कामां विधायक नौक्षम चौधरी का जन्मदिन: फैशन की दुनिया से राजनीति तक का प्रेरणादायक सफर

कामां विधायक नौक्षम चौधरी के 32वें जन्मदिन पर उनके फैशन डिजाइनर और मॉडलिंग से लेकर राजस्थान की राजनीति तक के प्रेरणादायक सफर की कहानी। हरियाणा के साधारण परिवार से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच और फिर मेवात के विकास के लिए विधायक बनीं नौक्षम की उपलब्धियों पर प्रकाश।

Oct 22, 2025 - 16:59
Oct 22, 2025 - 17:00
कामां विधायक नौक्षम चौधरी का जन्मदिन: फैशन की दुनिया से राजनीति तक का प्रेरणादायक सफर

जयपुर, 22 अक्टूबर 2025: आज राजस्थान की कामां विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक नौक्षम चौधरी अपना 32वां जन्मदिन मना रही हैं। 22 अक्टूबर 1993 को हरियाणा के नूंह जिले के पैमा खेड़ा गांव में जन्मीं नौक्षम का सफर फैशन डिजाइनर और मॉडलिंग की चमक-दमक वाली दुनिया से राजनीति के चुनौतीपूर्ण मैदान तक पहुंचा है, जो युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली नौक्षम ने अपनी मेहनत और शिक्षा के दम पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया और फिर देश सेवा के लिए राजनीति में कदम रखा।

### प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
नौक्षम चौधरी का जन्म एक अनुसूचित जाति परिवार में हुआ। उनके पिता राम कुमार एक रिटायर्ड जज हैं, जबकि मां रणजीत कौर एक नौकरशाह हैं। और उनका बचपन चंडीगढ़ और दिल्ली में बीता। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से बीए की डिग्री हासिल की, उसके बाद आधुनिक भारतीय इतिहास में एमए किया। इसके बाद वे विदेश गईं और इटली के मिलान स्थित इंस्टीट्यूटो मारंगोनी से लग्जरी ब्रांड मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री ली। लंदन से मीडिया और कम्युनिकेशंस में एक और मास्टर्स डिग्री हासिल की, साथ ही मार्केटिंग कम्युनिकेशंस में योग्यताएं प्राप्त कीं।

### फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में करियर
शिक्षा पूरी करने के बाद नौक्षम ने फैशन इंडस्ट्री में कदम रखा। वे एक फैशन डिजाइनर के रूप में काम करने लगीं और मिलान व लंदन में रहकर लग्जरी ब्रांड्स के साथ जुड़ीं। फैशन, बिजनेस और ब्रांड मैनेजमेंट में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। वे मॉडलिंग और मीडिया प्रमोशंस से भी जुड़ी रहीं, जहां उनकी क्रिएटिविटी और एनर्जी की काफी सराहना हुई।लंदन और मिलान की ग्लैमरस लाइफ से वे 'मेवात की बेटी' बनकर लौटीं और फैशन की दुनिया को अलविदा कहकर देश के पिछड़े इलाकों के विकास के लिए राजनीति चुन ली।

### राजनीति में प्रवेश और संघर्ष
विदेश से लौटने के बाद नौक्षम ने भाजपा जॉइन की और 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में पुनहाना सीट से उम्मीदवार बनीं।
यह मुस्लिम बहुल और पिछड़ा इलाका था, जहां वे एक हिंदू दलित उम्मीदवार के रूप में उतरीं। चुनाव में वे कांग्रेस के मोहम्मद इलियास से मात्र 816 वोटों से हार गईं, लेकिन उन्होंने मेवात क्षेत्र में लड़कियों की शिक्षा, पानी और स्वास्थ्य जैसी मुद्दों पर जोर दिया। हार के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और 2020 में हरियाणा में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) समर्थन अभियान का नेतृत्व किया।

### विधायक बनने का सफर और उपलब्धियां
2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में नौक्षम को कामां सीट से टिकट मिला। यहां उन्होंने कांग्रेस की तत्कालीन राज्य मंत्री जाहिदा खान को 78,646 वोटों से हराकर जीत हासिल की। 3 दिसंबर 2023 को उन्होंने विधायक पद की शपथ ली। विधायक बनने के बाद उन्होंने मेवात क्षेत्र में लड़कियों के लिए अलग स्कूल और कॉलेज खोलने, किसानों की समृद्धि और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन पर फोकस किया है। उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर वे अक्सर किसान कल्याण योजनाओं और क्षेत्रीय विकास की बातें शेयर करती हैं।

नौक्षम चौधरी का सफर बताता है कि शिक्षा और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। फैशन की अंतरराष्ट्रीय दुनिया से राजनीति तक पहुंचकर उन्होंने न सिर्फ खुद को साबित किया, बल्कि पिछड़े इलाकों की महिलाओं को सशक्त बनाने का उदाहरण पेश किया। जन्मदिन के इस मौके पर उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता उन्हें बधाई दे रहे हैं, साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ