"भरतपुर में ACB की बड़ी कार्रवाई: विद्युत विभाग का XEN रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया"

भरतपुर में एसीबी ने विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता (XEN) अवनीश सोनी को रीको इंडस्ट्रियल एरिया में ठेकेदार के बिल पास करने के लिए 30,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई शिकायत के आधार पर की गई, और सोनी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

Jul 8, 2025 - 19:06
"भरतपुर में ACB की बड़ी कार्रवाई: विद्युत विभाग का XEN  रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया"

भरतपुर, राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए विद्युत वितरण प्रसारण निगम (डिस्कॉम) के अधिशासी अभियंता (XEN) अवनीश सोनी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई रीको इंडस्ट्रियल एरिया में की गई, जहां अवनीश सोनी को एक ठेकेदार के बिल को पास करने के एवज में 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। इस घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मिसाल पेश की।

घटना का विवरण:

एसीबी को शिकायत मिली थी कि अवनीश सोनी, जो भरतपुर में डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता के पद पर तैनात थे, एक ठेकेदार से उसके बिल को पास करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि सोनी ने बिल को मंजूरी देने के लिए 30,000 रुपये की मांग की थी। इस सूचना के आधार पर, एसीबी की टीम ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) अमित सिंह के नेतृत्व में एक जाल बिछाया। एसीबी की टीम ने शिकायतकर्ता के सहयोग से ऑपरेशन को अंजाम दिया और अवनीश सोनी को रीको इंडस्ट्रियल एरिया में रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई इतनी गोपनीय और तेजी से की गई कि आरोपी को भागने का मौका तक नहीं मिला। गिरफ्तारी के बाद, सोनी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एसीबी की रणनीति:

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि शिकायत के सत्यापन के बाद टीम ने सुनियोजित तरीके से कार्रवाई की। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की राशि देने से पहले एसीबी को सूचित किया था, जिसके बाद टीम ने तुरंत योजना बनाई। रिश्वत की राशि लेते समय अवनीश सोनी को पकड़ने के लिए विशेष निगरानी रखी गई थी। इस कार्रवाई में एसीबी की सतर्कता और तेजी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश दिया है।

आरोपी और आगे की कार्रवाई:

गिरफ्तार किए गए अधिशासी अभियंता अवनीश सोनी को एसीबी ने हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सोनी ने पहले भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। एसीबी अब इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या अन्य लोग भी इस रिश्वतखोरी के रैकेट में शामिल हैं। आरोपी को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई होगी।

प्रभाव और प्रतिक्रिया:

इस घटना ने स्थानीय व्यापारियों और ठेकेदारों के बीच भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता बढ़ाई है। रीको इंडस्ट्रियल एरिया के कई व्यवसायियों ने एसीबी की इस कार्रवाई की सराहना की है और इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत कदम बताया है। साथ ही, इस घटना ने सरकारी विभागों में पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग को और तेज कर दिया है।

पृष्ठभूमि में अन्य घटनाएं:

यह पहली बार नहीं है जब राजस्थान में एसीबी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। हाल ही में, झुंझुनूं में भी विद्युत निगम के सहायक अभियंता (AEN) आजाद सिंह और सहायक प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र सिंह को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। यह कार्रवाई भी प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना की फाइल पास करने के लिए रिश्वत मांगने के मामले में की गई थी। 

भरतपुर में एसीबी की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। अवनीश सोनी की गिरफ्तारी न केवल विद्युत विभाग में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि एसीबी जैसे संस्थान भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं। यह घटना अन्य सरकारी अधिकारियों के लिए भी एक चेतावनी है कि रिश्वतखोरी का रास्ता अब सुरक्षित नहीं है।