बाड़मेर:चौहटन की बांकलसर बस्ती में जन आक्रोश,मूलभूत सुविधाओं की कमी के खिलाफ प्रदर्शन, प्रशासन को 1 अगस्त तक की मोहलत
बाड़मेर के चौहटन कस्बे की बांकलसर बस्ती के निवासियों ने सड़क, पानी, सफाई और नाली जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी के खिलाफ मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नगर पालिका को 1 अगस्त तक समस्याओं के समाधान की चेतावनी दी, वरना धरना-प्रदर्शन की धमकी दी। प्रदर्शन में शिव प्रताप सिंह, गजे सिंह, भीमाराम जोगेश सहित कई लोग शामिल थे।

बाड़मेर, 22 जुलाई 2025: राजस्थान के बाड़मेर जिले के चौहटन कस्बे में स्थित बांकलसर बस्ती के निवासियों का गुस्सा मंगलवार सुबह सड़कों पर फूट पड़ा। लंबे समय से सड़क, पानी, सफाई और नाली जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी से त्रस्त बस्तीवासियों ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने नगर पालिका अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर साफ चेतावनी दी कि यदि 1 अगस्त तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे धरना-प्रदर्शन जैसे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
प्रदर्शन की वजह: मूलभूत सुविधाओं का अभाव
बांकलसर बस्ती के निवासियों ने बताया कि उनकी बस्ती में बुनियादी सुविधाओं की स्थिति बेहद खराब है। सड़कें टूटी-फूटी हैं, जिससे आवागमन में भारी दिक्कत होती है। बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या और गंभीर हो जाती है। पेयजल की किल्लत के कारण लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। इसके अलावा, सफाई व्यवस्था के अभाव में गंदगी और कचरे का ढेर जमा हो रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। नालियों की हालत भी जर्जर है, और कई जगह तो नालियां अवरुद्ध हो चुकी हैं, जिससे गंदा पानी सड़कों पर बहता है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने कई बार नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन से शिकायत की, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले। ठोस कार्रवाई के अभाव में बस्तीवासियों का सब्र अब जवाब दे चुका है।
प्रशासन को अल्टीमेटम: 1 अगस्त तक समाधान या आंदोलन
प्रदर्शन के दौरान बस्तीवासियों ने एकजुट होकर अपनी मांगों को दोहराया और नगर पालिका प्रशासन को 1 अगस्त तक की समयसीमा दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर इस अवधि में सड़क निर्माण, पेयजल व्यवस्था, सफाई और नालियों की मरम्मत जैसे कार्य शुरू नहीं हुए, तो वे धरना-प्रदर्शन और सड़क जाम जैसे कदम उठाने को मजबूर होंगे।
प्रदर्शन में शामिल रहे प्रमुख लोग
प्रदर्शन में बांकलसर बस्ती के सैकड़ों निवासियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान शिव प्रताप सिंह, गजे सिंह, खेतसिंह, जसू भाटी, भाजपा नेता भीमाराम जोगेश, दिनेश बिश्नोई, नेमीचंद फुलवारिया, नारायण नाथ, कपिल जोशी, लजपत सिंह, नारायण सिंह और मांगी लाल सैन जैसे प्रमुख लोग मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने एक स्वर में प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की और अपनी बात को जोरदार तरीके से रखा।
प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार
हालांकि, इस प्रदर्शन के बाद नगर पालिका प्रशासन की ओर से तत्काल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। बस्तीवासियों का कहना है कि वे अब और इंतजार करने के मूड में नहीं हैं। अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो आने वाले दिनों में चौहटन में बड़ा जन आंदोलन देखने को मिल सकता है।
बांकलसर बस्ती का यह प्रदर्शन न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जनता अब अपनी मूलभूत जरूरतों के लिए और लंबा इंतजार नहीं करेगी। प्रशासन के पास अब 1 अगस्त तक का समय है, और यह देखना बाकी है कि क्या वह बस्तीवासियों की मांगों को पूरा कर पाएगा या यह मामला और उग्र रूप लेगा।