सरकारी स्कूल के लेक्चरर ने छात्रा को दिया लव लेटर, हंगामे के बाद सस्पेंड

जैसलमेर के खाजूवाला में सरकारी स्कूल के लेक्चरर ने 11वीं की छात्रा को लव लेटर दिया, जिसके बाद हंगामे और प्रदर्शन के चलते उसे सस्पेंड कर डूंगरपुर मुख्यालय भेज दिया गया। अभिभावकों ने बच्चियों की सुरक्षा के लिए सख्त कार्रवाई की मांग की।

Aug 6, 2025 - 16:01
सरकारी स्कूल के लेक्चरर ने छात्रा को दिया लव लेटर, हंगामे के बाद सस्पेंड

जैसलमेर के खाजूवाला क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल के लेक्चरर द्वारा 11वीं कक्षा की छात्रा को लव लेटर देने का मामला सामने आया है। इस घटना ने न केवल स्कूल प्रशासन, बल्कि पूरे गांव को हिलाकर रख दिया। छात्रा द्वारा परिजनों को सूचना देने के बाद गुस्साए अभिभावकों और ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया। हंगामे की खबर मिलते ही पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया। अंततः, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (CDEO) किशनदान चारण ने आरोपी लेक्चरर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उसका मुख्यालय डूंगरपुर कर दिया गया।

यह घटना बीकानेर जिले के खाजूवाला के दंतौर थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल की है। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को स्कूल के एक लेक्चरर ने 11वीं कक्षा की एक छात्रा को लव लेटर दिया। छात्रा ने इसकी जानकारी तुरंत अपने परिजनों को दी, जिसके बाद मामला गरमा गया। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन से इसकी शिकायत की। स्कूल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसी दिन शाम को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को सूचित किया।

लेकिन परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ। बुधवार सुबह बड़ी संख्या में अभिभावक और स्थानीय लोग स्कूल के बाहर जमा हो गए। उन्होंने आरोपी लेक्चरर के खिलाफ सख्त कार्रवाई और निलंबन की मांग की। जब उनकी मांगों पर तुरंत सुनवाई नहीं हुई, तो गुस्साए लोगों ने स्कूल के गेट पर ताला लगा दिया और धरने पर बैठ गए।

शिक्षा विभाग की कार्रवाई: निलंबन और मुख्यालय बदला

मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी किशनदान चारण ने बताया कि शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, "आरोपी लेक्चरर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट के निर्देश पर उसका मुख्यालय डूंगरपुर कर दिया गया है।" यह कार्रवाई शिक्षा विभाग की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए की गई है।

शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि मामले की विस्तृत जांच की जाएगी, और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया, लेकिन साथ ही यह भी मांग की कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्कूलों में सख्त निगरानी और सुरक्षा उपाय किए जाएं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .