पूर्णिया में राहुल गांधी ने बुलेट चलाकर "वोटर अधिकार यात्रा" निकाली.

बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के 8वें दिन पूर्णिया में राहुल गांधी ने 2 किमी तक बुलेट चलाई, पीछे राजेश राम बैठे। तेजस्वी यादव, मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकेश सहनी और दीपंकर भट्टाचार्य भी यात्रा में शामिल। राहुल ने जलालगढ़ में ढाबे पर चाय पी, जनता से संवाद किया। यात्रा अररिया पहुंची, आज राहुल दिल्ली रवाना होंगे। 26 अगस्त को प्रियंका गांधी शामिल होंगी।

Aug 24, 2025 - 13:22
पूर्णिया में राहुल गांधी ने बुलेट चलाकर "वोटर अधिकार यात्रा" निकाली.

पूर्णिया/अररिया, 24 अगस्त 2025: बिहार में इंडिया गठबंधन की 'वोटर अधिकार यात्रा' अपने आठवें दिन पूर्णिया पहुंची, जहां कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने न केवल जनता के बीच उत्साह भरा, बल्कि अपने अनोखे अंदाज से सुर्खियां भी बटोरीं। इस दौरान राहुल गांधी ने करीब 2 किलोमीटर तक बुलेट मोटरसाइकिल चलाई, जिसके पीछे बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम बैठे थे। यह नजारा पूर्णिया के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।

समर्थक का अप्रत्याशित उत्साह, सुरक्षा गार्ड की सख्ती 

यात्रा के दौरान एक रोचक वाकया तब हुआ, जब एक उत्साही समर्थक अचानक राहुल गांधी के सामने आ गया और उन्हें चूम लिया। राहुल कुछ समझ पाते, इससे पहले ही सुरक्षा गार्ड ने तुरंत कार्रवाई की और उस युवक को थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना ने कुछ देर के लिए माहौल को गर्म कर दिया, लेकिन राहुल ने स्थिति को संभालते हुए यात्रा को आगे बढ़ाया।

तेजस्वी, खड़गे और अन्य नेताओं का साथ 

इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव भी बुलेट पर सवार नजर आए, जिनके पीछे उनका बॉडीगार्ड मौजूद था। यात्रा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेता मुकेश सहनी और CPI(ML) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य भी शामिल थे। यह यात्रा बिहार में मतदाता सूची में कथित हेराफेरी और 'वोट चोरी' के खिलाफ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। 

ढाबे पर रुके राहुल, जनता से की बातचीत

पूर्णिया से अररिया की ओर बढ़ते समय राहुल गांधी ने जलालगढ़ ब्लॉक में एक ढाबे पर रुककर चाय का आनंद लिया। करीब 30 मिनट तक वह ढाबे पर रुके और ढाबा संचालक से उनका हालचाल पूछा। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से भी संवाद किया, जिससे यात्रा का जन-जन से जुड़ाव और मजबूत हुआ। राहुल का यह सादगी भरा अंदाज लोगों के बीच चर्चा का विषय बना।

यात्रा का अगला पड़ाव और ब्रेक 

वोटर अधिकार यात्रा अब अररिया पहुंच चुकी है। आज शाम राहुल गांधी दिल्ली के लिए रवाना होंगे। यात्रा में 25 अगस्त को एक दिन का ब्रेक रहेगा, जिसके बाद 26 अगस्त को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सुपौल में इस यात्रा में शामिल होंगी। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 28 अगस्त को सीतामढ़ी में और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन 27 अगस्त को दरभंगा में यात्रा से जुड़ेंगे। यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ होगा।

यात्रा का मकसद और प्रभाव

यह 16 दिनों की यात्रा, जो 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई, बिहार के 20 से अधिक जिलों से होकर गुजर रही है और करीब 1300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इसका मुख्य उद्देश्य विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची से कथित तौर पर 65 लाख से अधिक नाम हटाए जाने के खिलाफ जागरूकता फैलाना और लोगों के मताधिकार की रक्षा करना है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लगातार चुनाव आयोग और बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं।

विपक्ष का दावा, बीजेपी का पलटवार

विपक्ष का कहना है कि यह यात्रा लोकतंत्र और 'एक व्यक्ति, एक वोट' के सिद्धांत को बचाने की लड़ाई है। वहीं, बीजेपी ने इसे 'पंक्चर टायर' बताकर तंज कसा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले की निगरानी कर रहा है और विपक्ष केवल भ्रम फैला रहा है।

आगे की रणनीति

वोटर अधिकार यात्रा के जरिए इंडिया गठबंधन न केवल मतदाता जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, बल्कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अपनी एकजुटता और ताकत का प्रदर्शन भी कर रहा है। यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं की मौजूदगी और जनता की भारी भीड़ से यह साफ है कि यह अभियान बिहार की सियासत में बड़ा प्रभाव डाल सकता है। 

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा बिहार में एक जन आंदोलन का रूप ले रही है। बुलेट यात्रा, ढाबे पर चाय, और जनता से सीधा संवाद इस यात्रा को और जीवंत बना रहा है। जैसे-जैसे यह यात्रा अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है, बिहार की राजनीति में इसका असर देखने लायक होगा।