ऑनलाइन चैट में फंसा प्यार का जाल: जिसे समझा महिला, वो निकला पुरुष, पत्नी को मिला तलाक!
जयपुर में Hello Yo चैटिंग ऐप पर एक युवक को 'रोशनी' नाम की फर्जी महिला प्रोफाइल से दोस्ती हुई। बाद में पता चला कि 'रोशनी' एक पुरुष था, जो तीन बच्चों का पिता था। धोखे में आए युवक ने गुस्से में अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। यह मामला ऑनलाइन चैटिंग और गेमिंग के खतरों को उजागर करता है।

जयपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जो ऑनलाइन चैटिंग ऐप्स की दुनिया में धोखे और भरोसे के टूटने की कहानी बयां करता है। यह घटना Hello Yo नामक चैटिंग ऐप से जुड़ी है, जहां एक युवक को एक ऐसी साजिश में फंसाया गया, जिसने उसका वैवाहिक जीवन तहस-नहस कर दिया।कहानी शुरू होती है जब एक युवक को Hello Yo ऐप पर 'रोशनी' नाम की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली।
युवक ने रिक्वेस्ट स्वीकार की और धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। 'रोशनी' ने खुद को अविवाहित महिला बताया, और उसकी बातों में ऐसा आकर्षण था कि युवक उससे गहरी दोस्ती के बंधन में बंध गया। दोनों की चैट्स दिन-ब-दिन बढ़ती गईं, और युवक को लगने लगा कि वह 'रोशनी' के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ गया है।लेकिन सच्चाई तब सामने आई, जब पता चला कि 'रोशनी' कोई महिला नहीं, बल्कि एक पुरुष था, जो तीन बच्चों का पिता था और फर्जी आईडी बनाकर चैटिंग कर रहा था। यह खुलासा युवक के लिए सदमे जैसा था। उसने इस धोखे को अपनी पत्नी के साथ जोड़ लिया और गुस्से में आकर अपनी पत्नी को तलाक दे दिया, यह मानते हुए कि उसकी पत्नी भी ऐसी ही ऑनलाइन चैटिंग में शामिल हो सकती है।
ऑनलाइन चैटिंग और गेमिंग में फंसने का खतरा:
यह मामला ऑनलाइन चैटिंग और गेमिंग ऐप्स के बढ़ते खतरे को उजागर करता है। आजकल, लोग अनजान लोगों से ऑनलाइन दोस्ती करने में जल्दबाजी दिखाते हैं, बिना यह जाने कि स्क्रीन के दूसरी तरफ कौन है। Hello Yo जैसे ऐप्स, जहां लोग आसानी से फर्जी पहचान बना सकते हैं, धोखाधड़ी और भावनात्मक शोषण का जरिया बन रहे हैं। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां लोग फर्जी प्रोफाइल्स के जाल में फंसकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर चुके हैं। कुछ लोग ऑनलाइन गेमिंग के जरिए भी ऐसे जाल में फंसते हैं, जहां 'फ्री रिवॉर्ड्स' या 'चैटिंग पार्टनर्स' के लालच में उनकी निजी जानकारी चुरा ली जाती है या उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है।
सावधानी और जागरूकता जरूरी:
पहचान की जांच करें: ऑनलाइन दोस्ती करने से पहले सामने वाले की सत्यता जांचें। फर्जी प्रोफाइल्स से सावधान रहें।
निजी जानकारी साझा न करें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे फोटो, पता या बैंक डिटेल्स, कभी भी अनजान लोगों के साथ शेयर न करें।
भावनात्मक फैसले लेने से बचें: ऑनलाइन चैटिंग के आधार पर जल्दबाजी में बड़े फैसले, जैसे तलाक या रिश्ता तोड़ना, न लें।
साइबर क्राइम हेल्पलाइन: अगर आपको लगता है कि आप ऑनलाइन धोखे का शिकार हो रहे हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर संपर्क करें।
यह पहला मामला नहीं है, जब ऑनलाइन चैटिंग ने रिश्तों में दरार डाली हो। जयपुर में ही पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां वॉट्सऐप या अन्य चैटिंग ऐप्स पर हुई बातचीत को आधार बनाकर तलाक की मांग की गई। एक अन्य मामले में, 2018 में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की वॉट्सऐप चैट्स को आधार बनाकर कोर्ट में तलाक की अर्जी दी थी।
यह घटना हमें सिखाती है कि डिजिटल दुनिया में सावधानी बरतना कितना जरूरी है। ऑनलाइन चैटिंग और गेमिंग के इस दौर में, जहां हर कोई 'परफेक्ट दोस्त' बनने का दावा करता है, असल में जाल बिछाने वालों की कमी नहीं। इस तरह की घटनाएं न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि सामाजिक रिश्तों पर भी गहरा असर डालती हैं