कोटा में हेड कांस्टेबल की अचानक मौत: गाना सुनते-सुनते बिगड़ी तबीयत, हार्ट अटैक से तोड़ा दम
कोटा में पुलिस लाइन के हेड कांस्टेबल यशवंत सिंह (54) की गाना सुनते समय अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। डॉक्टरों ने हार्ट अटैक बताया। मात्र 4 दिन पहले उनके बड़े बेटे की शादी हुई थी, घर में खुशी का माहौल था।
कोटा (राजस्थान), 27 नवंबर 2025: शहर में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जहां पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल यशवंत सिंह की अचानक मौत हो गई। मात्र 54 वर्ष की उम्र में उन्हें हार्ट अटैक ने छीन लिया, जब वह घर पर गाना सुन रहे थे। यह घटना उनके परिवार के लिए दोहरी मार साबित हुई, क्योंकि चार दिन पहले ही उनके बड़े बेटे की शादी हुई थी और घर में खुशियों का माहौल था। प्रारंभिक जांच में डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक ही बताया है, जिससे पूरा परिवार सदमे में डूब गया है।
घटना का पूरा विवरण; यशवंत सिंह बालिता रोड पर रहते थे और कोटा पुलिस लाइन में लंबे समय से तैनात थे। पुलिस विभाग में उनकी सेवा अनुशासन और समर्पण के लिए जानी जाती थी। 26 नवंबर की शाम को वह अपने घर पर आराम कर रहे थे। संगीत का शौकीन यशवंत सिंह अक्सर गाने सुनकर तनाव मुक्त होते थे। लेकिन इस बार वही पसंदीदा गाना उनकी जान का दुश्मन बन गया। अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द हुआ, सांस लेने में तकलीफ हुई और वह गिर पड़े।परिजनों ने तुरंत उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक को मौत का मुख्य कारण बताया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, यह अचानक आया दौरा था, जिसकी कोई पूर्व चेतावनी नहीं मिली। यशवंत सिंह को कोई पुरानी बीमारी नहीं थी, लेकिन तनावपूर्ण नौकरी और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच वे स्वास्थ्य की अनदेखी कर रहे थे।
परिवार पर दोहरी मार यह घटना यशवंत सिंह के परिवार के लिए बेहद दुखदायी है। 22 नवंबर को उनके बड़े बेटे की शादी हुई थी, जो परिवार के लिए एक खुशी का अवसर था। शादी की रस्में संपन्न होने के बाद घर में अभी भी उत्सव का माहौल बना हुआ था। रिश्तेदारों की आवभगूली, हंसी-मजाक और पारिवारिक मिलन ने घर को खुशियों से भर दिया था। लेकिन मात्र चार दिन बाद ही यह विपत्ति आ गई।परिवार के सदस्यों का कहना है कि यशवंत सिंह शादी की तैयारियों में पूरी तरह जुटे हुए थे। वह बेटे के लिए सबसे खुश थे और भविष्य की योजनाएं बना रहे थे। उनकी पत्नी, छोटे बेटे और अन्य परिजन अब सदमे में हैं। एक परिजन ने बताया, "वह हमेशा मुस्कुराते रहते थे। शादी के बाद भी वे कह रहे थे कि अब सब कुछ सेट हो गया है। लेकिन किस्मत ने ऐसा खेल खेला कि हमें विश्वास ही नहीं हो रहा।" पुलिस विभाग के सहकर्मियों ने भी श्रद्धांजलि दी है और परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
पुलिस विभाग में शोक की लहर कोटा पुलिस लाइन में यशवंत सिंह के सहकर्मी उन्हें एक सौहार्दपूर्ण और जिम्मेदार साथी के रूप में याद कर रहे हैं। वे कई वर्षों से विभाग में सेवा दे रहे थे और जूनियर स्टाफ के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाते थे। इस घटना के बाद पुलिस लाइन में शोक की लहर दौड़ गई है। वरिष्ठ अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। विभाग ने परिवार को आर्थिक सहायता और अन्य लाभ प्रदान करने का वादा किया है।