राजस्थान में बारिश ने लिया काल का रूप,भीलवाड़ा में दो मासूम भाईयों की नाले में डूबने से मौत।
राजस्थान में मॉनसून की बेरहम बारिश ने कई घरों में मातम बिखेर दिया। भीलवाड़ा में दो मासूम चचेरे भाइयों की जिंदगी बरसाती नाले के क्रूर बहाव ने छीन ली। सवाई माधोपुर में एक युवक अपने ट्रैक्टर के साथ गलवा नदी की भेंट चढ़ गया, उसका कोई अता-पता नहीं। टोंक में एक और युवक की जान 36 घंटे बाद मिले शव ने उजागर की। कोटा, झालावाड़, टोंक और भीलवाड़ा की सड़कों पर पानी का सैलाब है, जो लोगों के दिलों में डर और बेबसी भर रहा है। मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट और बीसलपुर बांध के बढ़ते जलस्तर ने चिंता को और गहरा कर दिया है। यह बारिश अब जीवनदायिनी नहीं, बल्कि काल बनकर सामने आ रही है।

राजस्थान में मॉनसून की भारी बारिश अब आफत का रूप ले रही है। रविवार सुबह भीलवाड़ा जिले में एक दर्दनाक हादसे में दो नाबालिग चचेरे भाई बरसाती नाले के तेज बहाव में डूब गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, सवाई माधोपुर और टोंक में भी बारिश के कारण हुए हादसों ने जनजीवन को प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी से आए सिस्टम और ट्रफ लाइन की स्थिरता के कारण अगले कुछ दिनों तक राज्य के 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
भीलवाड़ा में दुखद हादसा
भीलवाड़ा में रविवार सुबह दो नाबालिग चचेरे भाई बरसाती नाले में नहाने गए थे। तेज बहाव के कारण दोनों बह गए और उनकी जान चली गई। स्थानीय लोगों और प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। इस घटना ने इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी।
सवाई माधोपुर और टोंक में भी बारिश का कहर
सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में शनिवार रात गलवा नदी में तेज बहाव के कारण एक ट्रैक्टर ड्राइवर सहित बह गया। ड्राइवर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला। वहीं, टोंक जिले की गलवा नदी में 36 घंटे पहले बहे एक युवक का शव रविवार सुबह बरामद किया गया। टोंक के देवली उपखंड के राजमहल इलाके में लगातार बारिश से सड़कों पर पानी भर गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
जलभराव से शहरों में बिगड़े हालात
कोटा, झालावाड़, टोंक और भीलवाड़ा के शहरी इलाकों में भारी बारिश के कारण गलियों में नदी जैसा दृश्य देखने को मिला। झालावाड़ में एक ही दिन में 270 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हो गए। लोग घरों से पानी निकालने में जुटे रहे।
बांधों में बढ़ा जलस्तर
लगातार बारिश के कारण बीसलपुर बांध का जलस्तर 313.95 आरएल मीटर तक पहुंच गया है। इस बांध को पानी देने वाली त्रिवेणी नदी 2.60 मीटर की रफ्तार से बह रही है। अन्य नदियों और बांधों में भी पानी की आवक बढ़ रही है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने 30 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें 12 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है। लोगों से सतर्क रहने और नदी-नालों से दूर रहने की अपील की गई है।
यह बारिश जहां किसानों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं जलभराव और हादसों ने इसे कई इलाकों में काल का रूप दे दिया है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।