शिक्षक ने पार की हद: छात्रों के अश्लील वीडियो बनाकर दी धमकी, शिक्षा मंत्री बोले- सजा होगी

एक सरकारी स्कूल के शिक्षक पर छात्र-छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करने और वीडियो बनाकर धमकाने का आरोप; पुलिस ने गिरफ्तार किया, शिक्षा मंत्री ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।

Jul 18, 2025 - 17:36
शिक्षक ने पार की हद: छात्रों के अश्लील वीडियो बनाकर दी धमकी, शिक्षा मंत्री बोले- सजा होगी

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं क्षेत्र में स्थित आंवलहेड़ा विद्यालय से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। सरकारी स्कूल के शिक्षक शंभू लाल पर अपने ही छात्र-छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करने और उन्हें धमकाने का गंभीर आरोप लगा है। इस घटना ने न केवल शिक्षा जगत को झकझोर दिया है, बल्कि स्थानीय समुदाय में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी है।

जानकारी के अनुसार, शंभू लाल पिछले दो वर्षों से 12 से 18 वर्ष की आयु के छात्र-छात्राओं के साथ आपत्तिजनक व्यवहार कर रहा था। आरोप है कि वह न केवल स्वयं बच्चों के साथ अश्लील हरकतें करता था, बल्कि उन्हें आपस में ऐसी हरकतें करने के लिए मजबूर करता और इन घटनाओं को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करता था। बच्चों को डराने के लिए वह उन्हें फेल करने की धमकी देता था, जिसके कारण डर के मारे बच्चे चुप रहने को मजबूर थे।

यह घिनौना कृत्य तब उजागर हुआ जब एक छात्र ने अगली कक्षा में दाखिला लेने से इनकार कर दिया और ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) लेने की जिद की। परिजनों ने जब बच्चे से इसका कारण पूछा, तो उसने डरते हुए शिक्षक की करतूतों का खुलासा किया। बच्चे की बात सुनकर परिजनों ने तुरंत गांव वालों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया।

ग्रामीणों का गुस्सा, स्कूल पर हंगामा

शुक्रवार सुबह 9 बजे गुस्साए ग्रामीण बड़ी संख्या में आंवलहेड़ा विद्यालय पहुंचे और स्कूल के गेट पर ताला जड़ने की कोशिश की। स्थानीय लोगों ने शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता इंतजामों की बात उठाई। मौके पर नायब तहसीलदार विष्णु यादव और थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कराया और स्थिति को नियंत्रित किया।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक शंभू लाल को हिरासत में ले लिया और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

शिक्षा मंत्री का सख्त रुख

मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने इस कृत्य को "शिक्षक धर्म के खिलाफ और सामाजिक मर्यादाओं की घोर अवहेलना" बताते हुए आरोपी शिक्षक को "राक्षस" करार दिया। शिक्षा मंत्री ने अपने बयान में कहा, "चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं क्षेत्र स्थित आंवलहेड़ा विद्यालय में पदस्थ शिक्षक द्वारा छात्रों के साथ की गई अशोभनीय और आपत्तिजनक हरकत अत्यंत निंदनीय है। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "हमारी सरकार ऐसी घिनौनी घटनाओं के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। दोषी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उसे कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने का दुस्साहस न कर सके।"

शिक्षा विभाग और पुलिस की कार्रवाई

शिक्षा विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई के लिए एक जांच समिति गठित करने की घोषणा की है। विभाग ने कहा कि इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ जांच की जाएगी और दोषी को कठोर दंड दिया जाएगा। उधर, पुलिस ने आरोपी शिक्षक के मोबाइल और अन्य उपकरणों को जब्त कर लिया है और वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है।

इस घटना ने स्थानीय समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषी शिक्षक को न केवल नौकरी से बर्खास्त किया जाए, बल्कि उसे कठोरतम सजा दी जाए। साथ ही, स्कूल में बच्चों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, नियमित निरीक्षण और सख्त निगरानी जैसे कदम उठाए जाएं।

शिक्षा के मंदिर में कलंक

यह घटना उस समय सामने आई है जब शिक्षा को समाज का आधार माना जाता है और शिक्षकों को बच्चों के भविष्य का निर्माता कहा जाता है। आंवलहेड़ा विद्यालय की इस घटना ने न केवल शिक्षा विभाग की छवि को धूमिल किया है, बल्कि अभिभावकों के मन में भी अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर डर पैदा कर दिया है।

स्थानीय निवासी रमेश कुमार ने कहा, "हम अपने बच्चों को शिक्षा के लिए स्कूल भेजते हैं, लेकिन अगर यही शिक्षक ऐसी हरकतें करेंगे, तो हम अपने बच्चों को कहां भेजें? सरकार को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।"

Yashaswani Journalist at The Khatak .