राजस्थान में मौसम का तांडव: भारी बारिश, ओलावृष्टि और धूल भरे अंधड़ ने मचाई तबाही, बाड़मेर भी प्रभावित
बीती रात (3 मई 2025) राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ और प्री-मानसून गतिविधियों के कारण भारी बारिश, ओलावृष्टि और धूल भरे अंधड़ ने जनजीवन प्रभावित किया। बाड़मेर, जयपुर, सीकर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा और उदयपुर में फसलों, बिजली और यातायात को नुकसान हुआ। मौसम विभाग ने 7 मई तक आंधी और बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है, और किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

जयपुर, 4 मई 2025: राजस्थान में बीती रात (3 मई 2025) मौसम ने अचानक करवट लेते हुए पूरे राज्य में तांडव मचाया। कई इलाकों में भारी बारिश, ओलावृष्टि और धूल भरे अंधड़ ने जनजीवन को प्रभावित किया। बाड़मेर सहित जयपुर, सीकर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर और अन्य क्षेत्रों में मौसम के इस रौद्र रूप ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन फसलों, बिजली और यातायात को नुकसान पहुंचाया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह बदलाव एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और प्री-मानसून गतिविधियों का परिणाम है।
### कहां-क्या हुआ?
- बाड़मेर: रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में रात को रामसर, सिवाना, बायतु और धोरीमन्ना जैसे क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ छोटे-छोटे ओले गिरे। तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे) और मेघगर्जन ने माहौल को और नाटकीय बना दिया। ओलावृष्टि ने बाजरा, मूंग और ग्वार की फसलों को नुकसान पहुंचाया। कुछ जगहों पर धूल भरे अंधड़ ने दृश्यता कम कर दी, जिससे सड़कों पर आवागमन प्रभावित हुआ। स्थानीय किसानों ने नुकसान के आकलन और सरकारी सहायता की मांग शुरू कर दी है।
- जयपुर और आसपास के इलाके: राजधानी जयपुर में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी और हल्की ओलावृष्टि देखी गई। मुरलीपुरा, विद्याधर नगर और सीकर रोड जैसे क्षेत्रों में बारिश ने गर्मी से राहत दी, लेकिन तेज हवाओं ने पेड़ और बिजली के तारों को नुकसान पहुंचाया।
- सीकर और श्रीमाधोपुर: सीकर के श्रीमाधोपुर में चने के आकार के ओले गिरे, जिसने कंचनपुर और हांसपुर जैसे ग्रामीण इलाकों में फसलों को नुकसान पहुंचाया। काले बादलों और तेज हवाओं ने बिजली आपूर्ति को बाधित किया।
- जैसलमेर और पाली: जैसलमेर में रिमझिम बारिश और हल्की ओलावृष्टि ने भीषण गर्मी से राहत दी। पाली में बारिश के साथ धूल भरे अंधड़ ने दृश्यता कम कर दी, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई।
- बीकानेर, जोधपुर और उदयपुर: इन संभागों में 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरे अंधड़ चले। बीकानेर में हल्की बारिश, जोधपुर में मेघगर्जन के साथ छिटपुट बारिश और उदयपुर में बादलों की गड़गड़ाहट के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई।
- कोटा और भरतपुर: कोटा में कुछ जगहों पर पेड़ गिरने की खबरें आईं, जबकि भरतपुर में धूल भरी हवाओं ने लोगों को घरों में रहने के लिए मजबूर किया।
###मौसम विभाग की चेतावनी और कारण
मौसम विभाग ने 3 मई को चेतावनी दी थी कि उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके कारण राजस्थान में 7 मई तक गरज, बिजली, तेज हवाओं, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। बाड़मेर सहित कई जिलों में 4-6 मई तक हल्की से मध्यम बारिश और छिटपुट ओलावृष्टि का अनुमान है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी वाली हवाओं का प्रवाह भी इस मौसमी बदलाव को बढ़ावा दे रहा है।
### प्रभाव और नुकसान
- कृषि पर असर: बाड़मेर, सीकर और श्रीमाधोपुर में ओलावृष्टि ने गेहूं, चना, बाजरा, मूंग और ग्वार जैसी फसलों को नुकसान पहुंचाया। किसानों ने चिंता जताई है कि पैदावार और गुणवत्ता दोनों प्रभावित होंगे। नुकसान का आकलन शुरू हो गया है।
- बिजली और यातायात: तेज हवाओं और बारिश ने जयपुर, कोटा और बाड़मेर में बिजली के पोल और तारों को नुकसान पहुंचाया, जिससे कई जगह बिजली आपूर्ति बाधित हुई। सड़कों पर पेड़ गिरने और धूल भरे अंधड़ के कारण यातायात प्रभावित हुआ।
- जनजीवन: धूल भरे अंधड़ ने दृश्यता कम होने के कारण रात में सड़कों पर आवागमन को मुश्किल बना दिया। बाजारों में सन्नाटा छा गया, और लोग घरों में ही रहे।
### लोगों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
- स्थानीय प्रतिक्रिया: बाड़मेर के किसान रामलाल चौधरी ने कहा, "पिछले साल भी ओलावृष्टि ने फसल बर्बाद की थी, और इस बार फिर नुकसान हुआ है। सरकार को जल्द मुआवजा देना चाहिए।" जयपुर के रमेश शर्मा ने बताया, “बारिश ने गर्मी से राहत दी, लेकिन तेज हवाएं डरावनी थीं।”
- प्रशासन की कार्रवाई: बाड़मेर जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है। जयपुर, सीकर और अन्य जिलों में भी अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर है।
### आगे की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 4 से 7 मई तक राजस्थान में आंधी, बारिश और छिटपुट ओलावृष्टि का दौर जारी रह सकता है। बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, कोटा और जयपुर संभाग में हल्की-मध्यम बारिश और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट से गर्मी से राहत मिलेगी।
### सुझाव और सावधानियां
- किसानों के लिए: फसलों को ओलावृष्टि से बचाने के लिए तिरपाल या अन्य सुरक्षात्मक उपाय करें। नुकसान का आकलन कर सरकारी सहायता के लिए आवेदन करें।
- नागरिकों के लिए: तेज हवाओं और बारिश के दौरान बाहर निकलने से बचें। बिजली गिरने की आशंका को देखते हुए खुले स्थानों से दूर रहें।
- यातायात: धूल भरे अंधड़ के कारण दृश्यता कम होने पर वाहन धीरे चलाएं और लाइट्स का उपयोग करें।
### निष्कर्ष
बीती रात राजस्थान में मौसम ने अपने विविध रूप दिखाए। बाड़मेर से जयपुर तक बारिश और ओलावृष्टि ने गर्मी से राहत दी, लेकिन धूल भरे अंधड़ और फसलों को नुकसान ने लोगों को चिंता में डाल दिया। मौसम विभाग की चेतावनियों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक सावधानी बरतना जरूरी है। प्रशासन से अपील है कि प्रभावित किसानों और क्षेत्रों को जल्द राहत प्रदान की जाए।