बाड़मेर में पानी की टंकी पर चढ़ी महिला को जबरदस्ती उतारा: पति गिरफ्तार, दहेज उत्पीड़न और मारपीट का आरोप

राजस्थान के बाड़मेर जिले के मोतीनगर में दहेज की मांग को लेकर एक 24 वर्षीय नवविवाहित महिला ने शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर 30 फुट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़कर आत्महत्या का प्रयास किया। ग्रामीणों और पुलिस की तत्परता से उसकी जान बच गई, जबकि आरोपी पति को IPC 498A, 323, 506 और दहेज निषेध अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना समाज में दहेज जैसी बुराइयों को उजागर करती है।

Nov 2, 2025 - 16:30
बाड़मेर में पानी की टंकी पर चढ़ी महिला को जबरदस्ती उतारा: पति गिरफ्तार, दहेज उत्पीड़न और मारपीट का आरोप

बाड़मेर (राजस्थान), 2 नवंबर 2025:

राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने समाज में दहेज उत्पीड़न और पारिवारिक हिंसा के काले साये को फिर से उजागर कर दिया है। एक नवविवाहित महिला ने अपने पति के लगातार प्रताड़ना से तंग आकर पानी की ऊंची टंकी पर चढ़कर आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोगों और पुलिस की तत्परता से उसकी जान बच गई। महिला को जबरदस्ती उतारने के बाद उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी पति दहेज की मांग को लेकर लंबे समय से पत्नी को तंग कर रहा था और मारपीट भी करता ओर जहां पारंपरिक मूल्यों के बीच आधुनिक सामाजिक बुराइयां अभी भी जड़ें जमाए हुए हैं।

घटना का पूरा विवरण: घटना बाड़मेर जिले के महिला थाने के पीछे मोतीनगर की है  पीड़िता ज्योति का विवाह करीब डेढ़ वर्ष पूर्व आरोपी पति धनराज से हुआ था। शादी के बाद से ही उसके परिवार वाले दहेज में अतिरिक्त राशि, सोने-चांदी के गहने और एक नई कार की मांग करने लगे। जब पीड़िता के मायके वालों ने इन मांगों को पूरा न कर सका, तो प्रताड़ना शुरू हो गई।पुलिस जांच के मुताबिक, आरोपी पति न केवल पीड़िता को शारीरिक रूप से पीटता था, बल्कि मानसिक रूप से भी तोड़ने की कोशिश करता था। वह अक्सर ज्योति को गाली-गलौज देता, उसके कपड़े फाड़ देता और घर से निकालने की धमकी देता। ज्योति ने अपने मायके वालों को कई बार फोन किया, लेकिन डर के मारे पूरी बात नहीं बता पाई। हाल ही में, एक छोटी-सी घरेलू बहस के दौरान धनराज ने ज्योति को बुरी तरह पीटा, जिससे वह गहरे अवसाद में चली गई। शुक्रवार शाम करीब 5 बजे, जब परिवार वाले खेतों से लौटे, तो ज्योति घर के बाहर लगी 30 फुट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ गई। उसके हाथ में एक पुरानी साड़ी का टुकड़ा था, जिसे वह फंदे की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही थी। गांव वाले चीख-पुकार मचाने लगे। कुछ ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जबकि अन्य ने सीढ़ियां लगाकर उसे उतारने की कोशिश की। लेकिन ज्योति नीचे आने से इनकार कर रही थी और चिल्ला रही थी, "मैं अब जीना नहीं चाहती। ये लोग मुझे मार डालेंगे।"

पुलिस की कार्रवाई और महिला को बचाना: महिला थाने की पुलिस टीम, घटनास्थल पर 15 मिनट के अंदर पहुंच गई। उन्होंने ज्योति को समझाने की लंबी कोशिश की। ज्योति ने बताया कि धनराज ने दहेज न देने पर उसे जहर खाने को मजबूर करने की कोशिश की थी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से एक फायर ब्रिगेड वाहन बुलाया, लेकिन इससे पहले ही  ज्योति का धैर्य टूट गया। वह टंकी से कूदने वाली थी, तभी दो कांस्टेबलों ने ऊपर चढ़कर उसे जबरदस्ती पकड़ लिया और नीचे उतार दिया। उतारते समय  ज्योति ने खूब संघर्ष किया, जिससे उसके हाथों पर मामूली खरोंचें आ गईं।नीचे उतरते ही ज्योति बेहोश हो गई। उसे तुरंत बाड़मेर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे स्थिर बताते हुए डिप्रेशन और डिहाइड्रेशन का इलाज शुरू किया। ज्योति के मायके वाले भी अस्पताल पहुंचे और उन्होंने बेटी की हालत देखकर आंसू-पोंछते हुए पुलिस को शिकायत दर्ज कराई।

पति की गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई; पुलिस ने ज्योति के बयान और मायके वालों की शिकायत के आधार पर धनराज  के खिलाफ IPC की धारा 498A , धारा 323 (मारपीट), धारा 506 (धमकी) और दहेज निषेध अधिनियम की धारा 3/4 के तहत मामला दर्ज किया। धनराज  को शनिवार  सुबह उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और कहा कि "दहेज की मांग परिवार की थी, लेकिन मैंने कभी मारपीट नहीं की।" हालांकि, पुलिस ने उसके घर से ज्योति के फटे कपड़ों और चोट के निशान वाली तस्वीरें बरामद कीं, जो उसके खिलाफ सबूत हैं। धनराज को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उसे जेल भेजा जा सकता है।