जोधपुर में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के सामने महिला कार्यकर्ता का हंगामा, बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के जोधपुर दौरे के दौरान एक महिला कार्यकर्ता ने हंगामा किया। प्रेस वार्ता के बाद महिला ने अपनी शिकायत (7 साल से मकान निर्माण में बाधा) नहीं सुनने पर बीजेपी पर मिलीभगत का आरोप लगाया। उपमुख्यमंत्री, विधायक और जिलाध्यक्ष बिना जवाब दिए रवाना हो गए।

Jun 11, 2025 - 18:19
जोधपुर में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के सामने महिला कार्यकर्ता का हंगामा, बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

जोधपुर, 11 जून 2025: राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा आज एक दिवसीय जोधपुर दौरे पर थे, जहां उन्होंने केंद्र सरकार की 11 साल की उपलब्धियों को लेकर एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। लेकिन प्रेस वार्ता के बाद जो हुआ, उसने पूरे शहर में सनसनी मचा दी। एक महिला कार्यकर्ता ने उपमुख्यमंत्री के सामने जमकर हंगामा किया और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर गंभीर आरोप लगाए। इस घटना ने राजस्थान की सियासत में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।

प्रेस वार्ता समाप्त होने के बाद उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा जैसे ही अपनी गाड़ी की ओर बढ़े, एक महिला कार्यकर्ता ने उनसे बात करने की कोशिश की। सूत्रों के मुताबिक, महिला अपनी समस्या को लेकर उपमुख्यमंत्री से मिलना चाहती थी, लेकिन प्रेमचंद बैरवा ने बिना उनकी बात सुने और बिना रुके अपनी गाड़ी की ओर बढ़ गए। इससे नाराज महिला ने वहां मौजूद लोगों के सामने हंगामा शुरू कर दिया।

 

महिला ने जोर-जोर से अपनी बात रखते हुए कहा, "मेरा पड़ोसी पिछले 7 सालों से मेरा मकान नहीं बनने दे रहा है। मुझे शक है कि इसमें बीजेपी की मिलीभगत है। मैं एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए काम करती हूं, लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही।" महिला ने बीजेपी नेताओं पर उदासीनता का आरोप लगाया और कहा कि उनकी समस्या को जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है।

हंगामे के बीच उपमुख्यमंत्री और विधायक रवाना

महिला कार्यकर्ता का हंगामा काफी देर तक जारी रहा। इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोग और मीडियाकर्मी भी घटना को देखते रहे। हालांकि, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, स्थानीय विधायक और बीजेपी जिलाध्यक्ष बिना कोई जवाब दिए अपनी-अपनी गाड़ियों में सवार होकर वहां से रवाना हो गए। महिला की नाराजगी और बीजेपी पर लगाए गए आरोपों ने इस घटना को और तूल दे दिया।

बीजेपी की चुप्पी, विपक्ष को मौका

इस घटना के बाद बीजेपी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। वहीं, विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया है। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने बीजेपी पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी और आम जनता की समस्याओं के प्रति असंवेदनशीलता का आरोप लगाया है। एक कांग्रेस नेता ने कहा, "यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी नेताओं ने अपनी ही कार्यकर्ता की बात को अनसुना किया। यह दर्शाता है कि पार्टी में आम कार्यकर्ताओं की कोई अहमियत नहीं है।"

महिला कार्यकर्ता की शिकायत का आधार

महिला कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि पिछले सात सालों से उसका पड़ोसी उनके मकान निर्माण में बाधा डाल रहा है। उसने दावा किया कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी उसकी शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। महिला को शक है कि बीजेपी के कुछ स्थानीय नेताओं की शह पर यह सब हो रहा है। हालांकि, महिला ने अपने आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया, लेकिन उसकी नाराजगी और हंगामे ने बीजेपी के लिए एक असहज स्थिति पैदा कर दी है।

प्रेमचंद बैरवा और विवादों का पुराना नाता

उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा का नाम पहले भी कई विवादों से जुड़ चुका है। हाल ही में उनके बेटे की एक रील को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा मचा था, जिसमें ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा था। इसके अलावा, बीते साल अक्टूबर में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिन्हें बीजेपी ने "बेबुनियाद" करार दिया था। इन विवादों के बीच जोधपुर की यह घटना बैरवा और बीजेपी के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर सकती है।

जोधपुर में इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग महिला कार्यकर्ता के समर्थन में बीजेपी की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि यह एक सुनियोजित हंगामा हो सकता है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "अगर बीजेपी अपनी कार्यकर्ता की बात नहीं सुनती, तो आम जनता का क्या होगा? यह नेताओं की गैरजिम्मेदारी दिखाता है।"

यह घटना बीजेपी के लिए एक बड़ा सियासी मुद्दा बन सकती है, खासकर तब जब राजस्थान में उपचुनाव का माहौल गर्म है। विपक्ष इस मुद्दे को बीजेपी के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल कर सकता है। दूसरी ओर, बीजेपी के सामने चुनौती है कि वह इस मामले को कैसे संभालती है। क्या पार्टी महिला कार्यकर्ता की शिकायत पर कोई कार्रवाई करेगी, या इसे अनदेखा करेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।