संकट मोचन बालाजी मंदिर से चांदी का छत्र चोरी: शाम के समय पुजारी के टॉयलेट जाने का फायदा उठाकर चोर ने दिया घटना को अंजाम, सीसीटीवी में कैद हुई पूरी वारदात
सीकर के दूजोद गांव स्थित संकट मोचन बालाजी मंदिर से चांदी का छत्र चोरी, पुजारी के टॉयलेट जाने के दौरान चोर ने वारदात को अंजाम दिया, पूरी घटना सीसीटीवी में कैद, पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
सीकर (राजस्थान), 28 नवंबर 2025: राजस्थान के सीकर जिले के दूजोद गांव में स्थित प्रसिद्ध संकट मोचन बालाजी मंदिर से चांदी का छत्र चोरी होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह घटना मंदिर के पुजारी के थोड़ी देर के लिए अनुपस्थित रहने का फायदा उठाकर अंजाम दी गई, और चोर की पूरी करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और पुजारी ने सदर थाने में FIR दर्ज करा दी है।
घटना का पूरा विवरण घटना शाम के समय, ठीक 4:15 बजे के आसपास की बताई जा रही है। मंदिर के पुजारी, जिनका नाम अभी गोपनीय रखा गया है, उस समय मंदिर की साफ-सफाई में व्यस्त थे। सफाई का काम निपटाने के बाद वे कुछ ही मिनटों के लिए टॉयलेट जाने चले गए। इसी बीच, मंदिर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे की नजर एक संदिग्ध व्यक्ति पर पड़ी। वह व्यक्ति चुपके से मंदिर के मुख्य गर्भगृह की ओर बढ़ा और बालाजी महाराज की मूर्ति पर लगे चांदी के छत्र को तेजी से खोल लिया। छत्र को चुराने के बाद चोर बिना किसी हिचकिचाहट के मंदिर से बाहर भाग निकला।सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि चोर ने घटना को अंजाम देने में महज कुछ ही सेकंड लगाए। वह काले रंग के कपड़ों में मढा हुआ था, सिर पर टोपी पहने हुए था, और चेहरे पर मास्क लगाए हुए था, जिससे उसकी पहचान छिपाने की कोशिश साफ झलक रही है। फुटेज के अनुसार, चोर मंदिर के पीछे के रास्ते से भागा, जो गांव की ओर जाता है। पुजारी जब लौटे तो उन्हें चोरी का पता चला, और उन्होंने तुरंत स्थानीय लोगों को सूचना दी।
चोरी का मोल और मंदिर का महत्व चोरी हुए चांदी के छत्र का वजन लगभग 2 किलोग्राम बताया जा रहा है, जिसकी कीमत बाजार दर के अनुसार करीब 1.5 लाख रुपये आंकी गई है। यह छत्र भक्तों द्वारा दान किया गया था और बालाजी महाराज की मूर्ति की शोभा बढ़ाने के लिए विशेष रूप से बनवाया गया था। संकट मोचन बालाजी मंदिर दूजोद गांव में स्थित एक प्राचीन और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहां रोजाना सैकड़ों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर का नाम 'संकट मोचन' ही संकटों से मुक्ति देने वाले स्वरूप के कारण पड़ा है, और यह क्षेत्र के लोगों की आस्था का केंद्र रहा है। ऐसी चोरी से न केवल मंदिर की संपत्ति को नुकसान हुआ है, बल्कि भक्तों की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है।
पुजारी का बयान और पुलिस की कार्रवाई मंदिर के पुजारी ने बताया, "मैं साफ-सफाई कर रहा था और बस 5-7 मिनट के लिए टॉयलेट गया था। लौटते ही देखा कि छत्र गायब है। सीसीटीवी चेक किया तो चोर की पूरी वीडियो मिल गई। हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी।" पुजारी ने आगे कहा कि मंदिर में रात के समय पहरेदारी की व्यवस्था पहले से ही है, लेकिन दिन के समय ऐसी घटना की उम्मीद नहीं की थी।सदर थाने की पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया। सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया गया है, और चोर की तलाश में आसपास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी गई है। एसएचओ (स्टेशन हाउस ऑफिसर) ने बताया, "फुटेज में चोर की अच्छी तरह पहचान संभव है। हम जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लेंगे। मंदिर की सुरक्षा को और मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।" पुलिस का मानना है कि चोर स्थानीय स्तर का हो सकता है, क्योंकि वह मंदिर के आसपास की जगह से अच्छी तरह वाकिफ लग रहा था।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया दूजोद गांव के निवासियों में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है। कई भक्तों ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "यह मंदिर हमारी आस्था का प्रतीक है। ऐसी चोरी से हम सब दुखी हैं। पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।" कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर जागरूकता फैलाई है, जिससे मामला तेजी से वायरल हो गया है।