दौसा में रिकॉर्ड तोड़ 285 मिमी बारिश, राजस्थान के कई जिले जलमग्न, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट.
राजस्थान में मानसून ने कहर बरपाया, जहां दौसा में 24 घंटे में रिकॉर्ड 285 मिमी बारिश दर्ज की गई। अलवर, जयपुर, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर और टोंक में अतिभारी बारिश, जबकि उदयपुर, सिरोही, राजसमंद, प्रतापगढ़, भरतपुर, नागौर और अजमेर में भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया। जलभराव, यातायात ठप, और बांधों में उफान से बाढ़ जैसे हालात बने। मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

जयपुर, 24 अगस्त 2025: राजस्थान में मानसून ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है। पिछले 24 घंटों में दौसा जिले में रिकॉर्ड तोड़ 285 मिलीमीटर की अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई, जिसने जिले को पानी-पानी कर दिया। जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, इस दौरान अलवर, जयपुर, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर और टोंक जिलों में अतिभारी बारिश हुई, जबकि उदयपुर, सिरोही, राजसमंद, प्रतापगढ़, भरतपुर, नागौर और अजमेर में कहीं-कहीं भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया।
दौसा में बाढ़ जैसे हालात
दौसा जिले में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। खासकर लालसोट और जिला मुख्यालय में हालात गंभीर हो गए हैं। सड़कों पर पानी भरने से आवागमन ठप हो गया, और कई कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। लालसोट में राजकीय संस्कृत विद्यालय की जर्जर इमारत की छत का हिस्सा ढह गया, हालांकि बच्चों की छुट्टी होने के कारण कोई हादसा टल गया। स्थानीय पुलिस ने स्कूल प्रशासन को जर्जर भवन से दूर रहने की सलाह दी है। मोरेल बांध में पानी की भारी आवक के कारण बांध पर एक फीट से अधिक की चादर चल रही है। निचले इलाकों में कई घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अन्य जिलों में बारिश का कहर
पिछले 24 घंटों में अलवर, जयपुर, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर और टोंक में अतिभारी बारिश ने कई इलाकों को जलमग्न कर दिया। सवाई माधोपुर में रेलवे स्टेशन की पटरियां पानी में डूब गईं, जिससे पांच ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। टोंक के मालपुरा में 110 मिमी और सवाई माधोपुर शहर में 107 मिमी बारिश दर्ज की गई। उदयपुर, सिरोही, राजसमंद, प्रतापगढ़, भरतपुर, नागौर और अजमेर में भारी बारिश के कारण नदियां और बांध उफान पर हैं। करौली के पांचना बांध का जलस्तर 258.30 मीटर तक पहुंच गया, जिसके कारण चार गेट खोलकर 26,233 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
मौसम विभाग का अलर्ट
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 3-4 दिनों तक राज्य में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। खासकर जयपुर, भरतपुर, अजमेर, बीकानेर और शेखावाटी क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है। 25-26 अगस्त को दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में अति भारी बारिश की प्रबल संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सावधानी बरतने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है।
प्रभाव और राहत कार्य
भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कोटा संभाग, बूंदी, बारां और सवाई माधोपुर में स्थिति गंभीर है, जहां एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना को बचाव कार्यों में लगाया गया है। कोटा के इटावा क्षेत्र में कालीसिंध नदी के किनारे बसा नारायणपुरा गांव पूरी तरह टापू बन गया है। बिजली आपूर्ति बाधित होने और सड़कों पर पानी भरने से कई गांवों का संपर्क कट गया है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने सरकार से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को तत्काल आपदाग्रस्त घोषित करने और प्रभावित लोगों को तुरंत राहत प्रदान करने की मांग की है।
राजस्थान में मानसून की सक्रियता ने जहां किसानों के लिए राहत दी है, वहीं भारी बारिश ने कई इलाकों में तबाही भी मचाई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी है। प्रशासन और राहत टीमें स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, और प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य शुरू किया गया है।