2500 किमी दूर, कटा हाथ, फिर भी बंधा प्यार का बंधन: नीरज और सुमित्रा की कहानी

नीरज और सुमित्रा की प्रेम कहानी, जो इंस्टाग्राम से शुरू होकर हादसे और परिवार के विरोध के बावजूद मंदिर विवाह और कोर्ट मैरिज तक पहुंची, सच्चे प्यार और समर्पण की मिसाल है।

Jul 12, 2025 - 19:49
2500 किमी दूर, कटा हाथ, फिर भी बंधा प्यार का बंधन: नीरज और सुमित्रा की कहानी

बिहार के जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र से एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है, जो न केवल दिलों को छू रही है, बल्कि समर्पण, साहस और विश्वास की मिसाल बन गई है। यह कहानी है नीरज और सुमित्रा की, जिनका प्यार इंस्टाग्राम की एक साधारण बातचीत से शुरू होकर आज एक पवित्र बंधन तक पहुंच चुका है। इस जोड़े ने न केवल सामाजिक बाधाओं को पार किया, बल्कि जिंदगी के सबसे कठिन पलों में भी एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ा।

इंस्टाग्राम से शुरू हुआ प्यार

नीरज और सुमित्रा, दोनों झाझा के रहने वाले हैं। दो साल पहले इंस्टाग्राम पर उनकी बातचीत शुरू हुई, जो धीरे-धीरे गहरे प्यार में बदल गई। लेकिन जब सुमित्रा के परिवार को इस रिश्ते की भनक लगी, तो उन्होंने उसे गुजरात के वापी शहर अपनी बहन के पास भेज दिया। दूरी ने उनके प्यार को कमजोर करने की बजाय और मजबूत कर दिया। नीरज ने अपने प्यार को पाने के लिए 2500 किलोमीटर का लंबा सफर तय किया और वापी में एक कमरा लेकर रहने लगा। उन्होंने वहां एक कंपनी में नौकरी शुरू की, और सुमित्रा भी उनके साथ छह महीने तक लिव-इन रिलेशनशिप में रही।

हादसे ने बदली जिंदगी, लेकिन नहीं टूटा प्यार

सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन 21 अप्रैल को नीरज के साथ एक दर्दनाक हादसा हुआ। फैक्ट्री में काम करते समय उनका दाहिना हाथ मशीन में फंसकर कट गया। इस मुश्किल घड़ी में जब नीरज अकेले थे, सुमित्रा ने उनका साथ नहीं छोड़ा। उन्होंने नीरज का इलाज करवाया, उनकी सेवा की और उनके साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। सुमित्रा की यह निष्ठा और समर्पण नीरज के लिए नई उम्मीद बनकर सामने आई।

परिवार के विरोध के बावजूद एकजुट हुए

जब नीरज ठीक होकर जमुई लौटने की तैयारी करने लगे, तो सुमित्रा ने भी उनके साथ चलने का फैसला किया। सुमित्रा की बहन ने इसका जमकर विरोध किया और उनका सामान तक छिपा लिया, लेकिन सुमित्रा का प्यार अडिग था। वह नीरज के साथ भागकर जमुई पहुंच गई। इसके बाद दोनों ने मंदिर में सात फेरे लिए और गुरुवार को कोर्ट मैरिज कर अपने रिश्ते को कानूनी मान्यता दी।

नीरज और सुमित्रा की भावनाएं

नीरज ने भावुक होकर कहा, "जब मेरा हाथ कटा, तब सुमित्रा ने मेरा साथ नहीं छोड़ा। मुझे यकीन है कि वह जीवन भर मेरा साथ देगी।" वहीं, सुमित्रा ने कहा, "हमने एक-दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ने का वादा किया था, और आज हमने उस वादे को पूरा कर दिखाया।" फिलहाल यह जोड़ा अपने रिश्तेदार के घर रह रहा है और एक नई जिंदगी की शुरुआत कर रहा है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .