पॉर्न वीडियो बनाने वाली लड़की ने जैसलमेर में बुजुर्ग के बाद गन्ने का ज्यूस बेचने वाले युवक को बनाया निशाना पूरे क्षेत्र में सनसनी

ताजा मामला एक और निर्दोष व्यक्ति के साथ सामने आया है, जिसे एक सुनियोजित पॉर्न वीडियो जाल में फंसाकर उसकी जिंदगी तबाह करने की कोशिश की गई। यह घटना डिजिटल युग के अंधेरे पहलू को उजागर करती है, जहां तकनीक का दुरुपयोग आम लोगों की जिंदगी को नष्ट कर रहा है।

May 7, 2025 - 23:02
May 8, 2025 - 06:47
पॉर्न वीडियो बनाने वाली लड़की ने जैसलमेर में बुजुर्ग के बाद गन्ने का ज्यूस बेचने वाले युवक को बनाया निशाना पूरे क्षेत्र में सनसनी
पॉर्न वीडियो बनाने वाली लड़की ने जैसलमेर में बुजुर्ग के बाद गन्ने का ज्यूस बेचने वाले युवक को बनाया निशाना पूरे क्षेत्र में सनसनी

जयपुर : कुछ दिन पहले जैसलमेर में एक बुजुर्ग को निशाना बनाकर बनाया गया अश्लील वीडियो सोशल मीडिया और पोर्न साइट्स पर वायरल हुआ था। अब यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामला एक और निर्दोष व्यक्ति के साथ सामने आया है, जिसे एक सुनियोजित पॉर्न वीडियो जाल में फंसाकर उसकी जिंदगी तबाह करने की कोशिश की गई। यह घटना डिजिटल युग के अंधेरे पहलू को उजागर करती है, जहां तकनीक का दुरुपयोग आम लोगों की जिंदगी को नष्ट कर रहा है। यह खबर हर किसी के लिए एक चेतावनी है—सावधान रहें, जागरूक रहें, और इस डिजिटल दलदल से खुद को और अपने प्रियजनों को बचाएं।

एक लड़की ने जैसलमेर में एक बुजुर्ग को बहला-फुसलाकर उसका अश्लील वीडियो बनाया गया और उसे पोर्न साइट पर अपलोड कर वायरल कर दिया गया। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब एक नया मामला सामने आया है। इस बार एक युवती ने सड़क किनारे गन्ने का जूस बेचने वाले एक युवक को अपना शिकार बनाया। उसने पहले युवक से दोस्ताना व्यवहार कर उसका विश्वास जीता, फिर चालाकी से उसका वीडियो रिकॉर्ड किया। इस वीडियो को डिजिटल रूप से मॉर्फ कर अश्लील सामग्री में बदला गया और सोशल मीडिया के साथ-साथ पोर्न साइट पर अपलोड कर दिया। वीडियो के वायरल होने के बाद पीड़ित युवक और उसका परिवार सदमे में है। ये घटनाएं न केवल व्यक्तिगत जिंदगियों को बर्बाद कर रही हैं, बल्कि समाज के नैतिक और सामाजिक ढांचे को भी कमजोर कर रही हैं।

साइबर अपराध का बढ़ता दायरा
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डिजिटल टूल्स के दुरुपयोग ने ऐसे अपराधों को और आसान बना दिया है। फोटो और वीडियो को एडिट कर अश्लील सामग्री बनाना अब पहले से कहीं ज्यादा सरल हो गया है। अपराधी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां डिजिटल जागरूकता की कमी है। ग्रामीण और छोटे शहरों के लोग, जो तकनीक के इस खतरे से अनजान हैं, आसानी से इनके जाल में फंस जाते हैं।

भारत में अश्लील सामग्री को ऑनलाइन फैलाना गैरकानूनी है। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 67 और 67ए के तहत ऐसे अपराधों के लिए सजा का प्रावधान है। इसके अलावा, बच्चों से संबंधित मामलों में पॉक्सो एक्ट लागू होता है। पुलिस ने इन मामलों में त्वरित कार्रवाई शुरू की है और साइबर सेल की मदद से वीडियो के स्रोत का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) के जरिए लोगों से शिकायत दर्ज करने की अपील की गई है।

 हमारी युवा पीढ़ी और समाज के भविष्य के लिए खतरा है। सरकार को सोशल मीडिया पर सख्त निगरानी, साइबर अपराधों के खिलाफ कठोर कानून, और ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।" लोगों को सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी और तस्वीरें साझा करने से बचना चाहिए। अनजान लोगों से बातचीत में सावधानी बरतें और संदिग्ध गतिविधि की तुरंत शिकायत करें।"

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ, पत्रकारिता के क्षेत्र में 10 से अधिक वर्षों का अनुभव !