बांसवाड़ा:BJP विधायक का थाने में हंगामा ,DSP के पैर छूए, थानाधिकारी पर लगाए माफियाओं से सांठगांठ के आरोप!
बांसवाड़ा के गढ़ी थाने में भाजपा विधायक कैलाशचंद्र मीणा ने थानाधिकारी रोहित कुमार पर बजरी और भूमाफियाओं से सांठगांठ के आरोप लगाते हुए धरना दिया। नाराज विधायक ने DSP सुदर्शन पालीवाल के सामने हाथ जोड़कर और पैर छूने की बात कही, साथ ही थानाधिकारी को "कपड़े उतारकर घर भेजने" की धमकी दी। मामला अवैध कब्जे और एक संदिग्ध आत्महत्या से जुड़ा है, जिसमें कार्रवाई न होने से विधायक नाराज थे। डीएसपी ने जांच का आश्वासन दिया।

राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के गढ़ी थाने में शनिवार शाम एक अभूतपूर्व नजारा देखने को मिला, जब स्थानीय भाजपा विधायक कैलाशचंद्र मीणा ने अपनी ही सरकार के पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने के बाहर धरना दे दिया। मामला इतना तूल पकड़ गया कि विधायक ने गुस्से में गढ़ी सर्कल के पुलिस उपअधीक्षक (डीएसपी) सुदर्शन पालीवाल के सामने हाथ जोड़कर और पैर छूने की बात कहते हुए थानाधिकारी रोहित कुमार पर जमकर भड़ास निकाली। इस घटना का वीडियो रविवार को सामने आने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
क्या है पूरा मामला?
विधायक कैलाशचंद्र मीणा परतापुर कस्बे में जमीन पर अवैध कब्जे और मोर गांव में एक युवक की संदिग्ध आत्महत्या के मामले को लेकर पीड़ितों के साथ गढ़ी थाने पहुंचे थे। उनका आरोप था कि इन मामलों में शिकायत दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। नाराज विधायक ने थानाधिकारी रोहित कुमार पर बजरी और भूमाफियाओं से मिलीभगत का सनसनीखेज आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि थानाधिकारी दलालों और माफियाओं के साथ मिलकर अवैध वसूली कर रहे हैं, जिससे थाना "दलालों की धर्मशाला" बन गया है। विधायक ने गुस्से में यह तक कह डाला कि अगर यही हाल रहा तो थानाधिकारी को बिना कपड़ों के घर भेज देंगे।
DSP के सामने विधायक की गुहार
जैसे ही मामला गर्माया, डीएसपी सुदर्शन पालीवाल मौके पर पहुंचे। विधायक ने उनसे भावुक अपील करते हुए कहा, "मैं हाथ जोड़ता हूं, पैर पकड़ लेता हूं, आप नहीं आते तो थानाधिकारी को बिना कपड़ों घर जाना पड़ता।" उन्होंने डीएसपी से तत्काल कार्रवाई की मांग की और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। विधायक का कहना था कि गरीब आदिवासियों को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, जबकि माफिया थाने में बैठकर सौदेबाजी कर रहे हैं।
पुलिस का जवाब
डीएसपी सुदर्शन पालीवाल ने विधायक को आश्वासन दिया कि सभी मामलों की जांच चल रही है और उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जा चुकी है। थानाधिकारी रोहित कुमार ने भी सफाई देते हुए कहा कि जांच के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, विधायक के गंभीर आरोपों ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।विधायक की यह टिप्पणी कि "थानाधिकारी के कपड़े उतरवाकर घर भेज देंगे" और डीएसपी के सामने उनकी भावुक गुहार ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो और चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। कुछ लोग विधायक के इस कदम को पीड़ितों के लिए न्याय की लड़ाई मान रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक ड्रामा करार दे रहे हैं।
यह घटना न केवल बांसवाड़ा बल्कि पूरे राजस्थान में चर्चा का विषय बन गई है। विधायक के आरोपों के बाद अब पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है कि वह इन मामलों में पारदर्शी जांच करे और उचित कार्रवाई करे।
दूसरी ओर, यह सवाल भी उठ रहा है कि अपनी ही सरकार में विधायक को इस तरह धरने पर बैठने और DSP के पैर छूने की नौबत क्यों आई? इस घटना ने पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।इस मामले पर अगली कार्रवाई और जांच के नतीजे क्या होंगे, यह देखना बाकी है। लेकिन इतना तय है कि यह घटना लंबे समय तक लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रहेगी।