लूणी नदी में बोलेरो बही, मां और दो बेटियों की मौत, तीन लापता

नदी में बोलेरो बहने से मां और दो बेटियों की मौत, तीन लोग लापता। प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, ड्रोन से तलाश जारी।

Aug 27, 2025 - 19:37
Aug 27, 2025 - 19:55
लूणी नदी में बोलेरो बही, मां और दो बेटियों की मौत, तीन लापता

राजस्थान के बालोतरा जिले में बुधवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। लूणी नदी में एक बोलेरो गाड़ी बह गई, जिसमें सवार मां और उनकी दो मासूम बेटियों की मौत हो गई। इस हादसे में तीन लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश में प्रशासन ने सिविल डिफेंस और SDRF की टीमें तैनात की हैं।

जानकारी के अनुसार, यह दुखद घटना दोपहर करीब 1 बजे जसोल बाइपास पर चतुर्थ रेलवे फाटक के पास हुई। जोधपुर के शेरगढ़ क्षेत्र के नृसिंहपुरा जाटों का वास निवासी पेमाराम (40) अपने परिवार के साथ जसोल मंदिर में दर्शन के लिए निकले थे। बोलेरो में उनके साथ उनकी पत्नी मीरा देवी (32), बेटियां उर्मिला (7), पूजा (3), 8 महीने का बेटा, मां कबू देवी (60), रिश्तेदार राणीदान सिंह (70) और ड्राइवर देवाराम (55) सवार थे।

बाइपास पर बनी रपट से गुजरते समय तेज बहाव के कारण गाड़ी नदी में बह गई। प्रत्यक्षदर्शी दीपक माली ने बताया, "हमारे सामने ही गाड़ी पानी में डूब गई। तेज बहाव के कारण गाड़ी पर किसी का नियंत्रण नहीं रहा।" सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और प्रशासन मौके पर पहुंचा। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जेसीबी और क्रेन की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला गया।

हादसे में क्या हुआ नुकसान?

इस हादसे में मीरा देवी और उनकी दो बेटियों, उर्मिला और पूजा की मौके पर ही मौत हो गई। पेमाराम और ड्राइवर देवाराम को गंभीर हालत में राजकीय नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। पेमाराम का 8 महीने का बेटा, उनकी मां कबू देवी और राणीदान सिंह अभी लापता हैं।

प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन

हादसे की सूचना मिलते ही बालोतरा कलेक्टर सुशील कुमार, एसपी रमेश, डीएसपी सुशील मान और एसडीएम अशोक कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। कलेक्टर सुशील कुमार ने बताया, "लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। गाड़ी में 8 लोग सवार थे, जिनमें से 5 को निकाला जा चुका है। बाकी तीन लोगों की तलाश के लिए सिविल डिफेंस और SDRF की टीमें काम कर रही हैं। ड्रोन की मदद से भी लापता लोगों का पता लगाया जा रहा है।"

कलेक्टर सुशील कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों और रपटों पर सावधानी बरतें। उन्होंने कहा, "ऐसे हादसों से बचने के लिए लोगों को जागरूक रहना होगा। बारिश के मौसम में नदी-नालों के आसपास सतर्कता बरतें।"

Yashaswani Journalist at The Khatak .