इंडिगो संकट: 4 दिनों में 1200+ फ्लाइटें रद्द, यात्रियों में आक्रोश, सरकार ने नए पायलट रोस्टर नियम तुरंत वापस लिए
इंडिगो की 4 दिनों में 1200 से ज्यादा फ्लाइटें रद्द, नए पायलट-क्रू रेस्ट नियमों के कारण भारी कमी; यात्रियों का गुस्सा मारपीट तक पहुंचा, सरकार ने तुरंत पुराने रोस्टर नियम बहाल कर इंडिगो को राहत दी।
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो पिछले चार दिनों से अपने ही क्रू मेंबर्स की भारी कमी से जूझ रही है। इसका सीधा असर लाखों यात्रियों पर पड़ा है। शुक्रवार (5 दिसंबर 2025) को लगातार चौथा दिन था जब इंडिगो को सैकड़ों फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले चार दिनों में कुल 1200 से ज्यादा फ्लाइटें कैंसिल हो चुकी हैं, जिनमें से अकेले शुक्रवार को 500 से अधिक फ्लाइटें रद्द हुईं।
सबसे ज्यादा प्रभावित एयरपोर्ट दिल्ली,मुंबई,पुणे,हैदराबाद,बेंगलुरु,कोलकाता,चेन्नई, इनमें दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद एयरपोर्ट पर स्थिति सबसे विकट रही। दिल्ली एयरपोर्ट ने तो शुक्रवार रात 12 बजे तक इंडिगो की सभी घरेलू फ्लाइटें ही रद्द कर दीं।
यात्रियों की बदतर स्थिति कई यात्री 24-48 घंटे से एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।फ्लाइट स्टेटस की सही जानकारी नहीं मिलने से लोग काउंटरों पर भड़क रहे हैं।खाना-पानी, होटल या वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था नहीं होने से गुस्सा मारपीट तक पहुंच गया।दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद में इंडिगो स्टाफ और यात्रियों के बीच हाथापाई की कई घटनाएं हुईं। लोग कुर्सियों, फर्श और सीढ़ियों पर ही रात गुजारने को मजबूर हैं। छोटे बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान हैं।
असल वजह: नया रोस्टर नियम जिसे अब वापस ले लिया गया सारा बवाल DGCA के नए रिवाइज्ड फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों से शुरू हुआ था, जो 1 जून 2024 से लागू होने थे, लेकिन कई बार टाले गए और आखिरकार दिसंबर 2025 में सख्ती से लागू किए गए।मुख्य बदलाव:पायलटों का साप्ताहिक रेस्ट 36 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे करना नाइट ड्यूटी के बाद ज्यादा रेस्ट, लगातार ड्यूटी की अधिकतम सीमा घटाना,इंडिगो ने दावा किया कि नए नियमों के कारण उसके पास अचानक 25-30% पायलट और केबिन क्रू “रोस्टर अनअवेलेबल” हो गए, यानी वे ड्यूटी पर नहीं आ सकते।
नतीजा: एक साथ सैकड़ों पायलट-क्रू शॉर्टेज हो गया और फ्लाइटें चलाना नामुमकिन हो गया।सरकार तुरंत बैकफुट पर, पुराने नियम बहालयात्रियों के भारी आक्रोश और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के दबाव में नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA ने शुक्रवार देर रात बड़ा यू-टर्न लिया।मंत्रालय ने तत्काल प्रभाव से इंडिगो को पुराने रोस्टर नियमों (36 घंटे साप्ताहिक रेस्ट) की छूट दे दी। यानी अब इंडिगो पहले की तरह ही रोस्टर चला सकेगी, जब तक नई व्यवस्था नहीं हो जाती। अन्य एयरलाइंस (एयर इंडिया, स्पाइसजेट, अकासा) पर अभी ये छूट नहीं दी गई है, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि जल्द ही सभी को राहत मिल सकती है।इंडिगो का पक्षकंपनी ने माना कि नए नियमों ने अचानक क्रू की भारी कमी पैदा कर दी। उसने यात्रियों से माफी मांगी है और कहा है कि अब स्थिति जल्द सामान्य हो जाएगी। रिफंड और री-बुकिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आगे क्या? शनिवार (6 दिसंबर) से इंडिगो की ज्यादातर फ्लाइटें बहाल होने की उम्मीद है। DGCA अब सभी एयरलाइंस के साथ मिलकर नए नियमों को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की नई योजना बना रहा है, ताकि एक साथ इतना बड़ा झटका न लगे। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है।