कोटा में मजदूर की लाश रेलवे ट्रैक पर मिली: घर से सुबह निकला था, शाम को पुलिस ने दी मौत की सूचना

कोटा के बालिता निवासी 44 वर्षीय मजदूर मनमोहन गोस्वामी गुरुवार सुबह काम की तलाश में घर से निकले थे। शाम तक घर नहीं लौटे तो परिजन गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने थाने जा रहे थे, तभी कुन्हाड़ी पुलिस ने सूचना दी कि रेलवे ट्रैक पर एक शव मिला है। परिजनों ने शिनाख्त की तो मृतक मनमोहन ही निकला। प्रथम दृष्टया ट्रेन से कटकर मौत का मामला लग रहा है।

Dec 5, 2025 - 16:38
कोटा में मजदूर की लाश रेलवे ट्रैक पर मिली: घर से सुबह निकला था, शाम को पुलिस ने दी मौत की सूचना

कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में गुरुवार को एक 44 वर्षीय मजदूर का शव रेलवे ट्रैक के पास मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान बालिता निवासी मनमोहन गोस्वामी के रूप में हुई है। मनमोहन दिहाड़ी मजदूरी का काम करते थे और गुरुवार सुबह करीब 8-9 बजे रोज़ी-रोटी की तलाश में घर से निकले थे, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटे।परिजनों ने जब उन्हें ढूंढने की कोशिश की तो कुछ पता नहीं चला। शाम को वे कुन्हाड़ी थाना पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहे थे, तभी पुलिस का फोन आया कि रेलवे ट्रैक के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। परिजन मौके पर पहुंचे तो शव मनमोहन गोस्वामी का ही निकला।

कैसे हुई पहचान? पुलिस के अनुसार, मनमोहन के पास उनका मोबाइल फोन और कुछ कागजात मिले थे, जिनमें परिजनों के नंबर लिखे हुए थे। इसी आधार पर पुलिस ने परिवार को सूचना दी। शव की हालत देखकर लग रहा था कि ट्रेन की चपेट में आने से मौत हुई है, हालांकि शव पर चोट के निशान भी थे, जिससे हादसा होने की आशंका जताई जा रही है।

पुलिस ने क्या कहा? कुन्हाड़ी थाना प्रभारी के अनुसार, शव रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों में मिला था। प्रथम दृष्टया ट्रेन से कटकर मौत होने का मामला लग रहा है। फिर भी पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। शव को मोर्चरी भिजवाया गया है और मामले की जांच की जा रही है। मर्ग दर्ज कर लिया गया है।

परिवार का बयान परिजनों का कहना है कि मनमोहन सुबह काम की तलाश में निकले थे। वे शराब या किसी अन्य लत से दूर थे और परिवार का पालन-पोषण करने के लिए मेहनत-मजदूरी करते थे। परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। अचानक हुई मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है।यह घटना कोटा शहर के कुन्हाड़ी क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के पास हुई है, जहां आए दिन रेलवे ट्रैक पार करते समय हादसे होते रहते हैं। स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन से ट्रैक के आसपास फेंसिंग और अंडरपास बनाने की मांग फिर से उठाई है।