इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर कोटा में नाबालिग के साथ किया रेप , NEET आरोपी फरार
कोटा में एक 15 वर्षीय नाबालिग कोचिंग छात्रा के साथ 17 वर्षीय नाबालिग कोचिंग छात्र पर दुष्कर्म का आरोप लगा है। दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी। आरोपी पीड़िता को कोचिंग जाने से रोकता था और जबरन अपने साथ ले जाता था। पीड़िता की कोचिंग में अनुपस्थिति से परिवार को घटना का पता चला। 8 जुलाई 2025 को भीमगंजमंडी थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपी फरार है, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

कोटा, राजस्थान, जो अपनी कोचिंग सेंटरों के लिए देशभर में प्रसिद्ध है, एक बार फिर एक शर्मनाक घटना के कारण सुर्खियों में है। भीमगंजमंडी थाना क्षेत्र में एक 15 वर्षीय नाबालिग कोचिंग छात्रा के साथ दुष्कर्म का गंभीर मामला सामने आया है। आरोपी, 17 वर्षीय नाबालिग कोचिंग छात्र, जो करौली का रहने वाला है और दो साल से कोटा में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है, पर कई दिनों तक पीड़िता के साथ रेप करने का आरोप है। दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर शुरू हुई थी, जो इस अपराध का कारण बनी।
घटना का खुलासा
पुलिस के अनुसार, पीड़िता के परिवार ने बताया कि उनकी बेटी पिछले एक महीने से कोचिंग क्लास में लगातार अनुपस्थित थी। परिजनों का आरोप है कि आरोपी कोचिंग के समय पीड़िता को जबरन अपने साथ ले जाता था और उसे कक्षाओं में जाने से रोकता था। इस अनुपस्थिति ने परिवार को शक पैदा किया, जिसके बाद उन्होंने मामले की पड़ताल की और इस घिनौने अपराध का पता चला। 8 जुलाई 2025 को भीमगंजमंडी थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस की कार्रवाई
भीमगंजमंडी थाना अधिकारी रामकिशन गोदारा ने बताया कि आरोपी और पीड़िता पड़ोस में रहते थे, जिससे आरोपी को पीड़िता तक आसानी से पहुंचने का मौका मिला। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया और उसके बयान दर्ज किए। मेडिकल रिपोर्ट ने दुष्कर्म की पुष्टि की है। हालांकि, आरोपी घटना के बाद से फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में व्यापक छापेमारी कर रही है।
सोशल मीडिया की भूमिका
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी और पीड़िता की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता से नियमित मुलाकात शुरू की और कथित तौर पर उसे डरा-धमकाकर इस अपराध को अंजाम दिया। यह मामला सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल और नाबालिगों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।
सामाजिक और शैक्षिक चिंताएं
यह घटना कोटा में नाबालिग कोचिंग छात्र-छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। कोटा में हर साल लाखों नाबालिग छात्र अपने परिवार से दूर पढ़ाई के लिए आते हैं। ऐसी घटनाएं कोचिंग संस्थानों, स्थानीय प्रशासन और अभिभावकों की जिम्मेदारी को रेखांकित करती हैं। साथ ही, सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल को रोकने और युवाओं को सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार के प्रति जागरूक करने की जरूरत को दर्शाती है।
यह घटना न केवल एक आपराधिक मामला है, बल्कि समाज, शैक्षिक संस्थानों और अभिभावकों के लिए एक चेतावनी भी है। कोटा जैसे शहरों में, जहां लाखों युवा अपने भविष्य को संवारने के लिए आते हैं, वहां उनकी सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। इस मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और समाज की जागरूकता से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद मिल सकती है।