राजकुमार राव की ‘मालिक’: प्रयागराज में अपराध और सत्ता की रोमांचक गाथा

राजकुमार राव की ‘मालिक’ एक रॉ गैंगस्टर ड्रामा है, जो 1988 के प्रयागराज में सत्ता, अपराध और प्यार की कहानी बयान करती है। शानदार अभिनय और प्रभावी निर्देशन के बावजूद, सेकेंड हाफ में थोड़ा ढीलापन खलता है। दैनिक भास्कर ने इसे 3.5/5 स्टार दिए।

Jul 11, 2025 - 16:27
राजकुमार राव की ‘मालिक’: प्रयागराज में अपराध और सत्ता की रोमांचक गाथा

राजकुमार राव की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘मालिक’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। पुलकित के निर्देशन में बनी इस गैंगस्टर ड्रामे में राजकुमार राव के साथ प्रोसेनजीत चटर्जी, मानुषी छिल्लर, सौरभ शुक्ला, अंशुमान पुष्कर, स्वानंद किरकिरे और हुमा कुरैशी जैसे दिग्गज कलाकारों ने अहम भूमिकाएं निभाई हैं। 2 घंटे 29 मिनट की यह फिल्म सत्ता की भूख, जातीय राजनीति, निजी नुकसान और सिस्टम से टकराव की कहानी को रॉ और इमोशनल अंदाज में पेश करती है। दैनिक भास्कर ने इसे 5 में से 3.5 स्टार की रेटिंग दी है।

कहानी: अपराध, प्यार और प्रतिशोध का ताना-बाना

1988 के प्रयागराज की पृष्ठभूमि पर आधारित यह फिल्म दीपक (राजकुमार राव) की कहानी है, जो एक किसान का बेटा है। एक दर्दनाक हादसे के बाद वह अपराध की दुनिया में कदम रखता है और धीरे-धीरे ‘मालिक’ बन जाता है - एक ऐसा नाम जिससे लोग डरते भी हैं और सम्मान भी करते हैं। उसके जीवन में शालिनी (मानुषी छिल्लर) एक उम्मीद की किरण बनकर आती है, लेकिन अपराध और प्यार का मेल मुश्किल होता है। कहानी में कई ट्विस्ट और टर्न्स हैं, और जैसे-जैसे दीपक का रुतबा बढ़ता है, उसकी दुनिया और खतरनाक होती जाती है।

अभिनय: राजकुमार राव का दमदार प्रदर्शन

राजकुमार राव इस फिल्म की जान हैं। एक सीन में जहां वह अपने दुश्मनों के गले में रस्सी डालकर सिर्फ आंखों से बात करते हैं, वह उनकी अभिनय क्षमता का शिखर है। मानुषी छिल्लर ने शालिनी के किरदार में ईमानदारी दिखाई, लेकिन उनके रोल में गहराई की कमी खलती है। एक गैंगस्टर की पत्नी के किरदार में वह कुछ जगहों पर कमजोर पड़ती हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .