राजस्थान के युवक की सऊदी अरब में संदिग्ध मौत: 20 दिनों से परिवार का शव लाने का इंतजार, सांसद ने विदेश मंत्री से की मुलाकात

राजस्थान के बाड़मेर जिले के गिड़ा निवासी रमेश मेघवाल की सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के 20 दिन बीत जाने के बावजूद शव भारत नहीं लाया जा सका। सऊदी में फंसे दो साथी भी वापस नहीं आ पाए। सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर शव को सरकारी खर्चे पर लाने, मौत की जांच और साथियों की सुरक्षित वापसी की मांग की।

Dec 7, 2025 - 12:10
राजस्थान के युवक की सऊदी अरब में संदिग्ध मौत: 20 दिनों से परिवार का शव लाने का इंतजार, सांसद ने विदेश मंत्री से की मुलाकात

जोधपुर/बालोतरा, 7 दिसंबर 2025: राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा उपखंड के गिड़ा गांव के निवासी 28 वर्षीय रमेश मेघवाल की सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। घटना को 20 दिनों से अधिक हो चुके हैं, लेकिन अब तक उनके शव को भारत लाया नहीं जा सका है। पीड़ित परिवार और स्थानीय निवासियों की ओर से लगातार मदद की अपील की जा रही है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई न होने से परिजनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस मामले में सक्रिय हुए सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात कर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। सांसद ने ज्ञापन सौंपते हुए शव को जल्द लाने, मौत की जांच और साथियों की सुरक्षित वापसी जैसे मुद्दों पर जोर दिया।

घटना का विवरण: सऊदी में काम के दौरान संदिग्ध मौत रमेश मेघवाल एक सामान्य किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। रमेश और उनके दो साथी नवंबर मध्य में सऊदी के रियाद शहर के पास एक प्रोजेक्ट साइट पर कार्यरत थे। 17 नवंबर 2025 को रमेश की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। मौत का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन परिवार का दावा है कि यह संदिग्ध परिस्थितियों में हुई। परिजनों ने बताया कि रमेश की मौत की खबर मिलते ही वे तुरंत भारतीय दूतावास से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन प्रक्रिया में देरी हो रही है। सऊदी अरब में शव को पोस्टमार्टम के बाद रिलीज करने में विलंब हो रहा है, जबकि भारत लाने के लिए वीजा, कागजी कार्रवाई और परिवहन की व्यवस्था में कई जटिलताएं आ रही है।दो साथी सऊदी में ही फंसे हुए हैं। ये दोनों मजदूर वीजा समाप्ति और कंपनी के दबाव के कारण वापसी नहीं कर पा रहे। वे डरते हैं कि रमेश की तरह उनके साथ भी कोई अनहोनी हो सकती है।

परिवार का दर्द: 20 दिनों से आंसू और इंतजार गिड़ा गांव में रमेश का परिवार—माता-पिता, पत्नी और दो छोटे बच्चे—शोक में डूबा हुआ है। रमेश की पत्नी ने रोते हुए बताया, "हमारा इकलौता कमाने वाला चला गया। वह हमें अच्छा जीवन देने के सपने लेकर गया था, लेकिन अब न शव आ रहा है, न कोई खबर। हम गरीब हैं, सऊदी जाकर शव लाने का खर्च कैसे उठाएं? सरकार मदद करे, वरना हम क्या करेंगे?" परिवार ने स्थानीय प्रशासन, एसडीएम कार्यालय और पुलिस को कई ज्ञापन दिए, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। गांववासी भी रमेश के घर के बाहर जमा होकर धरना-प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। परिजनों के अनुसार, रमेश की मौत के बाद सऊदी में भारतीय दूतावास ने शुरुआती सहायता तो की, लेकिन शव परिवहन के लिए भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार हो रहा है। इसके अलावा, सऊदी अधिकारियों की ओर से मौत के प्रमाण-पत्र और अन्य दस्तावेजों में देरी हो रही है। परिवार ने अनुमानित खर्च 3-4 लाख रुपये बताया, जो उनके लिए असंभव है।

सांसद की सक्रियता: विदेश मंत्री को सौंपा ज्ञापन इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। बालोतरा से भाजपा सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और मामले को गंभीरता से लिया। 5 दिसंबर 2025 को दिल्ली में उन्होंने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से भेंट की। मुलाकात के दौरान सांसद बेनीवाल ने एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा, जिसमें निम्नलिखित मांगें की गईं:शव का तत्काल परिवहन: रमेश मेघवाल के शव को भारत सरकार के खर्चे पर जल्द से जल्द भारत लाया जाए। प्रक्रिया को तेज किया जाए ताकि अंतिम संस्कार में देरी न हो। मौत की जांच: सऊदी में हुई मौत की परिस्थितियों की विस्तृत और निष्पक्ष जांच कराई जाए। क्या यह दुर्घटना थी, बीमारी या कोई आपराधिक साजिश? सभी पहलुओं की पड़ताल हो। साथियों की सुरक्षित वापसी: सऊदी में फंसे दो भारतीय मजदूरो को वीजा एक्सटेंशन, यात्रा दस्तावेज और सुरक्षा प्रदान कर सुरक्षित रूप से भारत वापस लाया जाए। 

सांसद बेनीवाल ने बताया, "यह मामला अत्यंत संवेदनशील है। विदेशों में काम करने वाले लाखों भारतीय मजदूरों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। मैंने विदेश मंत्री को आश्वासन दिया है कि वे व्यक्तिगत रूप से इस पर नजर रखेंगे। भारतीय दूतावास को निर्देश दिए जाएंगे।" उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि अगले 48 घंटों में कोई न कोई प्रगति जरूर होगी। बेनीवाल ने स्थानीय प्रशासन को भी निर्देश दिए हैं कि परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।