Rajasthan Patwari Recruitment Examination 2025: मेहंदी से बचें, बायोमैट्रिक्स में हो सकती है दिक्कत
राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा 2025 में 6.76 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे; RSMSSB ने मेहंदी न लगाने की सलाह दी, क्योंकि इससे बायोमैट्रिक अटेंडेंस में दिक्कत हो सकती है।

राजस्थान में बहुप्रतीक्षित पटवारी भर्ती परीक्षा 2025 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) द्वारा 17 अगस्त 2025 को आयोजित होने वाली इस परीक्षा में 6.76 लाख अभ्यर्थी हिस्सा लेंगे। 3,705 पदों के लिए होने वाली इस परीक्षा के लिए बोर्ड ने कड़े नियम और दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके। इस बीच, बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल (रिटायर्ड) आलोक राज ने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे परीक्षा के दौरान मेहंदी लगाने से बचें, क्योंकि इससे बायोमैट्रिक अटेंडेंस में समस्या हो सकती है।
मेहंदी लगाने पर देना पड़ सकता है एफिडेविट
परीक्षा से पहले एक अभ्यर्थी ने सोशल मीडिया पर बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज से सवाल पूछा था कि क्या जन्माष्टमी के अवसर पर मेहंदी लगाकर परीक्षा में शामिल हुआ जा सकता है। इसके जवाब में आलोक राज ने स्पष्ट किया, "मैं सलाह दूंगा कि यदि महिलाएं या हमारी बहनें 17 अगस्त को पटवारी परीक्षा में बैठ रही हैं, तो बेहतर होगा कि मेहंदी लगाना अवॉइड करें। मेहंदी से बायोमैट्रिक अटेंडेंस में दिक्कत हो सकती है, जिसके लिए अभ्यर्थी को एफिडेविट देना पड़ सकता है।"
उन्होंने आगे कहा, "परीक्षा भी एक तरह का व्रत है। संयम बरतें, क्योंकि मेहनत की मेहंदी जिंदगी भर रचेगी।" यदि किसी अभ्यर्थी ने मेहंदी लगाई और बायोमैट्रिक्स में समस्या आती है, तो उसे एफिडेविट जमा करना होगा, जिसके बाद ही उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी। आलोक राज ने सुझाव दिया कि यदि मेहंदी लगाना जरूरी है, तो अंगूठे या उन हिस्सों पर मेहंदी न लगाएं, जहां से बायोमैट्रिक लिया जाता है।
नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम
पटवारी भर्ती परीक्षा में नकल और फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बोर्ड ने व्यापक इंतजाम किए हैं। आलोक राज ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की फेस स्कैनिंग, बायोमैट्रिक अटेंडेंस, और हैंडराइटिंग सैंपल लिया जाएगा। इसके अलावा, परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरों से निगरानी और वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी।
उन्होंने कहा, "हमारी सख्ती के कारण पिछले डेढ़ साल में एक भी डमी अभ्यर्थी पकड़ा नहीं गया है। फर्जी अभ्यर्थियों को पता है कि अगर वे गलत तरीके से परीक्षा में शामिल होंगे, तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है। हम पांच स्तरों पर जांच कर रहे हैं।" इन उपायों से बोर्ड का लक्ष्य न केवल निष्पक्ष परीक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि भविष्य में फर्जी नियुक्तियों को भी रोकना है।
परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था और मुफ्त बस सेवा
पटवारी भर्ती परीक्षा का आयोजन 17 अगस्त को दो पालियों में होगा। पहली पाली सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक होगी। प्रदेश के 38 जिलों में 1,030 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा 176 केंद्र जयपुर में हैं, जहां 1.34 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। वहीं, करौली और राजसमंद में 5-5 केंद्रों पर 5,000 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC) ने 15 अगस्त की रात 12 बजे से 19 अगस्त की रात 11:59 बजे तक मुफ्त बस सेवा की घोषणा की है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए अभ्यर्थियों को अपना एडमिट कार्ड और फोटो पहचान पत्र दिखाना होगा। भीड़ को देखते हुए 595 अतिरिक्त बसों का संचालन भी किया जाएगा।
ड्रेस कोड और अन्य दिशा-निर्देश
परीक्षा के लिए बोर्ड ने सख्त ड्रेस कोड लागू किया है। पुरुष अभ्यर्थी शर्ट, टी-शर्ट, पैंट या कुर्ता-पायजामा पहन सकते हैं, जबकि महिलाएं सलवार-सूट, साड़ी, या आधी/पूरी आस्तीन का ब्लाउज/कुर्ता पहन सकती हैं। जीन्स और घड़ी पहनने पर पूर्ण प्रतिबंध है। जेवरों पर भी रोक है, सिवाय पतली कांच या लाख की चूड़ियों के।
पहली पाली के अभ्यर्थी प्रश्न पत्र अपने साथ नहीं ले जा सकेंगे, लेकिन दूसरी पाली के अभ्यर्थी प्रश्न पत्र ले जा सकते हैं। ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी दोनों पालियों के अभ्यर्थियों को दी जाएगी। अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले केंद्र पर पहुंचना होगा, क्योंकि एक घंटे पहले गेट बंद कर दिए जाएंगे।
आलोक राज ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने कहा, "परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता हमारी प्राथमिकता है। अभ्यर्थी समय पर केंद्र पहुंचें, एडमिट कार्ड और वैध फोटो पहचान पत्र साथ लाएं, और किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे मोबाइल फोन या स्मार्टवॉच, लाने से बचें।"