साधारण दुकानदार पर 141 करोड़ का टैक्स नोटिस: पैन कार्ड दुरुपयोग का चौंकाने वाला खुलासा

एक किराना दुकानदार को 141 करोड़ का टैक्स नोटिस मिला, क्योंकि उनके पैन कार्ड का दुरुपयोग कर दिल्ली में छह फर्जी कंपनियां बनाई गईं।

Sep 1, 2025 - 15:42
साधारण दुकानदार पर 141 करोड़ का टैक्स नोटिस: पैन कार्ड दुरुपयोग का चौंकाने वाला खुलासा

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा इलाके में नयागंज मोहल्ले में रहने वाले सुधीर गुप्ता एक साधारण किराना दुकानदार हैं। उनकी छोटी सी दुकान से वह महीने में मुश्किल से 10-12 हजार रुपये कमा पाते हैं, जो उनके परिवार के भरण-पोषण के लिए काफी है। लेकिन हाल ही में उनके जीवन में उस समय भूचाल आ गया, जब उनके पास आयकर विभाग से 141 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स नोटिस आया। यह नोटिस देखकर सुधीर और उनका परिवार सदमे में हैं।

सुधीर ने बताया, "मैंने तो कभी इतना बड़ा कारोबार किया ही नहीं। मेरी छोटी सी दुकान है, जहां मैं किराने का सामान बेचता हूं। अचानक इतना बड़ा नोटिस मिलने से हम सब डर गए।" जांच में पता चला कि दिल्ली में छह फर्जी कंपनियों ने उनके पैन कार्ड का दुरुपयोग कर 1 अरब 41 करोड़ 38 लाख 47 हजार 126 रुपये की बिक्री दिखाई है।

2022 में भी आयकर विभाग ने उन्हें एक नोटिस भेजा था

सुधीर के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब उन्हें इस तरह का नोटिस मिला। साल 2022 में भी आयकर विभाग ने उन्हें एक नोटिस भेजा था, जिसका जवाब उन्होंने दे दिया था। लेकिन इस बार 10 जुलाई 2025 को आए नोटिस ने उन्हें और उनके परिवार को हिलाकर रख दिया। पुलिस और आयकर विभाग की जांच में सामने आया कि सुधीर के पैन कार्ड का इस्तेमाल कर दिल्ली में छह कंपनियां स्थापित की गईं, जिनका सुधीर से कोई लेना-देना नहीं है।

खुर्जा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पंकज राय ने बताया, "पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।" अधिकारियों का कहना है कि पैन कार्ड धोखाधड़ी एक गंभीर अपराध है, जिसमें किसी व्यक्ति के पैन विवरण का उपयोग फर्जी कंपनियां बनाने, बैंक खाते खोलने, या टैक्स चोरी के लिए किया जाता है।

पैन कार्ड दुरुपयोग का पहला मामला नहीं है

हरदोई में एक 15 हजार रुपये महीने की नौकरी करने वाले युवक को 26 करोड़ का टैक्स नोटिस मिला था, और राजस्थान के कोटा में एक कुम्हार को 13.55 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा गया था।

ऐसे मामलों में अक्सर पीड़ितों को तब तक धोखाधड़ी का पता नहीं चलता, जब तक उनके पास भारी-भरकम टैक्स नोटिस या वसूली कॉल नहीं आते। सुधीर ने कहा, "मैंने कभी दिल्ली में कोई कंपनी नहीं बनाई। मुझे तो वहां का पता भी नहीं। किसी ने मेरे पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल किया है।"

छह फर्जी कंपनियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया

सुधीर ने अपनी शिकायत बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को दी, जिसके बाद छह फर्जी कंपनियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इन कंपनियों में पल्लवी एडवरटाइजिंग प्रा. लि. और कुटोन इंडस्ट्रीज इन्फ्राटेक प्रा. लि. जैसी फर्में शामिल हैं, जिनका पता दिल्ली के अंतरिक्ष भवन, 22 केजी मार्ग पर दर्ज है।

पुलिस का कहना है कि यह एक साइबर अपराध का मामला है, जिसमें जालसाजों ने सुधीर के दस्तावेजों का दुरुपयोग किया। खुर्जा पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि दोषियों को पकड़ा जा सके और सुधीर को न्याय मिले।

सुधीर और उनका परिवार इस घटना से बुरी तरह परेशान हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास इतना पैसा नहीं कि हम वकील करें या इस मामले को ज्यादा समय तक लड़ सकें। हम चाहते हैं कि सरकार और पुलिस हमारी मदद करे और दोषियों को सजा दे।" सुधीर ने यह भी बताया कि वह पहले भी अपने पैन कार्ड के दुरुपयोग की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन तब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

क्या करें अगर आपके साथ हो ऐसा फर्जीवाड़ा?

ऐसे मामलों से बचने के लिए विशेषज्ञ कुछ सुझाव देते हैं:

  • पैन कार्ड की सुरक्षा: अपने पैन कार्ड और आधार कार्ड की जानकारी को किसी के साथ साझा न करें। अगर आपने किसी कंपनी या व्यक्ति को अपने दस्तावेज दिए हैं, तो उनकी विश्वसनीयता की जांच करें।

  • नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत: अगर आपको संदिग्ध गतिविधि का पता चलता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करें और उसकी कॉपी संभालकर रखें।

  • आयकर विभाग को सूचित करें: अपने पैन कार्ड के दुरुपयोग की जानकारी आयकर विभाग को दें। आप नजदीकी पैन कार्ड ऑफिस या ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

  • डुप्लिकेट पैन कार्ड: अगर आपका पैन कार्ड खो गया है या उसका दुरुपयोग हुआ है, तो डुप्लिकेट या ई-पैन के लिए आवेदन करें।

Yashaswani Journalist at The Khatak .