राजस्थान दिवस की धूम: बाड़मेर से शुरू हुआ उत्सव, CM ने गन्ने के जूस के साथ दिया देसी टच

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को आदर्श स्टेडियम में आयोजित "मातृ वंदन प्रोग्राम" में शिरकत की। उनके साथ डिप्टी सीएम दिया कुमारी भी मौजूद रहीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बाड़मेर से राजस्थान दिवस उत्सव का विधिवत आगाज किया और राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन में विभिन्न जिलों के लाभार्थियों से सीधे संवाद के साथ-साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी बात की।

Mar 26, 2025 - 08:15
राजस्थान दिवस की धूम: बाड़मेर से शुरू हुआ उत्सव, CM ने गन्ने के जूस के साथ दिया देसी टच
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

रिपोर्ट जसवंत सिंह - मुख्यमंत्री ने मंगलवार को आदर्श स्टेडियम में आयोजित "मातृ वंदन प्रोग्राम" में शिरकत की। उनके साथ डिप्टी सीएम दिया कुमारी भी मौजूद रहीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बाड़मेर से राजस्थान दिवस उत्सव का विधिवत आगाज किया और राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन में विभिन्न जिलों के लाभार्थियों से सीधे संवाद के साथ-साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी बात की।  

कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री का काफिला जब आदर्श स्टेडियम से उतरलाई एयरबेस की ओर बढ़ा, तो बीएनसी सर्किल पर एक अनोखा नजारा देखने को मिला। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने अपने काफिले को रुकवाया और सड़क किनारे एक ठेले से गन्ने का जूस पीकर आम जनता के साथ जुड़ाव का परिचय दिया। इस सादगी भरे अंदाज ने लोगों का दिल जीत लिया।

"राजस्थान दिवस अब भारतीय पंचांग के हिसाब से"

आदर्श स्टेडियम में मंच से मुख्यमंत्री ने सभी को राजस्थान दिवस की बधाई दी और इस बार के उत्सव को खास बताया। उन्होंने कहा, "75 साल पहले सरदार वल्लभभाई पटेल ने नव संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर रियासतों को एकजुट कर राजस्थान की स्थापना की थी। अब से राजस्थान दिवस अंग्रेजी तारीखों के बजाय भारतीय पंचांग की तिथि के अनुसार मनाया जाएगा।" उन्होंने यह भी बताया कि इस बार प्रतिपदा पर रेवती नक्षत्र और इंद्र योग का संयोग बन रहा है, जो इसे और भी विशेष बनाता है।

बाड़मेर से दिया गया महिला सशक्तिकरण का संदेश

मातृ वंदन प्रोग्राम और राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन के जरिए मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। विभिन्न जिलों की महिलाओं से संवाद के दौरान उन्होंने सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की प्रतिक्रिया सुनी और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास किया। इस आयोजन ने न केवल राजस्थान दिवस की शुरुआत को यादगार बनाया, बल्कि राज्य के सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों को भी उजागर किया।

इस तरह, बाड़मेर से शुरू हुआ राजस्थान दिवस का उत्सव न सिर्फ परंपराओं को सहेजने का संदेश दे रहा है, बल्कि जनता के बीच सरकार की पहुंच को भी मजबूत कर रहा है। गन्ने के जूस का यह देसी अंदाज और भारतीय तिथि पर आधारित उत्सव आने वाले दिनों में चर्चा का विषय बना रहेगा।  

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ