राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक से लेकर मानव अधिकार आयोग और भाजपा नेताओं का जोधपुर दौरा.

जोधपुर इन दिनों महत्वपूर्ण गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष जस्टिस जी.आर. मूलचन्दानी आज सेन्ट्रल जेल का निरीक्षण और सामाजिक सरोकार के कार्यक्रम में शामिल होंगे। दूसरी ओर, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे RSS की राष्ट्रीय समन्वय बैठक में हिस्सा लेने जोधपुर पहुंच रहे हैं। 5-7 सितंबर को लाल सागर में होने वाली इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, इंद्रेश कुमार, बी.एल. संतोष सहित 32 संगठनों के पदाधिकारी शामिल होंगे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम और स्वयंसेवकों की तैयारियां जोरों पर हैं। यह दौरा राजनीतिक, सामाजिक और संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।

Sep 4, 2025 - 12:16
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक से लेकर मानव अधिकार आयोग और भाजपा नेताओं का जोधपुर दौरा.

जोधपुर, राजस्थान का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक शहर, इन दिनों विभिन्न महत्वपूर्ण गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की राष्ट्रीय स्तर की समन्वय बैठक, मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष का दौरा, और भाजपा के शीर्ष नेताओं का आगमन इस शहर को सुर्खियों में ला रहा है। आइए, इन सभी घटनाओं की विस्तृत जानकारी रोचक और आकर्षक तरीके से जानते हैं।

1. मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष जस्टिस जी.आर. मूलचन्दानी का जोधपुर दौरा

राजस्थान मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस जी.आर. मूलचन्दानी आज जोधपुर के दौरे पर हैं। उनका यह दौरा सामाजिक सरोकार और जेल सुधारों से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यों के लिए केंद्रित है।

सेन्ट्रल जेल का निरीक्षण: आज सुबह 10:30 बजे जस्टिस मूलचन्दानी जोधपुर की सेन्ट्रल जेल का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वे जेल की व्यवस्थाओं, कैदियों के अधिकारों, और सुधार प्रक्रियाओं का जायजा लेंगे। 

सामाजिक सरोकार में भागीदारी: दोपहर 2:00 से 4:00 बजे तक वे बनाड़ में आयोजित सामाजिक सरोकार के एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाना और समुदाय के साथ संवाद स्थापित करना है।

रात्रि विश्राम: आज रात जस्टिस मूलचन्दानी राजस्थान हाईकोर्ट के गेस्ट हाउस में विश्राम करेंगे।

अजमेर रवाना: कल सुबह 7:30 बजे वे जोधपुर से अजमेर के लिए रवाना होंगे।

यह दौरा मानव अधिकारों और सामाजिक कल्याण के प्रति जस्टिस मूलचन्दानी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, और जोधपुर में उनके इस दौरे से स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों में उत्साह देखा जा रहा है।

 2. भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का जोधपुर दौरा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज शाम जोधपुर पहुंच रहे हैं। उनका यह दौरा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महत्वपूर्ण समन्वय बैठक में भाग लेने के लिए है।

RSS की बैठक में शिरकत: नड्डा 5 से 7 सितंबर तक लाल सागर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में आयोजित RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बैठक की अध्यक्षता संघ प्रमुख मोहन भागवत करेंगे। 

सुरक्षा के कड़े इंतजाम: नड्डा के आगमन को देखते हुए जोधपुर में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है। एयरपोर्ट से लेकर सर्किट हाउस और लाल सागर तक विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।

अन्य नेताओं का आगमन: नड्डा के साथ-साथ संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार और भाजपा के संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष भी आज जोधपुर पहुंच रहे हैं।

नड्डा का यह दौरा न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है, खासकर नए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की अटकलों के बीच। 

3. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जोधपुर प्रवास

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे पिछले तीन दिनों से जोधपुर में हैं। उनका यह प्रवास राजनीतिक और धार्मिक गतिविधियों का मिश्रण रहा है।

संघ नेताओं से मुलाकात: राजे ने बुधवार को RSS प्रमुख मोहन भागवत से लाल सागर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में मुलाकात की, जो करीब 20 मिनट तक चली। इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व और राजस्थान में संगठनात्मक बदलावों से जोड़ा जा रहा है। 

धार्मिक गतिविधियां: राजे ने सूरसागर के बड़ा रामद्वारा, संत रामप्रसाद महाराज, और संत अचलानंद गिरी महाराज से मुलाकात की। इसके अलावा, उन्होंने जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर में यज्ञ में भी हिस्सा लिया।

आज का कार्यक्रम: आज राजे के जोधपुर से जयपुर या दिल्ली रवाना होने की संभावना है। हालांकि, रवाना होने से पहले वे एक बार फिर RSS की बैठक में शामिल हो सकती हैं और संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात कर सकती हैं।

राजे का यह दौरा और उनकी संघ नेताओं से मुलाकातें भाजपा में उनकी भावी भूमिका को लेकर अटकलों को हवा दे रही हैं। कुछ सूत्रों का दावा है कि RSS उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में देखना चाहता है, जबकि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह शिवराज सिंह चौहान का समर्थन कर रहे हैं। 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक

जोधपुर 5 से 7 सितंबर तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक का गवाह बनने जा रहा है। यह बैठक लाल सागर स्थित आदर्श डिफेंस एंड स्पोर्ट्स अकैडमी में आयोजित होगी।

संघ प्रमुख की मौजूदगी: इस बैठक में RSS के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, सी.आर. मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार, अतुल लिमये, इंद्रेश कुमार, और कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनमोहन वैद्य मौजूद रहेंगे। 

भाजपा नेताओं की भागीदारी: भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष, वी. सतीश, और शिवनारायण इस बैठक में शामिल होंगे।

32 संगठनों की सहभागिता: इस बैठक में संघ से प्रेरित 32 संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी हिस्सा लेंगे, जिनमें राष्ट्र सेविका समिति, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, और भारतीय मजदूर संघ शामिल हैं।

महत्वपूर्ण एजेंडा: बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक समीकरण, आर्थिक चुनौतियां, अवैध घुसपैठ, और संघ शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, नए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर भी विचार-विमर्श हो सकता है।

तैयारियां जोरों पर: स्वयंसेवक बैठक की तैयारियों में व्यापक स्तर पर जुटे हुए हैं। जोधपुर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ड्रोन उड़ाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

जोधपुर क्यों बना चर्चा का केंद्र?

जोधपुर इन दिनों न केवल संगठनात्मक और राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र है, बल्कि यह सामाजिक और मानव अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर भी ध्यान आकर्षित कर रहा है। जस्टिस मूलचन्दानी का दौरा जेल सुधार और सामाजिक सरोकार को रेखांकित करता है, जबकि RSS की बैठक और भाजपा नेताओं का आगमन राष्ट्रीय राजनीति में जोधपुर की अहमियत को दर्शाता है। वसुंधरा राजे की सक्रियता और संघ के साथ उनकी नजदीकियां राजस्थान और राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के भविष्य को लेकर नई चर्चाओं को जन्म दे रही हैं।जोधपुर का यह माहौल न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पूरे देश की नजरों के लिए महत्वपूर्ण है। आने वाले दिनों में इस बैठक के नतीजे और नेताओं की गतिविधियां भारतीय राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं।