, जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को आग के साथ करतब करने के खतरों के प्रति आगाह किया है। 

क्या हुआ था उस रात?

उज्जैन में हर साल की तरह इस बार भी डोल ग्यारस का जुलूस धूमधाम से निकाला जा रहा था। जुलूस में कई आकर्षक झांकियां शामिल थीं, जो लोगों का ध्यान खींच रही थीं। इसी दौरान एक गाड़ी पर सवार दो युवक भीड़ का ध्यान आकर्षित करने के लिए मुंह में पेट्रोल डालकर आग के गोले निकालने का करतब दिखा रहे थे। यह करतब शुरू होते ही स्थिति अनियंत्रित हो गई। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि जैसे ही एक युवक ने पेट्रोल मुंह में लेकर आग का गोला निकाला, आग ने अचानक भयंकर रूप ले लिया। लपटें इतनी तेजी से फैलीं कि न केवल करतब दिखाने वाला युवक, बल्कि उसके पास खड़ा दूसरा युवक भी आग की चपेट में आ गया।

हादसे के बाद अफरा-तफरी 

आग की लपटों में घिरे दोनों युवक दर्द से चीखते हुए गाड़ी से कूद गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत उनकी मदद की और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक दोनों के शरीर का बड़ा हिस्सा झुलस चुका था। आसपास के लोगों ने फौरन उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार, एक युवक का शरीर 35 प्रतिशत तक झुलस गया है, जबकि दूसरे की हालत अत्यंत गंभीर है। गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भेजा गया है।

पुलिस ने शुरू की जांच

हादसे के बाद जुलूस में अफरा-तफरी मच गई और लोग दहशत में आ गए। स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि करतब के दौरान सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। पेट्रोल जैसे अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल बिना किसी सुरक्षा उपाय के किया गया, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि जुलूस आयोजकों ने सुरक्षा मानकों का पालन किया था या नहीं।

लोगों में नाराजगी, सुरक्षा पर सवाल

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह करतब भीड़ का ध्यान खींचने के लिए किया जा रहा था, लेकिन इतने खतरनाक तरीके से किए गए प्रदर्शन ने सभी को सकते में डाल दिया। लोगों ने आयोजकों की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस तरह के जोखिम भरे करतबों के लिए पहले से सुरक्षा इंतजाम होने चाहिए थे। पेट्रोल जैसे ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल इतने बड़े आयोजन में करना लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है।

आग से खेलने के खतरे

यह घटना आग के साथ करतब करने के खतरों को उजागर करती है। हाल के वर्षों में देश के विभिन्न हिस्सों में इस तरह के हादसे सामने आए हैं। उदाहरण के लिए, जुलाई 2025 में बिहार के छपरा में मुहर्रम जुलूस के दौरान भी एक युवक आग का करतब दिखाते समय झुलस गया था, जिसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। ऐसे हादसे बार-बार यह चेतावनी देते हैं कि बिना प्रशिक्षण और सुरक्षा उपायों के इस तरह के करतब जानलेवा हो सकते हैं।

सामाजिक संदेश और सावधानी की जरूरत

यह हादसा न केवल एक दुखद घटना है, बल्कि एक सबक भी है। धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजनों में आकर्षण के लिए खतरनाक करतब करने से पहले सुरक्षा को प्राथमिकता देना जरूरी है। आयोजकों को चाहिए कि वे ऐसे प्रदर्शनों के लिए प्रशिक्षित लोगों को ही अनुमति दें और ज्वलनशील पदार्थों के उपयोग पर सख्त नियम लागू करें। साथ ही, लोगों को भी ऐसे खतरनाक करतबों को प्रोत्साहित करने के बजाय सावधानी बरतने की जरूरत है।

उज्जैन का यह हादसा सभी के लिए एक चेतावनी है कि उत्साह और जोश में सुरक्षा को नजरअंदाज करना कितना भारी पड़ सकता है।