उद्घाटन से पहले ढही सड़क, सरकार और निर्माण गुणवत्ता पर उठे गंभीर सवाल

हाल ही में बनी एक सड़क, जो गांवों को जोड़ती थी, उद्घाटन से पहले भारी बारिश में ढह गई, जिससे निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठे। स्थानीय लोग लापरवाही और घटिया सामग्री के उपयोग का आरोप लगा रहे हैं, और उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं, जबकि घटना का वायरल वीडियो व्यापक आक्रोश पैदा कर रहा है। अधिकारियों ने स्थल का निरीक्षण किया, लेकिन जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई अभी स्पष्ट नहीं है।

Jul 9, 2025 - 14:37
उद्घाटन से पहले ढही सड़क, सरकार और निर्माण गुणवत्ता पर उठे गंभीर सवाल

राजस्थान के झुंझुनू जिले के बाघोली क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में निर्मित बाघोली-जहाज सड़क, जो राष्ट्रीय राजमार्ग-52 (NH-52) को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी थी, उद्घाटन से पहले ही भारी बारिश के कारण काटली नदी के तेज बहाव में बह गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूटकर पानी में समा रहा है।

यह सड़क उदयपुरवाटी क्षेत्र में बाघोली और जहाज गांवों को जोड़ने के लिए बनाई गई थी। लगभग छह महीने पहले शुरू हुआ यह निर्माण कार्य हाल ही में पूरा हुआ था, और इसका उद्घाटन होना बाकी था। लेकिन रविवार, 6 जुलाई को हुई 86 मिमी की भारी बारिश ने काटली नदी में अचानक उफान ला दिया। नदी के तेज बहाव ने सड़क के एक बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया, जिसके साथ एक बिजली का खंभा भी पानी में बह गया। इस घटना के कारण आसपास के गांवों, जैसे पापड़ा और पंचलगी, का संपर्क पूरी तरह टूट गया।

स्थानीय लोगों का गुस्सा

घटना के बाद बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण काटली नदी के किनारे जमा हो गए और ठेकेदार तथा अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग और लापरवाही बरती गई, जिसके कारण यह सड़क पहली ही बारिश में ढह गई। उन्होंने दोषियों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, ग्रामीणों ने मांग की है कि सड़क का पुनर्निर्माण तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सड़क का एक हिस्सा पानी की तेज धारा में भरभराकर गिर रहा है। इस वीडियो ने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। कई यूजर्स ने इसे भ्रष्टाचार और लापरवाही का प्रतीक बताया, जबकि कुछ ने भारी बारिश को इसका कारण ठहराया। एक एक्स पोस्ट में यूजर ने लिखा, "मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में सड़कों में गड्ढों की होड़ थी, लेकिन बाजी राजस्थान ने मार ली।"

अधिकारियों का दौरा

घटना की सूचना मिलते ही उदयपुरवाटी उपखंड अधिकारी सुमन सोनल, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता हरीश यादव सहित अन्य अधिकारियों ने मौके का दौरा किया। अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त सड़क का जायजा लिया और स्थिति का आकलन किया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि सड़क निर्माण में हुई लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठेकेदार या अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी या नहीं।

निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल

यह सड़क बाघोली से ठीकरिया तक NH-52 को जोड़ने के लिए बनाई गई थी, जिसकी लंबाई लगभग 10.5 किलोमीटर थी। निर्माण के दौरान यह प्रोजेक्ट कई विवादों में रहा, जिसमें कुंभाराम लिफ्ट परियोजना की पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाने का मामला भी शामिल था। विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क का निर्माण नाले के बहाव क्षेत्र में बिना उचित तकनीकी जांच के किया गया, जिसके कारण यह एक ही बारिश में नष्ट हो गई।

भारी बारिश का प्रभाव

मौसम विभाग के अनुसार, झुंझुनू सहित राजस्थान के कई जिलों में इस मानसून सीजन में सामान्य से 175% अधिक बारिश दर्ज की गई है। उदयपुरवाटी में पिछले 24 घंटों में 86 मिमी बारिश हुई, जिसके कारण नदियां और नाले उफान पर हैं। इस बारिश ने जहां किसानों के लिए राहत लाई, वहीं सड़कों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया।

स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों ने मांग की है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और निर्माण में हुई अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाए। साथ ही, भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सड़क निर्माण में गुणवत्ता और तकनीकी मानकों का सख्ती से पालन करने की जरूरत है।

इस घटना ने एक बार फिर सरकारी निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी को उजागर किया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या प्रभावित गांवों को जल्द ही बेहतर सड़क सुविधा मिल पाएगी।

Yashaswani Journalist at The Khatak .