जोधपुर में ज्वैलर्स की दुकान से सोने की चोरी का सनसनीखेज खुलासा: मोगिया गैंग की तीन शातिर महिलाएं कोटा से गिरफ्तार.

जोधपुर के मसूरिया में मिनाक्षी ज्वैलर्स से 109 ग्राम सोने की चोरी की सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश! कुख्यात मोगिया गैंग की तीन शातिर महिलाएं, जो शालीन वेशभूषा में दुकानों को निशाना बनाती थीं, को कोटा से धर दबोचा गया। जोधपुर पुलिस ने 400 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर और तकनीकी सूझबूझ से इन चोरों को पकड़ा। यह गैंग खरीदारी के बहाने दुकानदार का ध्यान बंटाकर आभूषण चुराती थी और वेश बदलकर अगली वारदात को अंजाम देती थी। पुलिस की इस कार्रवाई से शहर में हड़कंप मच गया है!

Aug 2, 2025 - 12:04
जोधपुर में ज्वैलर्स की दुकान से सोने की चोरी का सनसनीखेज खुलासा: मोगिया गैंग की तीन शातिर महिलाएं कोटा से गिरफ्तार.

जोधपुर के मसूरिया इलाके में स्थित मिनाक्षी ज्वैलर्स से 109 ग्राम सोने के आभूषण चोरी की वारदात ने शहर में हड़कंप मचा दिया था। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए जोधपुर पुलिस ने कुख्यात मोगिया गैंग की तीन शातिर महिलाओं को कोटा शहर से गिरफ्तार किया है। यह ऑपरेशन पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश (आईपीएस) और पुलिस उपायुक्त विनीत कुमार बंसल (आईपीएस) के निर्देशों पर किया गया, जिसमें विशेष रूप से गठित पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों तक पहुंचने में सफलता हासिल की।

घटना का विवरण: चोरी की सनसनीखेज वारदात

23 जुलाई 2025 को मसूरिया के मिनाक्षी ज्वैलर्स के मालिक भावेश सोनी ने देवनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी दुकान पर तीन महिलाएं खरीदारी के बहाने आई थीं। दुकानदार जब अन्य ग्राहकों को आभूषण दिखाने में व्यस्त थे, तभी इन महिलाओं ने मौका पाकर ड्रॉअर से 109 ग्राम सोने के आभूषणों का डिब्बा चुरा लिया। चोरी गए आभूषणों में 18 ग्राम की 6 पुरुषों की अंगूठियां, 16 ग्राम की 8 महिलाओं की अंगूठियां, 50 ग्राम की फिणियां और बालियां, 25 ग्राम के 10 जोड़ी टॉप्स, और अन्य 15 ग्राम के आभूषण शामिल थे। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस की कार्रवाई: तकनीकी सूझबूझ से पकड़ी गईं चोर

जोधपुर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना स्तर पर एक विशेष टीम का गठन किया, जिसका नेतृत्व थानाधिकारी सोमकरण ने किया। पुलिस ने जोधपुर शहर के 25 किलोमीटर के दायरे में लगभग 400 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी डेटाबेस का सहारा लिया। इस मेहनत का नतीजा यह रहा कि पुलिस ने कुख्यात मोगिया गैंग की तीन संदिग्ध महिलाओं की पहचान की और उन्हें कोटा शहर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में इन महिलाओं ने अपराध कबूल लिया, और पुलिस अब उनसे गहन जांच कर रही है ताकि अन्य संभावित वारदातों का भी खुलासा हो सके।

मोगिया गैंग का अपराध का तरीका: शातिराना अंदाज

मोगिया गैंग की ये महिलाएं अपने शातिर तरीकों के लिए जानी जाती हैं। ये शालीन वेशभूषा में तीन-चार के समूह में शहरों और कस्बों में पहुंचती हैं। पहले ज्वैलर्स की दुकानों की रेकी करती हैं, फिर खरीदारी के बहाने दुकान में प्रवेश करती हैं। एक या दो महिलाएं दुकानदार का ध्यान बंटाने के लिए आभूषण दिखाने की बात करती हैं, जबकि तीसरी महिला मौका पाकर कीमती आभूषणों का डिब्बा अपने कपड़ों में छुपा लेती है। इसके बाद ये 500-1000 रुपये का छोटा-मोटा सामान खरीदकर दुकान से निकल जाती हैं। अगली वारदात के लिए ये अपनी वेशभूषा बदल लेती हैं और दूसरी दुकान को निशाना बनाती हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद ये अपने गांव की ओर भाग जाती हैं। यह गैंग राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में चोरी और नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देती रही है।

गिरफ्तार महिलाओं की पहचान

पुलिस ने जिन तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया, उनकी पहचान इस प्रकार है:

मौसम बाई (25 वर्ष), पत्नी सुमन कुमार, निवासी गांव डाबर, पुलिस थाना सुल्तानपुर, जिला कोटा ग्रामीण, हाल निवासी बडा बस्ती, पुलिस थाना अन्नतपुरा, कोटा शहर। 

कृष्णा (26 वर्ष), पत्नी प्रहलाद, निवासी गांव दरबी, पुलिस थाना सुल्तानपुर, जिला कोटा ग्रामीण, हाल निवासी बडा बस्ती, पुलिस थाना अन्नतपुरा, कोटा शहर।

सीमा (35 वर्ष), पत्नी रमेश, निवासी गांव डाबर, पुलिस थाना सुल्तानपुर, जिला कोटा ग्रामीण, हाल निवासी बडा बस्ती, पुलिस थाना अन्नतपुरा, कोटा शहर। 

पुलिस की सतर्कता और भविष्य की कार्रवाई

पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश और पुलिस उपायुक्त विनीत कुमार बंसल के कुशल नेतृत्व में जोधपुर पुलिस ने इस मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त निशांत भारद्वाज, लाभूराम, और सहायक पुलिस आयुक्त रविंद्र कुमार बोथरा की देखरेख में यह ऑपरेशन सफल रहा। पुलिस अब इन महिलाओं से पूछताछ कर रही है ताकि उनके अन्य अपराधों और गैंग के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके। जोधपुर पुलिस की इस कार्रवाई से शहर के ज्वैलर्स और व्यापारियों में राहत की सांस ली गई है।

यह घटना न केवल पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि यह भी चेतावनी देती है कि अपराधी कितने ही शातिर क्यों न हों, कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकते।