106 इनामी अपराधी गिरफ्तार, 5.5 लाख का इनाम पकड़ा

एक साल में 5.5 लाख रुपये के इनामी 106 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया, जो हत्या, लूट, रंगदारी जैसे गंभीर मामलों में वांछित थे। साइबर तकनीक और मुखबिर नेटवर्क की मदद से पुलिस ने इन बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।

Sep 1, 2025 - 14:54
106 इनामी अपराधी गिरफ्तार, 5.5 लाख का इनाम पकड़ा

अपराध की दुनिया में खौफ का पर्याय बने 106 कुख्यात अपराधियों को झुंझुनूं पुलिस ने पिछले एक साल में धर-दबोचा। इन अपराधियों पर कुल 5 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। हत्या, लूट, रंगदारी, अपहरण और फायरिंग जैसे संगीन अपराधों में वांछित इन बदमाशों को पकड़ने में पुलिस की साइबर एक्सपर्ट टीम, मजबूत मुखबिर नेटवर्क और फील्ड में तैनात जवानों की मेहनत ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक (एसपी) बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए फरार अपराधियों की धरपकड़ पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

भेष बदलकर छिपा था सरपंच का हमलावर, पुलिस ने यूं दबोचा

सूरजगढ़ में 15 जुलाई को एक सरपंच पर हमले के आरोपी रोहित उर्फ मोनू की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। 5 हजार रुपये के इनामी इस अपराधी ने पुलिस से बचने के लिए लड़की के कपड़े पहनकर अपना भेस बदला और छिपने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस के मुखबिर नेटवर्क की पैनी नजर ने उसे बेनकाब कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और रोहित को उसी भेस में धर-दबोचा। गिरफ्तारी के बाद उसे पैदल कस्बे में घुमाया गया, जिसे देख स्थानीय लोगों ने पुलिस के समर्थन में “जिंदाबाद” के नारे लगाए। यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि आम लोगों के बीच विश्वास भी जगाती है।

साइबर निगरानी ने पकड़वाया लुटेरा, अहमदाबाद से गिरफ्तार

सुलताना पुलिस और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम (डीएसटी) ने साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से एक और कुख्यात अपराधी रजनीश उर्फ मिंटू को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया। रजनीश पर एक महिला से लूट और अपहरण की कोशिश का गंभीर आरोप था। वह पुलिस की पकड़ से बचने के लिए बार-बार ठिकाने बदल रहा था, लेकिन आधुनिक तकनीकी निगरानी ने उसे आखिरकार सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। यह गिरफ्तारी पुलिस की तकनीकी दक्षता और अपराधियों को पकड़ने की प्रतिबद्धता का सबूत है।

रंगदारी और फायरिंग के आरोपी को गोठड़ा पुलिस ने दबोचा

गोठड़ा पुलिस ने रंगदारी और हिंसा के एक बड़े मामले में 5 हजार रुपये के इनामी अपराधी अनिल धींवा को गिरफ्तार किया। अनिल पर 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगने और एक युवक पर हमले का आरोप था। इसके अलावा, उसके खिलाफ फायरिंग और तोड़फोड़ के कई पुराने मामले भी दर्ज हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और स्थानीय मुखबिरों की सूचना ने इस अपराधी को कानून के हवाले कर दिया। यह कार्रवाई क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने की दिशा में एक और कदम है।

चाय की दुकान पर बर्तन धोते पकड़ा गया हत्यारा

जयवीर की कहानी सुनकर कोई भी दंग रह जाए। एक युवती की हत्या का आरोपी यह इनामी अपराधी 10 महीने तक पुलिस को चकमा देता रहा। कभी हरियाणा में क्रेन चलाता, तो कभी राजस्थान में मजदूरी करता। अपनी पहचान छिपाने के लिए वह मंडा रीको इलाके में एक चाय की दुकान पर बर्तन धोने का काम करने लगा। लेकिन, पुलिस की जाबांज टीम ने उसे वहां से धर-दबोचा। 20 हजार रुपये के इनामी जयवीर ने पूछताछ में अपनी करतूत कबूल कर ली। इस गिरफ्तारी ने न केवल एक खतरनाक अपराधी को सजा के करीब लाया, बल्कि पीड़ित परिवार को भी न्याय की उम्मीद दी।

“बदमाशी छोड़ दो, वरना झुंझुनूं में जगह नहीं”

एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने साफ शब्दों में कहा कि झुंझुनूं में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने पुलिस टीमों को आधुनिक तकनीक और मुखबिर नेटवर्क का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है। “हमारा लक्ष्य है कि जिले में कानून-व्यवस्था का माहौल ऐसा हो कि अपराधी या तो अपनी हरकतें छोड़ दें, या फिर सलाखों के पीछे जाएं,” उन्होंने कहा। पुलिस की इस मुहिम ने न केवल अपराधियों में खौफ पैदा किया है, बल्कि आम लोगों में सुरक्षा का भरोसा भी बढ़ाया है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .