राजस्थान में बारिश का कहर,बीकानेर और सीकर में पानी के सैलाब ने मचाई तबाही.

राजस्थान में मूसलाधार बारिश ने बीकानेर और सीकर में हाहाकार मचा दिया। बीकानेर के कोटगेट में एक महिला स्कूटी समेत तेज बहाव में बही, लेकिन रेलिंग पकड़कर जान बचाई। वहीं, सीकर के पाटन में एक बुजुर्ग बाइक सवार बरसाती नाले में फंसा, जिसे स्थानीय लोगों ने बमुश्किल बचाया। सड़कें नदियों में बदलीं, जनजीवन ठप, और प्रशासन अलर्ट पर है।

Sep 1, 2025 - 18:01
राजस्थान में बारिश का कहर,बीकानेर और सीकर में पानी के सैलाब ने मचाई तबाही.

राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। बीकानेर और सीकर जैसे शहरों में मूसलाधार बारिश ने सड़कों को नदियों में बदल दिया, जिसके कारण कई लोग खतरनाक परिस्थितियों में फंस गए। बारिश के इस कहर ने न केवल यातायात को ठप कर दिया, बल्कि लोगों की जान को भी खतरे में डाल दिया। बीकानेर के कोटगेट और सीकर के पाटन इलाके में हुई दो दिल दहलाने वाली घटनाओं ने बारिश की भयावहता को उजागर किया है।

बीकानेर: कोटगेट में स्कूटी समेत बही महिला, रेलिंग ने बचाई जान

बीकानेर के कोटगेट इलाके में भारी बारिश के बाद सड़कों पर पानी का तेज बहाव देखने को मिला। सड़कें जलमग्न हो गईं और कई जगहों पर पानी का स्तर इतना बढ़ गया कि वाहन चलाना असंभव हो गया। इसी दौरान एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब एक महिला अपनी स्कूटी के साथ पानी की तेज धार में बहने लगी। तेज बहाव ने उन्हें असहाय बना दिया, और स्कूटी पूरी तरह पानी के हवाले हो गई। स्थिति तब और भयावह हो गई, जब उनके पीछे एक युवक अपनी बाइक के साथ भी पानी में बहता हुआ नीचे की ओर आया।

महिला ने हिम्मत नहीं हारी और सड़क किनारे लगी लोहे की रेलिंग को पकड़कर अपनी जान बचाने की कोशिश की। तेज धार के बीच यह रेलिंग उनके लिए जीवन रक्षक साबित हुई। काफी मशक्कत के बाद उन्होंने रेलिंग को मजबूती से पकड़कर खुद को स्थिर किया और पानी के बहाव से बच निकलीं। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी तत्परता दिखाई और दोनों को सुरक्षित निकालने में मदद की। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी, क्योंकि कोटगेट जैसे व्यस्त इलाके में सड़कें नदियों में बदल गई थीं। कई वाहन पानी में फंस गए, और दुकानों में भी पानी घुस गया, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ।

सीकर: पाटन में बुजुर्ग बाइक सवार की जिंदगी पर बन आई

सीकर के पाटन इलाके में रेला-कालखेड़ा रोड पर एक और हृदय विदारक घटना सामने आई। भारी बारिश के कारण बरसाती नाले उफान पर थे, और सड़कों पर पानी का तेज बहाव था। इस दौरान एक बुजुर्ग व्यक्ति अपनी बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी वे बरसाती नाले के तेज बहाव में फंस गए। पानी का वेग इतना तेज था कि उनकी बाइक बहने लगी, और वे असहाय होकर पानी के साथ बहने लगे। यह दृश्य देखकर आसपास के लोग स्तब्ध रह गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। कुछ साहसी लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर बुजुर्ग को नाले से बाहर निकाला। काफी प्रयासों के बाद उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन इस घटना ने इलाके में दहशत फैला दी। रेला-कालखेड़ा रोड और आसपास के क्षेत्रों में जलभराव के कारण आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। कई लोग अपने घरों में फंसे रहे, और सड़कों पर पानी का स्तर लगातार बढ़ता रहा।

बारिश का व्यापक प्रभाव: प्रशासन अलर्ट, जनजीवन ठप

मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश का दौर अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। बीकानेर, सीकर, जयपुर, अलवर, भरतपुर, और अन्य इलाकों में विशेष रूप से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है, और कई सड़कें टूट चुकी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बरसाती नालों और नदियों के उफान पर होने से कई गांवों का संपर्क मुख्य शहरों से कट गया है।प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और निचले इलाकों से दूर रहने की अपील की है। कई जगहों पर स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। जल निकासी के लिए प्रशासनिक टीमें दिन-रात काम कर रही हैं, लेकिन बारिश की तीव्रता के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है। बिजली आपूर्ति भी कई इलाकों में बाधि

नुकसान और राहत कार्य

बारिश के कारण फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। खेतों में पानी भरने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। कई जगहों पर मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत शिविर स्थापित किए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू किया है। एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस टीमें भी बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।

बीकानेर और सीकर की इन घटनाओं ने बारिश की भयावहता को सामने ला दिया है। कोटगेट में रेलिंग पकड़कर जान बचाने वाली महिला और पाटन में नाले में बहने वाले बुजुर्ग की कहानी न केवल हृदयस्पर्शी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि प्रकृति के सामने इंसान कितना असहाय हो सकता है।

फिर भी, स्थानीय लोगों की तत्परता और प्रशासन के प्रयासों ने कई लोगों की जान बचाई। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए लोगों से अपील है कि वे सावधानी बरतें, घरों में रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। यह बारिश का कहर कब थमेगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन तब तक सतर्कता और एकजुटता ही सबसे बड़ा सहारा है।