83K वाली Instagram इन्फ्लुएंसर निकली ड्रग तस्कर, 150 ग्राम MD के साथ गिरफ्तार

चितलवाना पुलिस ने सिवाडा चौकी पर रोडवेज बस से 83k फॉलोअर्स वाली इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर को 150 ग्राम MD के साथ गिरफ्तार किया। बाड़मेर से गुजरात ड्रग्स सप्लाई करने जा रही थी। IPS कांबले शरण गोपीनाथ के नेतृत्व में "ऑपरेशन मदमर्दन" के तहत यह कार्रवाई नशा मुक्त सांचौर अभियान का हिस्सा है।

Jul 13, 2025 - 20:41
Jul 13, 2025 - 20:44
83K वाली Instagram इन्फ्लुएंसर निकली ड्रग तस्कर, 150 ग्राम MD के साथ गिरफ्तार

जालोर जिले के सांचौर में चितलवाना पुलिस ने IPS कांबले शरण गोपीनाथ के नेतृत्व में एक सनसनीखेज कार्रवाई को अंजाम दिया है। सिवाडा पुलिस चौकी पर रोडवेज बस में सवार एक महिला, जिसकी इंस्टाग्राम पर 83,000 फॉलोअर्स की चमक-धमक थी, को 150 ग्राम से अधिक मादक पदार्थ (MD) के साथ गिरफ्तार किया गया। इस महिला की पहचान भंवरी उर्फ भाविका चौधरी के रूप में हुई है, जो बाड़मेर से गुजरात ड्रग्स की सप्लाई करने जा रही थी

सोशल मीडिया पर अपनी ग्लैमरस जिंदगी की तस्वीरें साझा करने वाली यह इन्फ्लुएंसर असल में ड्रग तस्करी जैसे खतरनाक खेल में लिप्त थी। 

ऑपरेशन मदमर्दन: नशा मुक्त सांचौर की दिशा में कड़ा कदम

IPS कांबले शरण गोपीनाथ के निर्देशन में चलाए जा रहे "ऑपरेशन मदमर्दन" ने नशा तस्करों के बीच खौफ पैदा कर दिया है। यह कार्रवाई नशा मुक्त सांचौर अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत पुलिस लगातार ड्रग तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है। भाविका की गिरफ्तारी इस अभियान की एक और बड़ी सफलता है। पुलिस अब उसके ड्रग नेटवर्क और अन्य साथियों के बारे में गहन पूछताछ कर रही है, ताकि इस अवैध धंधे की जड़ तक पहुंचा जा सके।

सोशल मीडिया की आड़ में अपराध का जाल 

यह मामला दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग सोशल मीडिया की चमक-धमक का इस्तेमाल अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए करते हैं। 83,000 फॉलोअर्स वाली भाविका चौधरी, जो इंस्टाग्राम पर अपनी लाइफस्टाइल और ग्लैमरस छवि के लिए जानी जाती थी, अब सलाखों के पीछे है। इस घटना ने सोशल मीडिया की दुनिया में सनसनी मचा दी है और यह सवाल उठाया है कि कितने और लोग ऐसी चमक के पीछे अपराध का खेल खेल रहे हैं।

चितलवाना पुलिस की इस कार्रवाई ने नशा तस्करों को सख्त संदेश दिया है कि सांचौर में अवैध धंधों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। "ऑपरेशन मदमर्दन" के तहत पुलिस की यह मुहिम नशा मुक्त समाज की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो रही है। भाविका की गिरफ्तारी से न केवल तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क उजागर हुआ है, बल्कि यह भी साफ हो गया है कि पुलिस की पैनी नजर से कोई नहीं बच सकता।