10 किलो गांजे के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, छोटे पैकेट्स में होती थी डिलीवरी
10 किलो गांजे के साथ दो ड्रग तस्करों, मुकेश और संजय बंजारा, को गिरफ्तार किया, जो कच्ची बस्तियों में छोटे पैकेट्स में ड्रग्स सप्लाई करते थे। पुलिस पूछताछ कर नेटवर्क का पता लगा रही है।

जयपुर पुलिस ने शहर की कच्ची बस्तियों में नशे के कारोबार को एक बड़ा झटका दिया है। ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने एक सुनियोजित कार्रवाई में दो ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से करीब 10 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि उन कच्ची बस्तियों के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जो नशे की चपेट में हैं।
रात की गश्त में मिली सफलता
बुधवार देर रात, 3 सितंबर 2025 को, पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि आमागढ़ चौराहे के पास कुछ संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। इस सूचना के आधार पर ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और ग्रीन वैली पार्क के पास फुटपाथ पर दो संदिग्ध व्यक्तियों को देखा। पुलिस ने त्वरित घेराबंदी कर दोनों को हिरासत में लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से 9.7 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसे छोटे-छोटे पैकेट्स में बांटा गया था।
कौन हैं गिरफ्तार तस्कर?
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान मुकेश बंजारा (38 वर्ष), पुत्र कन्हई सिंह, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हाथरस का निवासी और वर्तमान में जामडोली, पालड़ी मीना में रहने वाला, और संजय बंजारा (32 वर्ष), पुत्र नाथूराम, मूल रूप से दतवास टांक का निवासी और अब गलता गेट, नाग तलाई में रहने वाला, के रूप में हुई है। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे जयपुर की जवाहर नगर और ट्रांसपोर्ट नगर की कच्ची बस्तियों में गांजे की सप्लाई करते थे। उन्होंने बताया कि वे गांजे को छोटे-छोटे पैकेट्स में बांटकर ग्राहकों तक पहुंचाते थे, ताकि डिलीवरी आसान और गुप्त रहे।
पुलिस की सख्ती, समाज की सुरक्षा
पूर्वी जयपुर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संजीव नैन ने इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य जयपुर को नशे के जाल से मुक्त करना है। खासकर उन इलाकों में, जहां गरीब और कमजोर समुदाय नशे के कारोबारियों का आसान निशाना बनते हैं। यह गिरफ्तारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।" डीसीपी नैन ने बताया कि दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है, ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और ड्रग्स के स्रोत का पता लगाया जा सके।