बेटिंग ऐप घोटाला: प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा समेत 29 सेलेब्स ED के रडार पर, ₹284.5 करोड़ की संपत्ति जब्त!
प्रवर्तन निदेशालय ने 29 हस्तियों, जिनमें प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, और राणा दग्गुबाती शामिल हैं, को अवैध सट्टेबाजी ऐप घोटाले में PMLA के तहत दर्ज किया, और ₹284.5 करोड़ की संपत्ति जब्त की। जांच में जंगली रम्मी, A23 जैसे ऐप्स की मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों का खुलासा हुआ।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 29 हस्तियों, जिनमें प्रसिद्ध अभिनेता प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, और राणा दग्गुबाती शामिल हैं, को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत दर्ज किया है। जांच के तहत, एजेंसी ने ₹284.5 करोड़ की संपत्ति जब्त की है, जिसने तेलुगु फिल्म उद्योग और प्रभावशाली हस्तियों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
ED की कार्रवाई हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस द्वारा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दर्ज पांच प्राथमिकियों (FIRs) पर आधारित है, जो जंगली रम्मी, A23, JeetWin, Parimatch, Lotus365 जैसे अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को निशाना बनाती हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर आरोप है कि इन्होंने अवैध सट्टेबाजी और जुए के जरिए करोड़ों रुपये की गैर-कानूनी कमाई की, जो पब्लिक गैंबलिंग एक्ट, 1867, और अन्य कानूनी प्रावधानों, जैसे भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4), 112, और 49, तेलंगाना गेमिंग एक्ट की धारा 3, 3A, और 4, और IT एक्ट, 2000 (संशोधित 2008) की धारा 66D का उल्लंघन करता है।
जांच की शुरुआत व्यवसायी फणींद्र सरमा की शिकायत से हुई, जिन्होंने आरोप लगाया कि प्रमुख हस्तियों के प्रचार ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को गुमराह किया, जिससे उन्हें भारी वित्तीय नुकसान हुआ। एक शिकायतकर्ता ने कथित तौर पर यूट्यूब विज्ञापनों से प्रभावित होकर ₹3 करोड़ से अधिक का नुकसान उठाया।
जांच के दायरे में हस्तियां और प्रभावशाली लोग
ED ने 29 व्यक्तियों को नामित किया है, जिनमें प्रसिद्ध अभिनेता, टेलीविजन होस्ट, यूट्यूबर, और सोशल मीडिया प्रभावशाली लोग शामिल हैं, जिन पर इन अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स को प्रचारित करने का आरोप है। सूची में शामिल हैं:
- अभिनेता: विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, मंचु लक्ष्मी, निधि अग्रवाल, प्रणिता सुभाष, अनन्या नगल्ला
- टीवी हस्तियां और होस्ट: श्रीमुखी, श्यामला, वर्षिणी सौंदर्यजन, वसंत्थी कृष्णन, शोभा शेट्टी, अमृता चौधरी, नयनी पवानी, नेहा पठान, पांडु, पद्मावती, विष्णु प्रिया
- डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स: हर्षा साई, बय्या सनी यादव, और यूट्यूब चैनल ‘लोकल बॉय नानी’
इन हस्तियों पर आरोप है कि इन्होंने सोशल मीडिया, यूट्यूब, और पॉप-अप विज्ञापनों के जरिए इन ऐप्स को प्रचारित किया, जिसने अवैध जुए को बढ़ावा दिया। कुछ प्रचार मनोरंजन या सामाजिक सेवा पहल के रूप में छिपाए गए थे, जिससे जनता में आक्रोश फैला और पुलिस में शिकायतें दर्ज हुईं।
आरोप और वित्तीय लेनदेन
ED को संदेह है कि इन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स ने पेड प्रचार अभियानों के जरिए बड़ी रकम की मनी लॉन्ड्रिंग की, जिससे करोड़ों रुपये की “अपराध की आय” उत्पन्न हुई। एजेंसी हस्तियों और प्रभावशाली लोगों से जुड़े वित्तीय लेनदेन और डिजिटल ट्रेल्स की जांच कर रही है, ताकि उनकी संलिप्तता और गैर-कानूनी फंड से लाभ की स्थिति का पता लगाया जा सके।
प्राधिकरणों का अनुमान है कि इस घोटाले ने हजारों उपयोगकर्ताओं को वित्तीय नुकसान पहुंचाया, जिसमें इन ऐप्स से जुड़े लेनदेन हजारों करोड़ रुपये तक पहुंचे। ED इन प्लेटफॉर्म्स के प्रबंधन से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों की भी जांच कर रही है, जिनका नाम Enforcement Case Information Report (ECIR) में शामिल है।
हस्तियों की प्रतिक्रिया
कई हस्तियों ने बयान जारी कर गलत काम से इनकार किया और इन प्लेटफॉर्म्स के साथ अपनी संलिप्तता को स्पष्ट किया:
- विजय देवरकोंडा ने A23 के समर्थन का बचाव करते हुए कहा कि यह एक स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्किल का खेल माना है, न कि जुआ। उनकी टीम ने बताया कि यह अभियान 2023 में समाप्त हो गया था और केवल कानूनी रूप से अनुमत क्षेत्रों तक सीमित था।
- राणा दग्गुबाती ने अपनी कानूनी टीम के माध्यम से स्पष्ट किया कि उनका एक स्किल-बेस्ड गेमिंग ऐप के साथ संबंध 2017 में समाप्त हो गया था। उन्होंने जोर दिया कि सभी प्रचार कानूनी अनुपालन के लिए जांचे गए थे और केवल उन क्षेत्रों तक सीमित थे जहां ऐसे प्लेटफॉर्म्स की अनुमति थी।
- प्रकाश राज ने स्वीकार किया कि उन्होंने 2016 में जंगली रम्मी का प्रचार किया था, लेकिन एक साल के भीतर इसे नैतिक रूप से अनुचित मानकर अनुबंध समाप्त कर दिया। उन्होंने X पर कहा कि 2017 के बाद उन्होंने किसी गेमिंग ऐप का प्रचार नहीं किया और जरूरत पड़ने पर अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे।
अन्य हस्तियों ने भी दावा किया कि उन्हें इन ऐप्स की अवैध गतिविधियों की जानकारी नहीं थी और उन्होंने किसी गलत काम के लिए इनसे संबंध नहीं बनाया। ED आने वाले दिनों में उनके बयान दर्ज करने की योजना बना रही है ताकि उनकी दोषिता या निर्दोषता का पता लगाया जा सके।
पिछली जांच और संदर्भ
यह पहला मामला नहीं है जब हस्तियों को सट्टेबाजी ऐप घोटालों से जोड़ा गया है। 2025 की शुरुआत में, ED ने महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले की जांच की थी, जिसमें अवैध ऑनलाइन जुआ और मनी लॉन्ड्रिंग शामिल थी। बॉलीवुड हस्तियों जैसे रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, और कपिल शर्मा को 2023 में UAE में आयोजित ऐप के ₹200 करोड़ के शानदार शादी समारोह में प्रचारात्मक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए समन किया गया था।
वर्तमान मामला भारत में ऑनलाइन जुए को विनियमित करने की बढ़ती चुनौती को उजागर करता है, जहां पुराने कानून डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और प्रभावशाली मार्केटिंग के उदय से जूझ रहे हैं। उद्योग निकायों ने हस्तियों से आग्रह किया है कि वे विशेष रूप से कानूनी ग्रे क्षेत्रों में संचालित ब्रांड्स के साथ सावधानी बरतें।
चल रही जांच और भविष्य के कदम
ED जल्द ही नामित व्यक्तियों को पूछताछ के लिए समन जारी करने की उम्मीद है और उन उपयोगकर्ताओं से अतिरिक्त FIRs और शिकायतें एकत्र कर रही है जो इन प्लेटफॉर्म्स द्वारा ठगे गए। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स, जिसमें रम्मी शामिल है, पर और सख्ती करने के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन की घोषणा की है।
जांच का लक्ष्य “अपराध की आय” की पूरी हद और इस घोटाले में हस्तियों की भूमिका को उजागर करना है। ₹284.5 करोड़ की संपत्ति पहले ही जब्त की जा चुकी है, और ED की जांच डिजिटल जुआ क्षेत्र में हस्तियों के प्रचार पर और अधिक जांच को बढ़ाएगी, जिससे जवाबदेही और नैतिक जिम्मेदारी पर सवाल उठ रहे हैं।
जैसे-जैसे मामला सामने आएगा, यह अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी को रोकने और कमजोर उपयोगकर्ताओं को वित्तीय शोषण से बचाने के लिए सख्त नियमों की आवश्यकता को रेखांकित करता है।